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वायनाड पर कुदरत का कहर....अब तक 158 की मौत, मलबे में अपनों को खोजते लोग, रेस्क्यू जारी
Wayanad Landslide: वायनाड में आने वाले कुछ दिन और हालत खराब हो सकते हैं। मौसम विभाग ने वायनाड के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, उसके आस पास से सटे जिले मलप्पुरम, कोझिकोड और कनूर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
Wayanad Landslide: केरल के वायनाड जिले में बीते मंगलवार को भोर सुबह हुई भीषण बारिश के भूस्खलन की घटना से क्या केरल बल्कि पूरा देश दुखी है? घटना ऊंचाई पर स्थित मुंडक्कई सहित कई गांवों में हुई है। जो गांव कभी सैलानियों के लिए आकर्षक का केंद्र हुआ करता था, आज वहां हर तरफ मौत का मंजर दिखाई दे रहा है। अब हर तरह कुदरत की विनाशलीला के निशान दिखाई पड़ रहे हैं। वहां रहने वाले लोग अपनों की जिंदगीयों को खोजने में लगे हुए हैं। घटना के बाद से धीरे धीरे लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, जो कि थमने का नाम नहीं ले रहा है। भूस्खलन से जो लोग मलबे में दबे गए हैं, अब उनके बेजान शरीर बरामद हो रहे हैं, जिससे मृतकों की संख्या भी बढ़ रही है। इस घटना में मंगलवार सुबह से लेकर बुधवार तक 155 लोगों की मौतों की पुष्टि हो चुकी है। अभी भी 220 से अधिक लोग लापता हैं, जबकि 128 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
रेस्क्यू अभियान जारी, बारिश बनी रही समस्या
घटनास्थल पर सेना, एनडीआरएफ, नेवी और एयरफोर्स की टीमें राहत बचाव अभियान में अभी भी लगी हुई हैं। टीमों ने कल से लेकर आज तक टीमों ने बड़ी संख्या में मलबे से लोगों को बाहर निकाल है। राहत बचाव अभियान में लगी टीमों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। भूस्खलन से हर तरह फैले मबले को हटाने के साथ मौसम से जूझना पड़ रहा है, क्योंकि रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने जिले के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया हुआ है। इस वजह से वाडनाड जिले का मौसम खराब है। केरल सरकार ने इस त्रासदी के कारण दो दिन के शोक का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा, राज्य सरकार इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बेहद दुखी है। मुख्य सचिव वी वेणु की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि राज्य में 30 और 31 जुलाई को राजकीय शोक रहेगा। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी सरकारी कार्यक्रम व उत्सव रद्द रहेंगे।
मुंडक्कई में स्थान पर हुआ था भूस्खलन
लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू टीमें ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की भी मदद ले रही हैं। मुख्यमंत्री विजयन ने बताया कि जिस जगह (मुंडक्कई) पर यह भूस्खलन हुआ, वह उच्च जोखिम वाले आपदा क्षेत्र में आता है और वहां लोग नहीं रहते हैं। वहां से मिट्टी, पत्थर और चट्टानें लुढ़क कर चूरलमाला पर आ गईं, जो भूस्खलन की शुरुआत वाले स्थान से 6 किलोमीटर दूर है। यह कोई संवेदनशील स्थान नहीं है और यहां कई लोग सालों से रह रहे हैं, इस वजह से यहां बड़ी जनहानि हुई है।
तबाही के मंजर के बाद अपनों को खोजती आंखें
घटना के 24 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन अब जब चूरलामाला इलाके के लोग हुए भूस्खलन की आपबीती सुन रहे हैं। उसे सुनकर वह मंजर का अनुमान लगाया जा सकता है, तब हालात क्या रहे होंगे। भूस्खलन में एक फंसी महिला अपनी बेटी को बचाने की मदद की गुहार लगा रही थी। फंसी महिला जोर जोर से चिल्ला रही थी,कोई आकर हमारी मदद करे, हमने अपना घर खो दिया है। हमें नहीं पता कि नौशीन (परिवार की सदस्य) जिंदा है या नहीं। वह दलदल में फंस गई है। उसका मुंह कीचड़ से भरा है। कोई उसे बचा ले। मुंह में कीचड़ और कमर तक मलबे में फंसे होने के बावजूद अपनी बेटी की मदद के लिए गुहार लगाती महिला की आंखों में आंसू थे और मन में डर कि कहीं बेटी को कुछ हो न जाए। महिला ने तो जैसे-तैसे अपनी जान बचा ली, लेकिन उसकी बेटी बच नहीं पाई। उसने चिल्ला-चिल्ला कर लोगों से मदद मांगी, लेकिन मदद पहुंच नहीं पाई। कुछ ऐसा ही हाल वहां के रहने वाले हर एक निवासी का है। युवती ने कहा कि भूस्खलन के बाद उसके परिवार के दो बच्चे सहित पांच सदस्य लापता हैं। एक स्थानीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि वह चार सदस्यों वाले परिवार की तलाश कर रही थी। जिले के अस्पताल में शवों की लंबी कतारें लगीं हुई हैं। लोग रोते हुए उन शवों के बीच अपने प्रियजनों को खोजते हुए दिखाई दिये थे। कुछ लोग अपनों के शव देखकर सदमे में थे तो जिनके परिजन घायल हुए उन्हें देखकर राहत की सांस ली।
अब तक 250 लोगों को बचाया गया
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि वायनाड में 250 लोग अब तक बचा कर सुरक्षित जगहों तक पहुंचाए गए हैं। बचाव और राहत के काम में विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के 300 जवान तैनात किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घटना स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और उन्होंने केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन को घटनास्थल पर जाने और परिस्थिति के आकलन का निर्देश दिया है। यह बातें राय ने राज्यसभा को दी।
भारी बारिश का रेड अलर्ट
वायनाड में आने वाले कुछ दिन और हालत खराब हो सकते हैं। मौसम विभाग ने वायनाड के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, उसके आस पास से सटे जिले मलप्पुरम, कोझिकोड और कनूर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।