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Election Politics : 'खड़गे ये नहीं बताएंगे कि किसने जलाया था उनका घर', सीएम योगी ने कांग्रेस नेता पर किया प्रहार
Election Politics : महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
Election Politics : महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। झारखंड में पहले चरण का मतदान कल यानी 13 नवंबर होगा, जबकि महाराष्ट्र में एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा। इस दोनों राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान सबसे ज्यादा सीएम योगी आदित्यनाथ का नारा 'बंटेंगे तो कटेंगे' चर्चा में रहा है। इसी नारे को लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे ने सीएम योगी पर प्रहार करते हुए कहा था कि ये एक साधु की भाषा नहीं हो सकती है। अब सीएम योगी ने भी करारा पलटवार किया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को महाराष्ट्र के अचलपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। उन्होंने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम पर गुस्सा करने के बजाय, हैदराबाद के निजाम पर करना चाहिए, जिनके रजाकारों ने आपका घर और गांव जला दिया था। हिन्दुओं को बेरहमी से मार डाला था। आपकी सम्मानित मां, बहन और परिवार के सदस्यों को जलाकर मार दिया था। उन्हें देश के सामने ये सच्चाई रखनी चाहिए, लेकिन ये बताएंगे तो उनका वोट बैंक खिसक जाएगा।
...इसलिए कहता हूं बंटिए नहीं
जनसभा के दौरान सीएम योगी ने इतिहास का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि चुनाव हमारे लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इसमें कई ऐसे चुनाव होते हैं, जो देश का भाग्य बनाते या बिगाड़ते हैं। ऐसे ही एक चुनाव 1946 में हुआ था, जिसने देश के भाग्य को दुर्भाग्य में बदल दिया। उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से हमारे देश का विभागजन हुआ, फिर सत्ता के लालच में कांग्रेस मुस्लिम गिरोह के चंगुल में फंस गई। इसके बाद क्या हुआ सब आपके सामने हैं। भारत देश, जो शुरू से एक था, उसे टुकड़ो में बांट दिया गया। उन्होंने कहा कि ये इसलिए संभव हुआ, क्योंकि आप बंटे हुए थे। हिन्दुओं को मारा गया, क्योंकि आप बंटे हुए थे। इसलिए आपसे कहने आया हूं कि बंटिये नहीं... एक रहिए।
खड़गे ने क्या कहा था?
बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को झारखंड में एक चुनावी रैली के दौरान योगी आदित्यनाथ पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कई नेता साधुओं के वेश में रहते हैं और अब राजनेता बन गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी से कहूंगा कि या तो सफेद कपड़े पहनें या अगर आप संन्यासी हैं तो 'गेरुआ' कपड़े पहनें, लेकिन फिर राजनीति से बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि एक तरफ आप 'गेरुआ' कपड़े पहनते हैं और दूसरी तरफ आप कहते हैं 'बंटोगे तो कटोगे'। उन्होंने कहा कि यह एक साधु की भाषा नहीं हो सकती है। उन्होंने सीएम योगी पर नफरत फैलाने और बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।