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राकेश टिकैत का एलान: दिल्ली, नोएडा और चिल्ला बॉर्डर पर चेतावनी, 26 मार्च को भारत बंद

कृषि कानूनों के विरोध में कुंद पड़ रहे किसान आंदोलन को धार देने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत ने 26 मार्च को भारत बंद करने का एलान किया है।

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Published on: 16 March 2021 11:56 AM GMT
राकेश टिकैत का एलान: दिल्ली, नोएडा और चिल्ला बॉर्डर पर चेतावनी, 26 मार्च को भारत बंद
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भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत जोकि खुद को किसानों का नेता कहते हैं और किसानों के हक की लड़ाई लड़ने का दावा भी करते हैं, उन किसानों के लिए जिनकी जिंदगी कर्ज के बोझ तले दबी होती है और रात-दिन कड़ी मेहनत करके एक-एक पाई जुटाते हैं।

नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में कुंद पड़ रहे किसान आंदोलन को धार देने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत ने 26 मार्च को भारत बंद करने का एलान किया है। साथ ही उन्होंने दिल्ली, नोएडा और चिल्ला बॉर्डर को भी बंद करने की चेतावनी दी है। बता दें कि दिल्ली हिंसा के बाद बैक फुट पर आए किसान आंदोलन को जीवित करने का श्रेय किसान नेता राकेश टिकैत को जाता है। इसी के बाद राकेश टिकैत किसानों के बड़े नेता बनकर उभरे हैं और देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर कृषि कानूनों के विरोध में लोगों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं।

किसान आंदोलन को फिर धार देने की कोशिश

गौरतलब है कि दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की संख्या में लगातार कमी आती दिख रही है। बावजूद इसके पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी में किसानों की तरफ से महापंचायत और चौपाल लगाकर किसानों को एकजुट रहते हुए कृषि कानूनों के वापस न होने तक आंदोलन जारी रखने का आह्वान किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल में भाजपा को नुकसान पहुंचाने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत राज्य का दौरा भी कर रहे हैं। वहीं 26 मार्च को भारत बंद के एलान के बाद सरकार की परेशानी एक बार फिर बढ़ती हुई नजर आ रही है। क्योंकि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहा है, ऐसे में एकबार फिर भारत बंद का एलान किया जाना बीजेपी के लिए बड़ी मुसीबत से कम नहीं है।

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बढ़ सकती है सरकार की परेशानी

बताते चले कि कृषि कानूनों को वापस लेने की जिद पर जहां किसान अड़े हुए हैं, वहीं सरकार वापस लेने की जगह अन्य विकल्पों पर विचार करने पर तैयार है। इसके लिए सरकार और किसान नेताओं के बीच कई स्तर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। फिलहाल इस समय किसानों का आंदोलन काफी हद तक शांत नजर आ रहा है। ऐसे में भारत बंद का एलान से आंदोलन के फिर से उग्र होने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि टिकैत ने यह भी दावा किया है कि जरूरत पड़ेगी तो दिल्ली, नोएडा सहित चिल्ला बॉर्डर को भी बंद करेंगे।

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