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Kolhapur News: एंबुलेंस को स्पीड ब्रेकर का झटका, मुर्दे में आ गई जान!, उठकर बैठ गया बुजुर्ग
Kolhapur News: कोल्हापुर में एक बुजुर्ग को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजन शव को एंबुलेंस में रखे और घर जाने लगे। इसी दौरान रास्ते में एक गड्ढा आया और एबुंलेंस को जोरदार झटका लगा और बुजुर्ग की अचानक से सांसें भी चलने लगीं। यह देख एंबुलेंस में बैठे परिजन दंग रह गए।
Kolhapur News: महाराष्ट्र के कोल्हापुर से एक ऐसी खबर आई जिसे सुनने वाले भी दंग रह गए। इसे आप नए साल 2025 का चमत्कार भी कह सकते हैं। यहां पर एक बुजुर्ग व्यक्ति पांडुरंग तात्या उल्पे को दिल का दौरा पड़ा तो घर वाले उन्हें अस्ताल ले गए। जहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घर में चिख पुकार मच गई। परिजनों ने अंतिम संस्कार की तैयारी की और बुजुर्ग तात्या के शव को एंबुलेंस में रख कर घर लाया जाने लगा। इसी दौरान एंबुलेंस सड़क पर एक बड़े गड्ढे से गुजरी, जिसके चलते एंबुलेंस में बैठे लोगों को जोरदार झटका लगा। लेकिन लोगों के उस समय होश उड़ गए जब झटके के बाद पांडुरंग अचानक सांस लेने लगे। जिन्हें डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था।
डॉक्टरों ने पांडुरंग को देखा और मृत घोषित कर दिया
परिजन तत्काल पांडुरंग को फिर से अस्पताल लेकर पहुंचे। फिर क्या था वहां डाक्टरों ने उसे स्वस्थ बता दिया। इस घटना के बाद से जहां हर कोई हैरान रह गया तो वहीं डाक्टर भी दंग रह गए कि ऐसा चमत्कार हुआ तो हुआ कैसे। जानकारी के मुताबिक, यह मामला कोल्हापुर के कस्बा बावड़ा इलाके का है। जहां पर 16 दिसंबर को 65 वर्षीय पांडुरंग उल्पे को शाम के समय अचानक चक्कर आया और वे गिर पड़े। बताया गया कि उन्हें हार्ट अटैक आ गया है। परिजन उन्हें तत्काल गंगावेश स्थित अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन वहां पर डॉक्टरों ने पांडुरंग को देखा और मृत घोषित कर दिया। परिजन पांडुरंग के शव को अंतिम संस्कार के लिए घर ले जाने लगे। उसी समय कसबा बावड़ा क्षेत्र में एम्बुलेंस ने एक स्पीड ब्रेकर को टक्कर मार दी और झटके के कारण पांडुरंग तात्या की उंगलियां हिलने लगीं और शरीर में भी हलचल होने लगी। फिर परिजन उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे और डाक्टरों को दिखाया तो डाक्टरों ने उन्हें स्वस्थ बता दिया।
झटके के बाद लेने लगे सांस
पांडुरंग के एक रिश्तेदार ने बताया कि हम लोगों ने उनके अंतिम संस्कार की तैयारी भी कर ली थी। जब डॉक्टरों ने पांडुरंग को मृत घोषित कर दिया तो उसके बाद 3 घंटे तक हम लोगों ने अस्पताल की सारी फॉर्मेलिटी पूरी की। फिर एक एंबुलेंस बुलाया गया और उसमें पांडुरंग का शव को रख कर घर ले जाने लगे। एंबुलेंस में पोता रोहित और अन्य रिश्तेदार भी थे। इसी दौरान रास्ते में एंबुलेंस एक गड्ढे से गुजरी, जिसके चलते सभी को जोरदार झटका लगा। हमने देखा कि पांडुरंग की उंगलियां हिलने लगीं और शरीर में हलचल हो रही है। जब सांस चेक किया गया तो पाया गया कि वो सांस ले रहे थे। फिर हम लोग उन्हें वापस अस्पताल ले गए तो डॉक्टरों ने वहां उन्हें जिंदा घोषित कर दिया। बस यह जानकर सभी लोग बहुत खुश हो गए साथ ही हैरान भी हैं कि ऐसा कैसे हो गया। जब डाक्टरों तक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।