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Kolkata Doctor Murder: ‘ऑन ड्यूटी पर उस दिन मेरी बेटी को किसने नहीं खोजा’, बोले पीड़िता के पिता, मां ने पुलिस लगाए गंभीर आरोप

Kolkata Doctor Murder: मीडिया के मुताबिक, एक न्यूज चैनल में दिए गए इंटरव्यू में मृतक महिला डॉक्टर की माता ने बेटी की मौत के बाद राज्य पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ किए हैं।

Viren Singh
Published on: 17 Aug 2024 4:33 PM IST
Kolkata Doctor Murder
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Kolkata Doctor Murder (सोशल मीडिया) 

Kolkata Doctor Murder: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला ट्रेनी डॉक्टर से हुए रेप और हत्या के मामले पर देश भर में लोगों के बीच रोष है। डॉक्टर से लेकर आम लोगों सड़कों पर उतरे हुए हैं और आरोपी को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। राज्य सरकार के मामले में लचर रवैये को देखते हुए कोलकाता हाई कोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है। सीबीआई ने अब तक आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉक्टर संदीप घोष, एक आरोपी सहित कई लोगों के पूछताछ कर चुकी है। मृतका के पिता से भी पूछताछ की गई है। इस बीच मृतक महिला डॉक्टर की माता ने बंगाल पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं, पिता का भी दर्द छलका है।

बेटी के शव मिलते ही काफी परेशान किया गया

मीडिया के मुताबिक, एक न्यूज चैनल में दिए गए इंटरव्यू में मृतक महिला डॉक्टर की माता ने बेटी की मौत के बाद राज्य पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ किए हैं। माता का कहना है कि नौ अगस्त के दिन जब उनकी बेटी का शव मिला, उस दिन उन्हें परेशान किया गया है। पुलिस ने मामले को दबाने के लिए परिवार पर दबाव बनाए रखा था। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बताया था कि दुष्कर्म और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय मुख्य आरोपी नहीं है। इस अपराध में कोई और भी शामिल है।

मां ने मुख्यमंत्री के सामने लगाए गंभीर आरोप

मां ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मुझे बताया कि मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मैंने उनसे कहा कि मैं उस व्यक्ति को मुख्य आरोपी नहीं मानती हूं। अगर इसमें अंदर से कोई शामिल नहीं था तो उसे कैसे पता चल सकता था कि मेरी बेटी अकेली है। इस मामले में अंदर से कोई निश्चित रूप से शामिल था। मुख्यमंत्री ने बीते सोमवार को परिवार से मुलाकात की थी।

पुलिस ने मामले को भटकाने की कोशिश की

मृतका की मां ने कहा कि जबतक बेटी का शव नहीं मिला, तब तक हमें बहुत परेशान किया गया। हम पर दबाव बनाए रखा पुलिस ने मेरी बेटी की कार को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। मैंने कहा कि मेरी बेटी का निधन हो गया है, कृपया उसकी कार को नुकसान न पहुंचाएं। पुलिस ने मामले को भटकाने की कोशिश की थी। जब्ती सूची तैयार किए जाने के दौरान उन्हें दवाएं और नुस्खे दिखाए और बताया कि उनकी बेटी बीमार थी।

पीड़िता के पिता का छलका दर्द

वहीं, मृतका के पिता ने भी इस हत्या पर कई गंभीर सवाल खड़ किये हैं। उनका भी कहना है कि इस हत्या में कई और लोगों का भी हाथ है। शनिवार को मीडिया से बात करते हुए पिता दर्द बंया करते हुए कहा कि क्या कहूं, मैं तो शून्य में हूं। 7 घंटों तक ऑन ड्यूटी मेरी बेटी को किसी ने नहीं खोजा, किसी को उसकी जरूरत नहीं पड़ी? कभी-कभी वह दिन का खाना खाना भूल जाती थी। मेरी बेटी 7 अगस्त को सुबह 8:10 में हॉस्पिटल गई थी, उसका ओपीडी था। ओपीडी से निकलते शाम के 6-7 बज जाते। शाम 5 बजे शाम मां से बात की। फिर रात 11 बजे भी की। जब अगले दिन उसकी मां बार-बार फोन कर रही थी, रिंग जा रहा थी, लेकिन फोन नहीं उठा। आखिर कैसे उठता वह तो गुजर गई थी।

Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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