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लद्दाख सीमा पर ऐसे हालात: झड़प के बाद भारत-चीन सैनिक कर रहे LAC पर ये काम
भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के बाद से दोनों देशों की सेनाओं को सीमा पर बढ़ा दिया गया। ड्रोन के जरिये सेना की पोजिशन पर निगरानी रख रहे हैं।
नई दिल्ली: लद्दाख सीमा पर भारत और चीन का तनाव अभी भी जारी है। दोनों देशों के सैनिकों की तैनाती LAC पर बढ़ा दी गयी है। वहीं इस दौरान चीन के ड्रोन कई बार भारतीय क्षेत्र में नजर आये। चीन भारतीय सैनिकों की एलएसी पर गतिविधियों की निगरानी के लिए सीमा पर ड्रोन का इस्तेमाल पिछले कुछ दिनों में चार बार कर चुका है।
भारत चीन सैनिक कर रहे ड्रोन से LAC की निगरानी
भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख की गलवान वैली में झड़प के बाद से दोनों देशों की सेनाओं को सीमा पर बढ़ा दिया गया। इसके बाद से चीन क्षेत्र को अपने अधिकार क्षेत्र में बताते हुए भारत पर घुसपैठ का आरोप लगा रहा है और ड्रोन के जरिये भारतीय सेना की पोजिशन पर निगरानी रख रहा है। पिछले हफ्तों में चीनी ड्रोन को भारतीय सीमा के अंदर देखा गया।
भारतीय सेना का ड्रोन मीडियम एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्यूरेंस कर रहा LAC पर निगरानी
हालंकि भारतीय सेना भी चीनी आर्मी पर निगरानी कर रही है। इसके लिए भारतीय सेना की 14 कोर ने हेरॉन मीडियम एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्यूरेंस (MALE) ड्रोन तैनात किए हैं। बता दें कि इस ड्रोन की हैसियत हैं कि ये लगातार 24 घंटे तक 10 किलोमीटर ऊंची उड़ान भर सकते हैं।
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ये हैं भारतीय सेना के ड्रोन की खासियत
निगरानी के लिए सैनिक जमीन पर मैन-पोर्टेबल ड्रोन से लैस हैं। इंडियन आर्मी विशेष रूप से 'स्पाईलाइट' मिनी यूएवी सिस्टम से लद्दाख सीमा की निगरानी कर रही है। बता दें कि भारत ने MALE को ऊंचाई वाली जगहों पर निगरानी के लिए साल 2018 में साइरन सॉल्यूशंस एंड सिस्टम्स और इजराइली फर्म ब्लूबर्ड एयरो सिस्टम्स के संयुक्त उद्यम से लिया था।
जानकारी के मुताबिक, भारतीय सेना का ये ड्रोन मौसम खराब होने की स्थिति में भी काम करता है। इसमें 10,000 मीटर या 30,000 फीट की ऊंचाई पर सभी मौसम की स्थिति में रिअल टाइम वीडियो फुटेज देने की क्षमता है।
चीन के ड्रोन की ख़ासियत
वहीं चीन का ड्रोन भी तकनीक से लैश है। हालाँकि पिछले महीने ही चीन ने घोषणा की थी कि आर्मी LAC पर नए मानव रहित हेलीकाप्टर ड्रोन को तैनात कर सकता है।
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चीनी ड्रोन AR500C के बारे में बताया जा रहा है कि ये 5,000 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है। वहीं इसमें 6,700 सीलिंग है। चीन का यह ड्रोन पांच घंटे तक उड़ान भर सकता है। इसके अधिकतम स्पीड 170 किलोमीटर है और यह अधिकतम 500 किलोग्राम वजन उठा सकता है।
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