Lal Bahadur Shastri Death Anniversary: शास्त्री जी की 57वीं बरसी पर जानें उनके 5 प्रेरणादायक विचार

Lal Bahadur Shastri Death Anniversary: लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1914 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था। पंडित नेहरू के निधन के बाद 9 जून 1964 को उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी।

Krishna Chaudhary
Published on: 11 Jan 2023 4:05 AM GMT
Lal Bahadur Shastri Death Anniversary
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Lal Bahadur Shastri Death Anniversary (photo: social media )

Lal Bahadur Shastri Death Anniversary: महान स्वतंत्रता सेनानी और देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने जब हिंदुस्तान की बागडोर संभाली थी, तब देश में हर तरफ समस्याएं मुंह बाए खड़ी थी। पंडित जवाहरलाल नेहरू जैसे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नेता की जगह लेने वाले छोटे कद के शास्त्री के सामने अंदर और बाहर दोनों तरफ से पहाड़ जैसी चुनौतियां थी। इस मुश्किल समय में लाल बहादुर शास्त्री की नेतृत्व क्षमता ने उन्हें भारतीय राजनीति के इतिहास में अमर बना दिया। दो साल से भी कम के कार्यकाल में उन्होंने कई ऐसे काम किए, जिनके लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है।

शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1914 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था। पंडित नेहरू के निधन के बाद 9 जून 1964 को उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। 11 जनवरी 1966 को तत्कालीन सोवियत संघ के ताशकंद शहर में उनका निधन हो गया था। पूर्व प्रधानमंत्री की मौत को लेकर आज भी कई तरह के सवाल फिजाओं में तैर रहे हैं। लाल बहादुर शास्त्री की 57वीं पुण्यतिथि के मौके पर आज हम आपके लिए उनके 5 प्रेरणादायक विचार लाए हैं, जो आज के दौर में भी प्रासंगिक बने हुए हैं।

1.कानून के शासन का सम्मान

"कानून के शासन का सम्मान किया जाना चाहिए ताकि हमारे लोकतंत्र की बुनियादी संरचना को बनाए रखा जा सके और इसे और मजबूत बनाया जा सके।"

- लाल बहादुर शास्त्री

2.शांति के लिए लड़ना होगा

"हमें शातिं के लिए वैसे ही लड़ना होगा जैसा कि युद्ध की स्थिति में लड़ाई लड़ते हैं।"

- लाल बहादुर शास्त्री

3.विज्ञान और अनुसंधान के काम

"विज्ञान और अनुसंधान के काम में सफलता बड़े और असीमित संसाधानों पर निर्भर नहीं होती है बल्कि यह परेशानियों और लक्ष्यों को संभलकर चुनने से जुड़ी हुई है। सबसे ज्यादा जरूरत समर्पण और लगातार प्रयास करते रहने की है।"

- लाल बहादुर शास्त्री

4.भारत को अपना सिर शर्म से झुकाना पड़ेगा

"भारत को अपना सिर शर्म से झुकाना पड़ेगा यदि एक भी व्यक्ति बचा हो जो किसी भी तरह से अछूत कहलाता हो।"

- लाल बहादुर शास्त्री

5.गरीबी, बीमारी और अशिक्षा से लड़ना चाहिए

"यदि हम लगातार लड़ते रहेंगे तो हमारी ही जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, हमें लड़ने के बजाय गरीबी, बीमारी और अशिक्षा से लड़ना चाहिए।"

- लाल बहादुर शास्त्री

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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