Harish Salve Marriage: हरीश साल्वे की शादी में जाम छलकाते दिखे भगोड़े ललित मोदी

Harish Salve Marriage: ललित मोदी ने 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल (आईपीएल) की शुरुआत की। आईपीएल ललित मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट था। इसलिए तीन साल तक उन्होंने इस लीग को चलाया भी, लेकिन 2010 में मनी लॉन्ड्रिंग के विवाद में ललित मोदी देश छोड़कर भाग गए।

Ashish Pandey
Published on: 4 Sep 2023 7:32 AM GMT (Updated on: 4 Sep 2023 7:48 AM GMT)
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Harish Salve Marriage: एक ओर जहां देश के महंगे वकीलों में शुमार पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे की शादी हो रही थी तो वहीं पूर्व आईपीएल कमिश्नर और भारत के भगोड़े उद्योगपति ललित मोदी इस शादी में जाम छलकाते नजर आए। 2010 में मनी लॉन्ड्रिंग के विवाद में ललित मोदी देश छोड़कर भाग गए। इस शादी में नीता अंबानी सहित कई जानीमानी हस्तियां मौजूद थीं।

कौन है ललित मोदी-

हमेशा विवादों में छाए रहने वाले राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी इस समय लंदन में हैं। एक समय था जब ललित मोदी राजस्थान के क्रिकेट से लेकर आईपीएल तक छाये रहते थे। ललित मोदी को कभी राजस्थान का ‘सुपर सीएम‘ भी कहा जाता था।

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के मुख्यमंत्री काल में ललित मोदी ने जबरदस्त गेन किया। बहुत दिनों से मीडिया से दूर रहे ललित मोदी पिछले दिनों उस समय चर्चा में आए जब उन्होंने मशहूर अभिनेत्री सुष्मिता सेन के साथ अपनी डेटिंग की फोटो शेयर की। वहीं हरीश साल्वे की तीसरी शादी में शामिल हो कर ललित मोदी एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं।

आइए जानते हैं कौन हैं ललित मोदी?

ललित मोदी दिल्ली में पैदा हुए और राजस्थान के नागौर जिले से क्रिकेट में एंट्री की थी। वर्ष 2002 में ललित मोदी ने नागौर जिला क्रिकेट संघ से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था और जीत भी मिली थी। इसके बाद भी ललित मोदी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष के लिए चुनाव नहीं लड़ सके। बताया जाता है कि उस समय राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर किशोर रूंगटा गुट का कब्जा था, जिसमें राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के आजीवन सदस्य भी वोट दे सकते थे। इसमें ज्यादातर आजीवन सदस्य रूंगटा गुट के ही थे। यही कारण था कि ललित मोदी उस बार आरसीए में नहीं जा सके, लेकिन ललित मोदी ने हार नहीं मानी और अपना काम जारी रखा।

अध्यक्ष से आईपीएल कमिश्नर तक का सफर-

क्रिकेट की राजनीति में राजस्थान के नागौर जिले से एंट्री करने वाले ललित मोदी के लिए 2003 में बेहतर समय तब आया जब वसुंधरा राजे की सरकार ने स्पोर्ट्स एक्ट बनाते हुए उस नियम को रद्द कर दिया, जिसमें केवल आजीवन सदस्यों को ही वोटिंग का अधिकार दिया गया था। इसके बाद ललित मोदी की आरसीए में एंट्री की राह आसान हो गई और 2005 में ललित मोदी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बन गए। उसके बाद ललित मोदी ने अपना ग्राफ तेजी से आगे बढ़ाया। उन्होंने 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल (आईपीएल) की शुरुआत की। बताया जाता है कि आईपीएल ललित मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट था। इसलिए तीन साल तक उन्होंने इस लीग को चलाया भी, लेकिन 2010 में मनी लॉन्ड्रिंग के विवाद में ललित मोदी देश छोड़कर भाग गए।

बेटे को दिलाई एंट्री

देश छोड़कर भागे ललित मोदी ने अपने बेटे रुचिर को 2016 में अलवर जिला क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बनवा दिया। क्रिकेट की राजनीति से बहुत दिनों तक दूरी नहीं रह पाई। बेटे की एंट्री अलवर क्रिकेट संघ में गुपचुप तरीके से करवाई गई थी। चुनाव 21 अगस्त को हुआ, लेकिन इसकी जानकारी सितंबर में दी गई। इन चुनावों को बेहद गुपचुप तरीके से अंजाम दिया गया।

‘सुपर सीएम‘ बनने वाला कनेक्शन

कहा जाता है कि जब वसुंधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री थीं तो उस दौरान एक तरह से ललित मोदी ही सरकार चलाते थे। जानकारों की माने तो उस दौरान कांग्रेस पार्टी वसुंधरा से ज्यादा ललित मोदी पर हमला करती थी क्योंकि कांग्रेस का दावा था कि राजस्थान में ललित मोदी सीएम से ज्यादा पॉवरफुल हो गए थे। कहा तो यहां तक जाता है कि जयपुर के होटल रामबाग पैलेस के एक सुइट में ललित मोदी रहते थे। यहां पर मोदी से मिलने वालों की लाइन लगी रहती थी।

सूत्रों की माने तो इसी होटल से अफसरों, नेताओं और बिल्डरों को धमकाया जाता रहा है। इतना ही नहीं, मोदी के सामने खड़ा अधिकारी, मंत्री या कोई और उनके तेवर देखकर पसीना-पसीना हो जाता था। ललित मोदी पर होटल से सरकार चलाने का लगातार कांग्रेस आरोप लगा रही थी।

Ashish Pandey

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