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ताकि कोई भूखा न रहे: अम्मा देती हैं 1 रुपये में इडली, छा गई हैं सोशल मीडिया पर
कमलाथल की कहानी पिछले साल ही सामने आई थी। पिछले साल उनकी 1 रुपये में इडली बेचे जाने की कहानी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी। सोशल मीडिया यूजर्स का कहना था कि किसी की मदद करने के लिए उम्र मोहताज नहीं होती है।
नई दिल्ली: इस लॉकडाउन में महंगाई ने अपना ग्राफ ऊपर कर लिया है। हर तरफ चीजों की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। ऐसे में अगर कोई सस्ता खाना उपलब्ध करा दे तो थोड़ी रहत मिलती है। बता दें कि तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक 85 साल की एक महिला 1 रुपये में इडली बेच रही हैं। महिला का नाम कमलाथल है। यह भी गौर करने वाली बात है कि वह पिछले 30 सालों से 1 रुपये में इडली बेच रही हैं।
मैं 1 रुपये में इडली देने की पूरी कोशिश कर रही हूं-कमलाथल
एक बातचीत में कमलाथल ने बताया कि 'लॉकडाउन शुरू होने के बाद से स्थिति थोड़ी कठिन है, लेकिन मैं 1 रुपये में इडली देने की पूरी कोशिश कर रही हूं।' उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण कई प्रवासी मजदूर यहां पर फंस गए। इसलिए वर्तमान में ज्यादा लोग यहां पर खाने के लिए आ रहे हैं। ऐसे में मैं उन्हें 1 रुपये में इडली दे रही हूं, ताकि वो लोग अपना पेट भर सकें।'
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सोशल मीडिया छायी हुई हैं कमलाथल
बता दें कि कमलाथल की कहानी पिछले साल ही सामने आई थी। पिछले साल उनकी 1 रुपये में इडली बेचे जाने की कहानी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी। सोशल मीडिया यूजर्स का कहना था कि किसी की मदद करने के लिए उम्र मोहताज नहीं होती है।
मदद करने वालों की कमी नहीं
ये महिला जरूरतमंदों को 1 रुपये में इडली दे सके इसके लिए कई लोग उनकी मदद के लिए आगे आए हैं। 1 रुपये में इडली के साथ सांभर और चटनी भी परोसी जाती है। रिपोर्ट के मुताबिक़, गांव वाले लॉकडाउन के चलते अपना ब्रेकफास्ट स्किप कर रहे थे। लिहाज़ा, इडली सुबह 7 से 9 बजे तक बेची जाती है। ताकि सभी मजदूरों को भरपेट खाना मिल सके।
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