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सफल रहा लॉकडाउन: स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी, 49.21 हुआ रिकवरी रेट
देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों की संख्या के बावजूद स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोरोना रिकवरी रेट 49.21 फीसदी हो गया है।
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के कहर पर काबू पाने के लिए सरकार द्वारा पिछले दो ढाई महीने तक देश में लॉकडाउन लागू रहा है। अब सरकार की ओर से लॉकडाउन में छूट दी जानी शुरू हो गई है। और सरकार ने अब लॉकडाउन को ख़तम करके अनलॉक के पहले चरण को लागू कर दिया है। देश में फिलहाल अभी भी कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। आए दिन देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या काफी तेजी में बढ़ रही है। लेकिन अब स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि देश में कोरोना रिकवरी रेट अब 49.21 फीसदी हो गया है।
भारत में रिकवरी रेट 49.21, लॉकडाउन से हुआ लाभ
सरकार अब धीरे धीरे लॉकडाउन में लागू पाबंदियों को कम कर रही है। और लॉकडाउन को ख़तम कर रही है। हालांकि देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। भारत लगातार कोरोना के मरीजों की संख्या में नए रिकॉर्ड बना रहा है। ऐसे में ये देश में चिंता का विषय है। लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों की संख्या के बावजूद स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोरोना रिकवरी रेट 49.21 फीसदी हो गया है। जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोरोना रिकवरी रेट 49.21 फीसदी हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव ने बताया कि इस समय कोरोना वायरस के जितने मरीज अस्पताल में भर्ती हैं उनसे ज्यादा ठीक होकर घर लौट चुके हैं।
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वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से लॉकडाउन के सफल होने के बारे में जानकारी दते हुए बताया गया कि देश के 83 जिलों में सर्वे किया गया। जिसमें सामने आया कि लॉकडाउन कोरोना संक्रमण रोकने में कामयाब रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय, नीति आयोग, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च/आईसीएमआर और पीआईबी की संयुक्त प्रेस वार्ता में लव अग्रवाल ने कहा कि देश में संक्रमण की स्थिति जानने के लिए सेरो सर्वे कराया गया। भारत में कोरोना मृत्यु दर अन्य देशों की तुलना में काफी कम है। देश में देश में 1.49 लाख लोग इस संक्रमण से ठीक हो गए हैं। भारत में अब तक कम्यूनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है।
गांवों की अपेक्षा शहरी क्षेत्रों में ज्यादा मामले आये सामने
देश में भले ही कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही हो। भारत लगातार संक्रमित देशों की लिस्ट में आगे बढ़ रहा हो, लेकिन सेरो सर्वे के पहले भाग के परिणाम से ये स्पष्ट है कि लॉकडाउन सफल रहा है। देश की एक फीसदी से भी कम आबादी इससे प्रभावित हुई है। सर्वे में ये भी कहा गया है कि में कोरोना वायरस का लेकर आगे भी सतर्कता बनाए रखना है। कोरोना से बुजुर्गों छोटे बच्चों के लिए जोखिम काफी ज्यादा है। आईसीएमआर ने कहा कि सीरो-सर्वेक्षण के अनुसार, आबादी के बड़े हिस्से को अब भी कोविड-19 संक्रमण का खतरा है। जिन 83 जिलों में सीरो-सर्वेक्षण किया गया। उनकी 0.73 प्रतिशत आबादी के कोरोना वायरस के पहले संपर्क में आने के सबूत हैं।
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आईसीएमआर के अनुसार, शहरों में गांवों की तुलना में ज्यादा मामले पाए जा रहे हैं। गांवों की अपेक्षा शहर में 1.09 गुना, शहरी क्षेत्र के स्लम में 1.89 गुना अधिक कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा है। इस दौरान राज्यों को हिदायत दी गई कि वे अपने यहां कोविड-19 की रोकथाम के लिए लगातार रणनीति बनाते रहें। राज्य इस पर नजर रखें। इसमें ढिलाई ना बरतें। दूसरी ओर देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। देश में अब कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2,86,579 हो गई है। वहीं अब तक 8102 लोगों की इस वायरस से मौत हो चुकी है।