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Lok Sabha Election 2024: 2019 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी भाजपा, 450 से अधिक क्षेत्रों में उतार सकती है अपने उम्मीदवार
Lok Sabha Election 2024: 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 436 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे मगर इस बार यह संख्या बढ़कर 450 से ऊपर पहुंच सकती है।
Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विभिन्न राज्यों में चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं। इस बार भाजपा पिछली बार की अपेक्षा अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा सूत्रों का कहना है कि 2024 की जंग में भाजपा देश में 450 से अधिक लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है।
इसे कई राज्यों में भाजपा का सहयोगी दलों के साथ गठबंधन टूटने का असर बताया जा रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 436 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे मगर इस बार यह संख्या बढ़कर 450 से ऊपर पहुंच सकती है।
बिहार-महाराष्ट्र में दिखेगा गठबंधन टूटने का असर
2019 के बाद देश के सियासी हालत में काफी बदलाव आ चुका है। पिछले चुनाव के दौरान बिहार में भाजपा का जदयू के साथ गठबंधन था मगर अब बिहार में नीतीश कुमार एनडीए से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हो चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने बिहार में सिर्फ 17 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे मगर इस बार भाजपा राज्य की 30 या इससे अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है।
महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं और पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा का शिवसेना के साथ गठबंधन था। भाजपा ने राज्य की सिर्फ 25 सीटों पर ही अपने उम्मीदवार उतारे थे। अब उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना महाविकास अघाड़ी गठबंधन का हिस्सा है जबकि भाजपा ने एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी से हाथ मिला लिया है। महाराष्ट्र में भी भाजपा इस बार अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में जुटी हुई है।
पंजाब-तमिलनाडु में भी बढ़ेगी सीटों की संख्या
इसी तरह पंजाब और तमिलनाडु में भी भाजपा उम्मीदवारों की संख्या बढ़ने की संभावना है। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब में भाजपा का अकाली दल के साथ गठबंधन था। पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें हैं मगर 2019 में भाजपा ने सिर्फ तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इस बार पंजाब में भी भाजपा उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं। 2019 के चुनाव के दौरान तमिलनाडु में भाजपा का एआईडीएमके के साथ गठबंधन था जो कि अब टूट चुका है। 2019 में भाजपा ने राज्य की सिर्फ पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे मगर इस बार तमिलनाडु में भी भाजपा उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है। भाजपा इस बार दक्षिण भारत के राज्यों को काफी महत्व भी दे रही है।
कांग्रेस से ज्यादा सीटों पर लड़ेगी बीजेपी
2019 के चुनाव के समय भाजपा ने 436 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और 303 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही थी। उस चुनाव में भाजपा ने 37.7 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 22.9 करोड़ वोट हासिल किए थे। सियासी जानकारों का मानना है कि कई राज्यों में भाजपा का अपने महत्वपूर्ण साझीदारों के साथ गठबंधन टूट चुका है और ऐसे में 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा 450 से अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है।
दूसरी ओर कांग्रेस ने विपक्षी दलों के साथ मिलकर इंडिया गठबंधन बनाया है और इस बार कांग्रेस करीब 300 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। कांग्रेस ने सीट शेयरिंग के मुद्दे पर अपने सहयोगी दलों के साथ चर्चा का दौर भी शुरू कर दिया है।
भाजपा को इसलिए अपनी जीत का भरोसा
भाजपा के थिंक टैंक का मानना है कि मतदाताओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पहले की तरह ही बनी हुई है। इसके साथ ही पीएम मोदी की दूसरी पारी के दौरान उठाए गए कई बड़े कदमों के कारण पार्टी को इस बार के चुनाव में अच्छी संभावनाएं दिख रही हैं। पार्टी का मानना है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने, मोदी सरकार की मुफ्त राशन स्कीम और 22 जनवरी को अयोध्या में आयोजित होने वाले भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का 2024 की सियासी जंग पर बड़ा असर पड़ सकता है। इस कारण पार्टी को 2024 में 2019 की अपेक्षा और बड़ी जीत हासिल करने का भरोसा है।
भाजपा ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बड़ी कामयाबी हासिल की है। इसे पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए शुभ संकेत मान रही है। पार्टी ने विभिन्न मोर्चों पर चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं की सक्रियता काफी बढ़ जाएगी। माना जा रहा है कि इस कारण पार्टी की सीटों की संख्या में इस बार बढ़ोतरी हो सकती है।