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Mission 2024: कर्नाटक में BJP और JDS के बीच गठबंधन तय, पूर्व सीएम कुमारस्वामी के बयान से मिला बड़ा संकेत
Mission 2024: कर्नाटक में भाजपा का जनता दल सेक्युलर के साथ गठबंधन अब लगभग तय माना जा रहा है। जद एस के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बयान से भी ऐसा ही संकेत मिला है।
Mission 2024: देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से अपने-अपने कुनबे को मजबूत बनाने की कोशिशें की जा रही हैं। विपक्षी दलों ने हाल में बेंगलुरु में दो दिवसीय बैठक करके अपनी ताकत दिखाई थी तो दूसरी ओर भाजपा की अगुवाई में एनडीए ने दिल्ली में बैठक करके अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में एक बार फिर जीत हासिल करने का भरोसा जताया था। राजधानी दिल्ली में हुई एनडीए की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष की एकजुटता की कवायद पर तीखा हमला भी बोला था।
इस बीच भाजपा और राजनीतिक दलों को अपने साथ जोड़ने की कोशिश में लगी हुई है। कर्नाटक में भाजपा का जनता दल सेक्युलर के साथ गठबंधन अब लगभग तय माना जा रहा है। जद एस के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बयान से भी ऐसा ही संकेत मिला है। कर्नाटक में कांग्रेस की बड़ी जीत के बाद दोनों दलों को एक-दूसरे से मदद की दरकार है और माना जा रहा है कि जल्द ही इस बाबत बड़ा ऐलान किया जा सकता है।
भाजपा के साथ मिलकर काम करने का फैसला
कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़े मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही थी मगर विधानसभा के चुनावी नतीजों ने सियासी पंडितों को भी हैरान कर दिया था। हिमाचल प्रदेश के बाद कांग्रेस ने इस राज्य में भी भाजपा को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल दिया। जनता दल सेक्युलर को भी उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं हासिल हो सकी। यही कारण है कि अब दोनों दल लोकसभा चुनाव के दौरान गठबंधन की संभावनाएं तलाशने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
जद एस के नेता एचडी कुमारस्वामी के बयान से साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में दोनों दलों के बीच तालमेल हो सकता है। कुमारस्वामी ने शुक्रवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि राज्य के हित में उनकी पार्टी ने भाजपा के साथ मिलकर विपक्ष में काम करने और प्रभावी भूमिका निभाने का फैसला किया है।
कांग्रेस के खिलाफ मजबूत लड़ाई की तैयारी
कुमारस्वामी के इस बयान से साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में दोनों दल एक मंच पर आ सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा ने पार्टी की भविष्य की रणनीति के संबंध में आखिरी फैसला लेने के लिए उन्हें अधिकृत किया है। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि गठबंधन के संबंध में बातचीत करने के लिए अभी भी काफी वक्त है। उन्होंने कहा कि भाजपा और जेडीएस दोनों विपक्षी दल हैं। इसलिए राज्य के हित और लोगों के कल्याण के लिए दोनों दलों ने मिलकर काम करने का फैसला किया है।
कर्नाटक की सियासत में जनता दल सेक्युलर कांग्रेस के खिलाफ मजबूती से आवाज उठाने की कोशिश में जुटा हुआ है। कुमारस्वामी ने बताया कि विधायक दल की बैठक के दौरान देवगौड़ा ने सलाह दी कि कांग्रेस सरकार के कुकर्मों के खिलाफ मजबूती से आवाज उठाने के लिए विभिन्न जिलों में टीमों का गठन किया जाना चाहिए। पार्टी की ओर से इस दिशा में प्रयास शुरू कर दिया गया है।
भाजपा नेता बोम्मई ने भी दिया था संकेत
वैसे यह पहला मौका नहीं है जब कुमारस्वामी ने भाजपा के साथ गठबंधन के संकेत दिए हैं। इससे पहले उन्होंने 17 जुलाई को भी कहा था कि लोकसभा चुनाव में अभी वक्त है। अभी चुनावी गठबंधन के बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी मगर समय आने पर सबकुछ साफ हो जाएगा। इससे पूर्व भाजपा के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी गठबंधन के संबंध में दोनों दलों के बीच जल्द बातचीत होने का संकेत दिया था।
उनका कहना था कि इस बातचीत के बाद भाजपा और जद एस के बीच कर्नाटक में चुनावी गठबंधन हो सकता है। बोम्मई का कहना था कि विपक्षी एकजुटता का कोई मतलब नहीं है क्योंकि वह एनडीए के खिलाफ अभी तक कोई एजेंडा नहीं तय कर सके हैं। इसके साथ ही विपक्षी दलों के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा मजबूत चेहरा भी नहीं है।
कर्नाटक के समीकरण पर पड़ेगा बड़ा असर
बोम्मई का कहना था कि जद एस के नेता कुमारस्वामी ने गठबंधन के संबंध में कुछ बातें कही हैं और उसी के आधार पर दोनों दलों के शीर्ष नेतृत्व के बीच आगे चर्चा की जाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा ने भी जद एस और भाजपा के बीच चुनावी गठबंधन का पर्याप्त संकेत दिया था। सियासी जानकारों का मानना है कि भाजपा और जद एस के बीच चुनावी गठबंधन का कर्नाटक के सियासी समीकरण पर बड़ा असर पड़ सकता है।