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लोकसभा चुनाव : रायबरेली में सोनिया को भाजपा देगी कड़ी टक्कर
नरेन्द्र सिंह
रायबरेली। रायबरेली लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है। यहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का आना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सभा करना यह दर्शाता है कि 2019 के चुनाव में भले ही सपा-बसपा यहां से न लड़ें,लेकिन भाजपा कड़ी टक्कर देने की तैयारी में है। कांग्रेस से सोनिया गांधी के नाम की घोषणा हो चुकी है। बसपा-सपा कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारेगी और भाजपा के उम्मीदवार का नाम अभी तक सामने नहीं आया है।
रायबरेली में सोनिया गांधी का सफर
सांसद के रूप में सोनिया गांधी सफर 2004 से शुरू हुआ। उस चुनाव में उन्होंने 3,78,107 वोट पाकर सपा के अशोक कुमार सिंह को हराया था। भाजपा के गिरीश नारायण पांडेय को 31,290 वोट मिले थे।
2009 में सोनिया गांधी को 4,81,490 वोट मिले। बसपा के आर.एस. कुशवाहा को 1,09,325 वोट और भाजपा के आर.बी. सिंह को 25,444 वोट मिले थे।
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2014 में मोदी लहर में सोनिया गांधी को टक्कर देने आए भाजपा के अजय अग्रवाल। सोनिया इस बार सबसे ज्यादा 5,26,434 वोट पाकर विजयी हुईं और अजय अग्रवाल को मिले 1,73,721 वोट।
अब 2019 के चुनाव में सोनिया गांधी फिर चुनावी मैदान में हैं। देखना है कि अपने वोटों में लगातार इजाफा कर रही सोनिया को इस बार कौन चुनौती दे पाएगा। कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह अपने को रायबरेली की माटी का बेटा कहकर भाजपा के टिकट की आशा लगाए हैं।
वहीं एमएलसी के बड़े भाई जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह और कांग्रेस के विधायक राकेश सिंह मिलकर भाजपा का प्रचार करते दिख रहे हैं। अगर दिनेश प्रताप सिंह को टिकट मिलता है तो तीनों का साथ कड़ी टक्कर साबित होगा। एमएलसी का दावा है कि वर्तमान सरकार के सहयोग से उन्होंने जो काम कराया है वह पहले कभी नहीं हुआ था। बहरहाल कांग्रेस विधायक अदिति सिंह सोनिया गांधी के प्रचार के लिए मैदान में उतर गई हैं। गांव-गांव जाकर विधायक आपके द्वार कार्यक्रम किए जा रहे हैं। वह महिलाओं और ग्रामवासियों में पैठ बना रही हैं।
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जनता की राय
रायबरेली की सांसद गंभीर बीमार हैं। पिछले डेढ़ वर्षों से अपने संसदीय क्षेत्र में नहीं आ सकी हैं।उन्हें अब अपनी पुत्री को आगे लाना चाहिए। कांग्रेस ही हमारी रायबरेली का बेहतरीन विकास कर सकती है।
रामजी शुक्ला
भाजपा ने आज तक कोई दमदार उम्मीदवार नहीं दिया है।सांसद की गतिविधियां शून्य हैं। सांसद प्रतिनिधि ही कभी-कभी अखबारों में दिखते हैं। देश के स्वाभिमान और सम्मान को ऊंचा रखने वाला ही जीतना चाहिए।
वरुण तिवारी बैनामा
इस क्षेत्र के लिए जितना कांग्रेस ने किया है वह अन्य दलों के लिए कल्पना से भी बाहर है। बड़े-बड़े संस्थान, हाईवे और योजनाओं की भरमार यह सब कांग्रेस की देन है। हमारे लिए सोनिया के अलावा कुछ नहीं।
अभय श्रीवास्तव
सरकार के कामों को देखकर वोट देना चाहिए। इस सरकार में पढ़ाई के बाद रोजगार के क्षेत्र में बुरा हाल है। रोजगार पर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सपना
मेरी राय में रायबरेली के विकास के लिए सोनिया गांधी ही बेहतर विकल्प हैं, लेकिन जब बात देश की रक्षाऔर विकास की आती है तो भाजपा ही जीतनी चाहिए। मोदी सरकार ने पकिस्तान पर हमले का आदेश देकर एक नयी लहर पैदा करने का काम किया है।
राकेश तिवारी
मेरी राय में 6 मई रायबरेली के मतदाताओं के लिए कांग्रेस मुक्ति दिवस है। ऐसी सांसद जो अपने मतदाताओं का हाल न ले सके, अपने क्षेत्र में सालों नजर न आए, हमें ऐसे सांसद की आवश्यकता नहीं है। हम तो मोदी को प्रधानमंत्री बनाएंगे।
पूनम सिंह
सोनिया गांधी रायबरेली के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि हैं। रायबरेली में कम से कम विकास तो दिख रहा है। सोनिया गांधी फिर रायबरेली से भारी मतों से चुनी जाएंगी।
लक्ष्मीकांत
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