TRENDING TAGS :
Mahua Moitra: लोकपाल ने महुआ के खिलाफ सीबीआई जांच का दिया आदेश, निशिकांत दुबे का बड़ा दावा
Mahua Moitra: भाजपा सांसद ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि आज मेरी शिकायत को सही मानते हुए लोकपाल ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई को जांच करने का आदेश दिया। यानि चंद पैसों के लिए तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद ने हीरानंदानी के साथ भ्रष्टाचार व देश की सुरक्षा को गिरवी रखा।
Mahua Moitra: पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। लोकसभा में सवाल के बदले पैसे के मामले में टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा को लेकर भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि आज मेरी शिकायत को सही मानते हुए लोकपाल ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई को जांच करने का आदेश दिया। यानि चंद पैसों के लिए तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद ने हीरानंदानी के साथ भ्रष्टाचार व देश की सुरक्षा को गिरवी रखा। इस पोस्ट की शुरुआत उन्होंने सत्यमेव जयते और अंत जय शिव लिखकर की।
ये पहली बार नहीं है जब बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने इस तरह का दावा किया हो। वे पहले भी इस तरह की पोस्ट कर चुके हैं। बीते साल नवंबर माह में उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर इसी तरह का दावा किया था। उन्होंने लिखा था कि लोकपाल ने मेरी शिकायत पर राष्ट्रीय सुरक्षा को गिरवी रखकर भ्रष्टाचार करने की आरोपी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ आज सीबीआई जांच का आदेश दिया। वहीं, मोइत्रा ने उन पर पलटवार करते हुए कहा था, ‘यह जानकर बहुत खुशी हुई कि मोदी जी का लोकपाल अस्तित्व में है और यह भी अभी भी सक्रिय है। लोकपाल कार्यालय के लिए ऐसी महत्वपूर्ण घोषणाओं को आउटसोर्स करना अपमानजनक है।
क्या है मामला?
महुआ मोइत्रा पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को 15 अक्टूबर 2023 को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया था कि महुआ द्वारा लोकसभा में हाल के दिनों तक पूछे गए 61 प्रश्नों में से 50 प्रश्न अदाणी समूह पर केंद्रित थे। आरोप है कि कारोबारी दर्शन हीरानंदानी की ओर से अदाणी समूह पर निशाना साधने के लिए लोकसभा में सवाल पूछती थीं। उन्होंने दावा किया कि हीरानंदानी अलग-अलग स्थानों से एवं अधिकतर दुबई से सवाल पूछने के लिए मोइत्रा की लॉगइन आईडी का इस्तेमाल करते थे। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने आचार समिति के पास भेज दिया था।