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Loksabha Election : केजरीवाल को अंतरिम जमानत के बाद बदली AAP की रणनीति, नई प्रचार योजना
Loksabha Election : लोकसभा चुनाव में चौथे चरण के मतदान से पहले सुप्रीम कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी है। शीर्ष अदालत में केजरीवाल को एक जून तक के लिए अंतरिम जमानत दी है और इस दौरान वे पार्टी प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार भी कर सकेंगे।
Loksabha Election : लोकसभा चुनाव में चौथे चरण के मतदान से पहले सुप्रीम कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी है। शीर्ष अदालत में केजरीवाल को एक जून तक के लिए अंतरिम जमानत दी है और इस दौरान वे पार्टी प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार भी कर सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में नया उत्साह दिख रहा है। दिल्ली में आप के साथ गठबंधन करने वाली कांग्रेस के नेताओं ने केजरीवाल को अंतरिम जमानत दिए जाने के आदेश का स्वागत किया है।
केजरीवाल की रिहाई के आदेश के बाद आम आदमी पार्टी ने अपनी चुनावी रणनीति बदल दी है। पार्टी ने पहले से तय अपनी सभी संकल्प सभाओं को रद्द कर दिया है। आप से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अब पार्टी की ओर से केजरीवाल की अगुवाई में नए सिरे से चुनावी रणनीति बनाई जाएगी। आप के चुनाव प्रचार की कमान अब अरविंद केजरीवाल के हाथों में होगी जिससे आप की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने में काफी मदद मिलने की संभावना है। खास तौर पर दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी को फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
दिल्ली में गठबंधन मगर पंजाब में नहीं
दिल्ली के शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आप के चुनाव अभियान पर काफी बुरा असर पड़ा है। इस बार के लोकसभा चुनाव में आप और कांग्रेस ने चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात और गोवा में गठबंधन किया है। पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें हैं और इस राज्य में आप और कांग्रेस के बीच चुनावी गठबंधन नहीं हो सका है।
दिल्ली में लोकसभा के सात सीटें हैं और इनमें से चार सीटों पर आप ने प्रत्याशी उतारे हैं जबकि तीन सीटें कांग्रेस के खाते में गई हैं। हरियाणा में आम आदमी पार्टी को एक लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का मौका मिला है।
दिल्ली और पंजाब में पार्टी की नई रणनीति
दिल्ली और पंजाब को आम आदमी पार्टी का मजबूत गढ़ माना जाता रहा है और इन दोनों ही राज्यों में आम आदमी पार्टी की सरकार है। चुनाव आयोग की ओर से इस बार घोषित किए गए कार्यक्रम के मुताबिक दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों पर छठवें चरण में 25 मई को मतदान होने वाला है। हरियाणा में भी छठवें चरण में ही 25 मई को मतदान होने वाला है। पंजाब में सातवें और आखिरी चरण में 1 जून को मतदान होगा। इस कारण दिल्ली और पंजाब में अरविंद केजरीवाल को पार्टी प्रत्याशियों की चुनावी स्थिति मजबूत बनाने का बड़ा मौका मिलेगा।
यही कारण है कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी ने अपनी पूर्व निर्धारित सभी संकल्प सभाओं को रद्द कर दिया है। अब नए सीधे से चुनाव रणनीति बनाई जाएगी। जानकारों का कहना है कि जल्द ही पार्टी के नए चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर दिया जाएगा।
अब केजरीवाल संभालेंगे प्रचार की कमान
आम आदमी पार्टी के गठन के बाद से ही पार्टी के चुनाव प्रचार की कमान मुख्य रूप से अरविंद केजरीवाल के हाथों में ही रही है। अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में ही दिल्ली के विधानसभा चुनावों में पार्टी लगातार जीत हासिल करती रही। पंजाब के पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी पार्टी ने केजरीवाल की अगुवाई में कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल और भाजपा को करारी शिकस्त दी थी।
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पार्टी के प्रचार अभियान की कमान मुख्य रूप से सुनीता केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने संभाल रखी थी। आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह भी रिहाई के बाद पार्टी के पक्ष में चुनाव प्रचार में जुटे हुए थे।
दिल्ली और पंजाब में केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने रोड शो और सभाएं की थीं मगर अब केजरीवाल के हाथों में ही पार्टी के चुनाव अभियान की कमान रहेगी। आप से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने से पार्टी कार्यकर्ताओं का हौसला भी बढ़ा है।
अब पंजाब और दिल्ली में पार्टी का चुनाव अभियान तेजी पकड़ेगा और इसका आप प्रत्याशियों को बड़ा लाभ मिलने की संभावना जताई जा रही है। आप सूत्रों का कहना है कि रिहाई के तत्काल बाद केजरीवाल पार्टी के चुनाव प्रचार में सक्रिय हो जाएंगे।
कई शर्तों के साथ जमानत मगर कर सकेंगे प्रचार
सुप्रीम कोर्ट की ओर से कई शर्तों के साथ केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने का आदेश दिया गया है। कोर्ट ने कहा है कि अंतिम जमानत के दौरान केजरीवाल केस में अपनी भूमिका के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं कर सकेंगे। इसके साथ ही वे इस केस जुड़े किसी भी गवाह से बातचीत नहीं कर सकते और केस को किसी भी तरह प्रभावित नहीं कर सकते।
केस से जुड़ी किसी भी फाइल पर उनकी पहुंच नहीं होगी। इसके साथ ही वे सीएम कार्यालय या दिल्ली सचिवालय भी नहीं जा सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक 2 जून को केजरीवाल को सरेंडर करना होगा।
हालांकि शीर्ष अदालत ने केजरीवाल के चुनाव प्रचार करने पर रोक नहीं लगाई है। आम आदमी पार्टी के पक्ष में सबसे बड़ी बात यही है कि केजरीवाल पार्टी प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार कर सकेंगे। यही कारण है कि आप कार्यकर्ताओं में केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने से खुशी की लहर देखी जा रही है। इस आदेश का बड़ा सियासी असर पड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।