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Maharashtra Election Results 2024: भाजपा की ये रणनीति, शिंदे फैक्टर की वो बातें और महायुति को मिल गई बंपर जीत!
Maharashtra Election Results 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन सरकार बनाते दिख रहा है। किसी भी पार्टी के जीत के वैसे तो कई फैक्टर होते हैं। यहां महायुति की जीत के भी कई फैक्टर हैं, लेकिन यहां एकनाथ शिंदे का वो फैक्टर हिट हो गया।
Maharashtra Election Results 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति बंपर जीत की ओर है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार अभी तक 149 सीटों पर महायुति गठबंधन आगे है। अभी तक के रुझानों के अनुसार महाराष्ट्र में महायुति को बहुमत के साथ सरकार बनाने का चांस दिख रहा है।
अब जब रूझानों में महायुति सरकार बनाते दिख रही है तो यहां महायुति की उन रणनीतियों की चर्चा जरूर होगी कि आखिर वो कौन से कारण हैं जिसके चलते गठबंधन फिर सरकार बनाते दिख रहा है। बीजेपी पर एंटी इंकंबेंसी के साथ ही शिवसेना और एनसीपी को तोड़ने का भी आरोप लगा। मराठा आंदोलन ने भी महायुति का काम खराब किया। लेकिन इन सबके बावजूद महायुति गठबंधन ने ऐसी रणनीति बनाई जो चुनाव में हिट हो गई और नतीजा ये रहा कि मायुति ने बाजी मार ली?
यहां आइये जानते हैं इसके बारे में....
काम कर गया शिंदे को सीएम बनाए रखना
भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर ऐसा पासा फेंका था कि एमवीए चारों खानों चित होती नजर आ रही थी। बीजेपी यह अच्छी तरह से जानती थी कि शिंदे मराठा क्षत्रप हैं और वे दलित विरादरी से भी आते हैं। अब मराठा प्राइड को कैश करने की बीजेपी की यह रणनीति विधानसभा चुनाव में काम कर गई है। यही नहीं बीजेपी बीच-बीच में ये संदेश भी देती रही कि एकनाथ शिंदे फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बन सकते हैं। एमवीए जरांगेर पाटील के मराठा आंदोलन से काफी खुश था उसे उम्मीद थी की वह इसी भुना लेगी लेकिन बीजेपी की इस रणनीति ने उसके मंसुबों पर पानी फेर दिया और नतीजा यह रहा कि महायुति सत्ता में वापसी करते हुए नजर आ रही है। दूसरी ओर शिवसेना (यूबीटी) को कमजोर करने में भी एकनाथ शिंदे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसका नतीजा यह रहा कि महाराष्ट्र के लोगों ने शिंदे को ही मराठा सम्मान का प्रतीक माना और उनके लिए ठाकरे परिवार बाहरी हो गया।
लड़की बहिन योजना और कल्याणकारी योजनाएं
महाराष्ट्र चुनाव में शिंदे की लड़की बहिन योजना लागू करने की रणनीति काम कर गई। राज्य की आम जनता को लगता है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के चलते ही उनके खातों में हर महीने रुपये आने शुरू हुए हैं। अगर वो फिर से मुख्यमंत्री बनते हैं तो उनके खाते में और भी अधिक रुपये आएंगे। इसका नतीजा यह रहा कि एमवीए के कई कोर वोटर्स के घरों की महिलाओं ने महायुति के पक्ष में वोट किया क्योंकि उनके खातों में पैसा पहुंचने लगा था। इसी तरह विधानसभा चुनाव की घोषणा के कुछ दिन पहले ही राज्य के कई टोल प्लाजा से टोल हटा लिए गए थे जिसका चुनाव में फायदा देखने को मिला।
हिंदू-मुस्लिम दोनों को साधने में सफल
गठबंधन ने चुनाव में जहां हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण को बचाने के लिए बंटेंगे तो कटेंगे और एक हैं तो साथ हैं का सहारा लिया तो वहीं दूसरी ओर एनसीपी के मुस्लिम कैंडिडेट को समर्थन करके यह भी जता दिया कि वो मुसलमानों की विरोधी नहीं है। यही नहीं चुनावों के ठीक पहले एकनाथ शिंद सरकार ने मदरसों के शिक्षकों की सैलरी बढ़ाकर गठबंधन ने यह संदेश दे दिया था। इस तरह एनसीपी और शिंदे शिवसेना को मुस्लिम वोट भी काफी तादात में मिलते दिख रहा है।
काम कर गई बीजेपी की नई रणनीति
चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने शुरू से ही अपनी रणनीति में स्थानीय राजनीति को महत्व दिया। हरियाणा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बहुत रैलियां और ज्यादा प्रचार प्रसार नहीं कराया गया था और यही रणनीति महाराष्ट्र में भी दोहराई गई। स्थानीय नेताओं को प्रचार और रैली में आगे रखा गया। इस बार महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा रैलियां और सभाएं डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से करवाई गई। नितिन गडकरी को भी चुनाव में लगाया गया, उन्होंने भी कई रैलियां कीं और गठबंधन के पक्ष में माहौल तैयार किया।
संघ और बीजेपी का मिलकर काम करना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंध सुधरना भी बीजेपी के लिए काफी कारगर साबित हुआ। चुनाव के दौरान संघ के कार्यकर्ता भाजपा का संदेश घर-घर तक ले गए। संघ के लोग घर-घर जाकर जनता से अपील कर रहे थे कि 2024 के लोकसभा चुनावों के परिणामों से सीख लें और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर भाजपा की अगुवाई वाली गठबंधन को अपना वोट दें। यही नहीं पंफलेट में लोगों को भूमि जिहाद, लव जिहाद, धर्मांतरण, पत्थरबाजी और दंगे आदि के बारे में बताया जा रहा था।
अब महायुति की जीत ने यह साबित कर दिया है कि गठबंधन की रणनीति सफल होती दिख रही है। राज्य में महायुति बहुमत से सरकार बनाने की तरफ जा रही है।