TRENDING TAGS :
Maharashtra Elections: पीएम मोदी की आठ जनसभाएं, सीएम योगी करेंगे 15 रैलियां
Maharashtra Elections: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 20 रैलियां करेंगे। सूबे में सबसे अधिक जनसभाएं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितिन गडककरी और चंद्रशेखर बवांकुले करेंगे।
Maharashtra Elections: महाराष्ट्र के चुनाव में भी यूपी के सीएम योगी की डिमांड है। वे राज्य में 15 चुनावी रैलियां करेंगे। अगले महीने में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी ने चुनाव के लिए अपनी तैयारियां पूरी भी कर ली हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अन्य बड़े नेता महाराष्ट्र में एक के बाद एक कई ताबड़तोड़ जनसभाएं करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिमी महाराष्ट्र, विदर्भ, मुंबई-कोंकण, नॉर्थ महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में कुल आठ रैलियां करेंगे। राज्य में सबसे ज्यादा रैलियां या जनसभाएं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, नितिन गडककरी और चंद्रशेखर बवांकुले करेंगे। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराष्ट्र में कुल 15 रैलियां करेंगे।
किसकी कितनी होंगी जनसभाएं?
-पीएम नरेंद्र मोदी- 8
-अमित शाह- 20
-नितिन गडकरी- 40
-देवेंद्र फडणवीस -50
-चंद्रशेखर बवांकुले - 40
-योगी आदित्यनाथ -15
दो गठबंधन आमने-सामने
महाराष्ट्र में दो गठबंधनों के बीच मुकाबला होना है। राज्य में 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना, शरद पवार की एनसीपी ने मिलकर महाविकास अघाड़ी का गठन किया था। इस बार के यहां के चुनाव में मुकाबला पार्टियों के बजाय दो गठबंधनों के बीच देखने को मिलने वाला है। विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति और महाविकास अघाडी आमने-सामने होंगे। बता दें कि महायुति गठबंधन में भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं। इस बार का चुनाव किसी भी गठबंधन के लिए आसान नहीं है। जहां महायुति फिर से सत्ता में आने के लिए जोर लगा रही है तो वहीं विपक्षी गठबंधन (इंडिया) महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के अपने प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी, जिसमें उसे महायुति पर बढ़त हासिल हुई थी।
20 नवंबर को होना है मतदान
महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा। विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं। हालांकि, चुनाव के बाद शिवसेना एनडीए से अलग हो गई और उसने एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर राज्य में सरकार बना ली। शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने। उसके बाद जून 2022 में शिवसेना में आंतरिक कलह हो गई। इसके बाद एकनाथ शिंदे ने पार्टी के 40 विधायकों को तोड़ दिया और शिंदे बीजेपी के समर्थन से राज्य के नए मुख्यमंत्री बन गए। अब शिवसेना दो गुटों में बंट चुकी है। वहीं शरद पवार की एनसीपी भी दो गुट-शरद पवार और अजित पवार में बंट गई है। इस बार यहां का मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है। अब यह देखना होगा कि आखिर जनता किस पर भरोसा जताती है। यह तो 23 नवंबर को मतों की गिनती के बाद ही पता चल पाएगा।