Maharashtra Election 2024: आखिर बीजेपी को क्यों उतारने पडे़ इन दो सीटों पर उम्मीदवार, जानें क्या है यहां का समीकरण

Maharashtra Election 2024: 2019 के विधानसभा चुनाव में मीरा-भाईंदर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर गीता जैन ने जीत हासिल की थी। जैन उन नेताओं में शामिल रही हैं, जो शिवसेना में बगावत के बाद एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी पहुंची थी। शिंदे ने गीता जैन को फिर से विधानसभा पहुंचाने का आश्वासन दिया है।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 29 Oct 2024 7:49 AM GMT
Maharashtra Election 2024: आखिर बीजेपी को क्यों उतारने पडे़ इन दो सीटों पर उम्मीदवार, जानें क्या है यहां का समीकरण
X

अमित शाह और जेपी नड्डा   (photo: social media ) 

Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के आखिरी दिन बीजेपी ने दो सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया। बीजेपी को इसके लिए चौथी लिस्ट जारी करनी पड़ी। जिसमें केवल दो उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई। यह सीटें बीजेपी के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं। पार्टी ने जहां मीरा-भाईंदर विधानसभा सीट से नरेंद्र मेहता को टिकट दिया है तो वहीं उमरेड विधानसभा सीट से सुधीर पारवे को मैदान में उतारा है।

ये दोनों सीटें बीजेपी के लिए इतनी महत्वपूर्ण क्यों हैं कि इस पर उम्मीदवारों के चयन के लिए आखिरी दिन तक इंतजार करना पड़ा। इन दोनों सीटों का क्या है समीकरण और यह क्यों चर्चा में हैं?

आइए जानते हैं इसके बारे में-

पहले बात मीरा-भाईंदर विधानसभा सीट की

मीरा-भाईंदर विधानसभा सीट बीजेपी के लिए काफी अहम बताई जा रही है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो बीजेपी इस सीट को किसी भी कीमत पर छोड़ना नहीं चाहती थी। जबकि शिंदे शिवसेना भी इस सीट पर अपनी नजरें गड़ाए हुए थी। इसके चलते इस सीट पर दोनों पार्टियों के बीच पेच फंसा हुआ था। लेकिन अब बीजेपी ने इस सीट पर अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। इस सीट पर पांच लाख से अधिक मतदाता हैं।


...तो इसलिए इस सीट पर थी बीजेपी की नजर

बीजेपी इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए ऐसे ही नहीं अड़ी थी। इस सीट का समीकरण बीजेपी के लिए काफी फायदे का हो सकता है। अगर मीरा-भाईंदर सीट पर चुनावी आंकड़ों की बात करें तो यहां हिंदी भाषी खास तौर पर गुजराती, मारवाड़ी, जैन और उत्तर भारतीय मतदाताओं का बाहुल्य है। इसके चलते इस सीट पर बीजेपी का अच्छा खासा प्रभाव है। लेकिन, 2019 के विधानसभा चुनाव में यहां से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर गीता जैन ने जीत हासिल की थी। गीता जैन उन नेताओं में शामिल रही हैं, जो शिवसेना में बगावत के बाद एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी पहुंची थी। शिंदे ने गीता जैन को फिर से विधानसभा पहुंचाने का आश्वासन दिया है। यही कारण था कि शिंदे और बीजेपी के बीच इस सीट को लेकर बात नहीं बन पा रही थी, लेकिन अब इस सीट पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है।


अब बात उमरेड सीट

उमरेड विधानसभा सीट नागपुर जिले में स्थित महाराष्ट्र विधानसभा के बारह निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह रामटेक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा है। 2019 के विधानसभा चुनाव में उमरेड सीट से कांग्रेस के राजू देवनाथ परवे ने जीत का परचम लहराया था। लेकिन उन्होंने 24 मार्च 2024 को उमरेड विधानसभा के सदस्य और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उमरेड विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र रिक्त हो गया।


2011 की जनगणना के अनुसार उमरेड की जनसंख्या 53,971 थी, जिसमें पुरुषों की संख्या 27,456 है और महिलाओं की संख्या 26515 है. शहर के 36,947 निवासी साक्षर माने जाते हैं।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story