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कर्फ्यू...चप्पे-चप्पे पर पुलिस, सीएम और गडकरी ने दी चेतावनी; नागपुर हिंसा में एक्शन जारी
Maharashtra Nagpur Violence: पुलिस ने लगभग 65 लोगों को हिरासत में लिया है और हिंसा के पीछे की साजिश की जांच कर रही है।
Nagpur Violence: औरंगजेब की कब्र मामले में महाराष्ट्र के नागपुर में दो समुदाय विशेष के बीच हिंसा हो गई। दोनों के बीच बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस को कर्फ्यू लगाना पड़ा। नागपुर में स्कूलों की छुट्टी करनी पड़ी। उपद्रवियों ने तोड़फोड़ कर वाहनों में आग लगा दी और जमकर पत्थरबाजी की। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 65 लोगों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, विश्व हिंदू परिषद पिछले कई दिनों से औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग कर रही थी। इसी दौरान वीएचपी कार्यकर्ता औरंगजेब का पुतला जला रहे थे, लेकिन किसी ने अफवाह फैला दी कि किसी समुदाय विशेष की धार्मिक पुस्तक और चादर को जला दिया। इससे नाराज लोगों ने बवाल करना शुरू कर दिया। सोमवार शाम करीब 7 और साढ़े 7 बजे के बीच हिंसा भड़क गई। दोनों के बीच तनाव इतना बढ़ गया कि पहले घरों और गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद गाड़ियों में आग लगा दी। पुलिस के ऊपर और घरों में पत्थरबाजी की। नागपुर के महाल से हंसपुरी तक हिंसा फैल गई। इसकी चपेट में आए कोतवाली गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। यह कर्फ्यू अगले आदेश तक लागू रहेगा।
वहीं, महाल, चिटनिस पार्क और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात है। राज्य रिजर्व पुलिस बल (SRPF), दंगा नियंत्रण पुलिस और त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया है। पुलिस कर्मी और फायर ब्रिगेड के अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। पुलिस ने लगभग 65 लोगों को हिरासत में लिया है और हिंसा के पीछे की साजिश की जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारियों की अब पैनी नजर
नागपुर पुलिस आयुक्त डॉ रविंदर सिंघल ने कहा, स्थिति नियंत्रण में है। एक तस्वीर जलाई गई थी, जिसके बाद लोग जमा हुए और उनके निवेदन पर हमने कार्रवाई की। लोगों का प्रतिनिधिमंडल मुझसे मिलने मेरे ऑफिस भी आया था। हमने FIR दर्ज की है। घटना करीब 8:30 बजे की है। 2 वाहन जलाए गए हैं। वहीं, सुबह जानकारी देते हुए बताया कि तनाव वाले इलाकों में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। करीब 65 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस लगातार गश्त कर रही है। बाजार भी पूरी तरह बंद है।
मुख्यमंत्री ने अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि नागपुर शांति और सद्भाव के लिए जाना जाता है। मैं नागरिकों से अपील करता हूं कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें।" उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी औरंगजेब का महिमामंडन करने वालों को "देशद्रोही" करार देते हुए कड़ी निंदा की।
गडकरी ने दिया आश्वासन
केंद्रीय मंत्री और नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने कहा, कुछ अफवाहों के कारण नागपुर में धार्मिक तनाव की स्थिति पैदा हुई है। नागपुर शहर का इतिहास ऐसे मामलों में शांति बनाए रखने का रहा है। मैं अपने सभी भाइयों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें और शांति बनाए रखें। सड़कों पर न निकलें। कानून व्यवस्था में सहयोग करें। शांति और सद्भाव की परंपरा को बनाए रखें जिसके लिए नागपुर जाना जाता है। मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि सरकार उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी जिन्होंने गलती की है या अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं। मुख्यमंत्री को पहले ही इस स्थिति के बारे में सूचित किया जा चुका है, इसलिए मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि अफवाहों पर ध्यान न दें। कृपया पुलिस प्रशासन का सहयोग करें, प्रेम बढ़ाएं और शहर में सकारात्मक माहौल बनाए रखें। यह मेरा आप सभी से विनम्र अनुरोध है।
दौरे पर पहुंचे विधायक
नागपुर सेंट्रल से भाजपा विधायक प्रवीण दटके ने हिंसा प्रभावित क्षेत्र हंसपुरी का दौरा किया। उन्होंने कहा, मैं आज सुबह-सुबह यहां पहुंचा। यह घटना पहले से ही तय किया गया था। कल सुबह एक आंदोलन के बाद गणेश पेठ पुलिस स्टेशन में घटना घटी, फिर सब कुछ सामान्य रहा। शाम में भीड़ सिर्फ़ हिंदुओं के घरों और दुकानों में प्रवेश की। पहले सभी कैमरे तोड़ दिए गए और फिर हथियारों के साथ हिंसा की गई। ये सब पहले से तय दिख रहा है। मैंने सीपी (पुलिस आयुक्त) से बात की, यह एक संवेदनशील क्षेत्र है। मैं सीएम से भी बात करूंगा। अपराधियों की तस्वीरें डीवीआर में हैं। हम ये सभी चीज पुलिस को देंगे। मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि कल पुलिस हिंदू नागरिकों के साथ खड़ी नहीं थी।