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Maharashtra Political Crisis: NCP ने कहा- फ्लोर टेस्ट की स्थिति में महाविकास अघाड़ी की ही होगी बदनामी

Maharashtra Political Crisis Live: एकनाथ शिंदे द्वारा शिवसेना के 50 से अधिक विधायकों को पार्टी से तोड़कर अपने खेमे में जोड़ने के बाद एमवीए सरकार अल्पमत में आ जाएगी।

Rajat Verma
Written By Rajat VermaNewstrack aman
Published on: 24 Jun 2022 8:45 PM IST (Updated on: 24 Jun 2022 8:51 PM IST)
Maharashtra Political Crisis
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एकनाथ शिंदे, उद्धव ठाकरे और शरद पवार (फोटो: सोशल मीडिया )

Maharashtra Political Crisis : महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के साथ शिवसेना (Shiv sena) की मुश्किलें लगातार गहराती जा रही हैं। ऐसे में सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के हाथ से महाराष्ट्र की सत्ता (Maharashtra Politics) जाती हुई दिखाई दे रही है। सूत्रों से हालिया प्राप्त जानकारी के मुताबिक उद्धव ठाकरे सरकार को झटका देने वाले एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के संपर्क और समर्थन में शिवसेना के 50 से अधिक विधायक बताए जा रहे हैं।

इस बीच गुवाहाटी पुलिस ने महाराष्ट्र के सतारा से शिवसेना के उप जिला प्रमुख संजय भोसले को हिरासत में ले लिया है, वह रैडिसन ब्लू होटल के पास मौजूद थे, और होटल में ठहरे पार्टी विधायकों से महाराष्ट्र लौटने का आग्रह कर रहे थे। यह संवेदनशील क्षेत्र है। पुलिस का कहना है कि कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।

NCP ने कहा- फ्लोर टेस्ट की स्थिति में MVA की ही होगी बदनामी

महाराष्ट्र में गहमागहमी के बीच आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बीच बैठक हुई। दोनों नेताओं ने संख्या बल पर समीक्षा के साथ-साथ भविष्य की रणनीति पर चर्चा हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कमोबेश यह स्पष्ट होता जा रहा है कि शिवसेना के अधिकांश विधायक एकनाथ शिंदे के साथ हैं। हर दिन उनकी संख्या बढ़ती जा रही है। एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं का मानना ​​है कि मामले को आगे खींचने से फ्लोर टेस्ट की स्थिति में महाविकास अघाड़ी को ही शर्मिंदगी उठानी पड़ेगी।

MNS ने पोस्टर लगाकर पूछा- अब कैसा लग रहा है?

महाराष्ट्र (Maharashtra) में चल रहे सियासी उठापटक के बीच राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (MNS) का एक पोस्टर वायरल हो रहा है। इस पोस्टर के जरिए MNS ने मौजूदा राजनीतिक हालात को लेकर शिवसेना पर चुटकी ली। मनसे ने मुंबई में पोस्टर लगाकर शिवसेना से पूछा कि, 'अब कैसा लग रहा है आपको? यह पोस्टर मुंबई के साकीनाका इलाके में लगाया गया है।


'MLA टूरिस्ट बनकर घूम रहे, तो क्या वह सरकार में नहीं'

जयंत पाटिल यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा, कि अगर 40 विधायक टूरिस्ट बनकर गुजरात के सूरत और गुवाहाटी चले गए तो इसका मतलब ये नहीं है कि वो हमारी सरकार में नहीं हैं। वह एकनाथ शिंदे साहब के पीछे हैं। अभी शिंदे साहब सरकार के बाहर नहीं गए हैं और न ही उन्होंने इस्तीफा दिया। अभी भी कुछ शिवसेना के हिस्सा हैं और सरकार में मंत्री हैं। अभी तक किसी ने राज्यपाल को इस्तीफा नहीं भेजा है।

'किसी ने सरकार से समर्थन वापस नहीं लिया'

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता जयंत पाटिल (Jayant Patil) ने आज कहा कि, 'सरकार सुचारू रूप से काम कर रही है। अभी ऐसी कोई तस्वीर दिखाई नहीं दी है जिससे यह पता चले कि सरकार से समर्थन वापस ले लिया गया है। उन्होंने कहा, हां कुछ विधायक जरूर बाहर गए हैं। ढाई वर्ष तक महाविकास अघाड़ी गठबंधन की पार्टियों ने सरकार चलाई। उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री रहते अब तक सब कुछ बेहतर चला है।'

ठाकरे ने बागियों से दो टूक कहा- 'CM आवास छोड़ा है, लड़ाई नहीं'

महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम के बीच उद्धव ठाकरे ने सेना भवन में बैठक की। दौरान उन्होंने कहा, कि 'मेरी तबीयत ठीक नहीं थी। मैं पिछले 6-7 महीने से बीमार हूं। जिस दिन मैंने वर्षा (महाराष्ट्र का सीएम आवास) छोड़ा उस दिन मुझे जो कहना था, कह दिया। हालांकि, उन्होंने बागियों से दो टूक कहा कि मैंने वर्षा छोड़ा है, लड़ाई नहीं।'

शिवसेना के नाम का इस्तेमाल किए बिना सर्वाइव नहीं कर सकते

उद्धव ठाकरे ने कहा, 'सत्ता को लेकर मुझे कोई लालच नहीं। मुझमें अभी भी लड़ने की इच्छाशक्ति है। जिस तरह से बगावत हुई, वह सही नहीं। मैं बागियों को चुनौती देता हूं कि वे ठाकरे और शिवसेना के नाम का इस्तेमाल किए बिना सर्वाइव नहीं कर सकते। उन्होंने आगे कहा, कुछ लोग कह रहे हैं कि पार्टी में बगावत के पीछे मैं ही वजह हूं। वो बताएं आखिर मैं अपनी ही पार्टी में बगावत क्यों करवाऊंगा?

महाराष्ट्र में अब डिप्टी स्पीकर को हटाने की उठी मांग

महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच दो निर्दलीय विधायकों ने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल (Narhari Jirwal) को हटाने की मांग की है। बता दें, कि कुछ समय पहले ही डिप्टी स्पीकर ने ने शिवसेना की मांग मानते हुए विधायक अजय चौधरी को विधायक दल के नेता के रूप में मान्यता दी थी। इसके साथ ही, उद्धव खेमे के ही सुनील प्रभु को पार्टी चीफ व्हीप चुना गया था। बता दें कि ये फैसला एकनाथ शिंदे गुट के लिए झटके के बराबर है, क्योंकि वो उन्हें विधायक दल का नेता बता रहे हैं।

शिवसेना के एक और MLA हुए बागी

इधर, शिवसेना का संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा। ताजा घटनाक्रम में एक और विधायक दिलीप लांडे (Dilip Lande) गुवाहाटी पहुंच चुके हैं। दिलीप पांडे के गुवाहाटी जाने की खबरें पहले ही आ चुकी थीं। इस प्रकार अब शिंदे गुट में शिवसेना के 38 विधायक हो गये हैं।

एकनाथ शिंदे अब गुवाहाटी में ही रहेंगे, टाला मुंबई दौरा

शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे गुवाहाटी से मुंबई के लिए रवाना हो रहे थे लेकिन आखिरी समय में उन्होंने अपनी यात्रा स्थगित कर दी। इससे पहले, शरद पवार से मिलने के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा था कि हमारा जिससे सामना होना है वह मुंबई आ सकते हैं। दरअसल, शिंदे मुंबई डिप्टी स्पीकर से मिलने आ रहे थे। क्योंकि, इस संशय के बीच अब शिंदे ही बता सकते हैं कि उन्हें शिवसेना के कितने विधायकों का समर्थन हासिल है। अब तक आ रहे आंकड़ों के अनुसार, शिंदे गुट में शिवसेना के कुल 38 विधायक हैं। इसके अलावा, कई निर्दलीय भी उनके साथ हैं।

देवेंद्र फडणवीस के घर बैठक, हर एंगल पर नजर

महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के घर पर भी आज बैठकों का दौर चल रहा है। इसमें शिवसेना के पत्र पर चर्चा होती बताई जा रही है। ये पत्र डिप्टी स्पीकर को भेजा गया है। जिसमें बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग हुई है। देवेंद्र फडणवीस के साथ गिरीश महाजन, राधाकृष्ण विखे पाटिल सहित बीजेपी की लीगल टीम भी मौजूद है जो हर एंगल पर विचार कर रही है।

डिप्टी स्पीकर को पत्र, 16 बागी विधायक 'अयोग्य' की मांग

एक तरफ जहां शिवसेना मजबूत होने का दावा कर रही है वहीं, पार्टी की तरफ से 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग उठाते हुए महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को पत्र भेजा गया है। दूसरी तरफ, बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे खुद को 'विधायक दल का नेता' बता रहे हैं।

उद्धव खेमे में सिर्फ 13 MLA

आपको बता दें कि, कल यानी गुरुवार को शिवसेना विधायकों की मीटिंग में पार्टी के मात्र 13 MLA ही पहुंचे थे। जबकि, महाराष्ट्र में शिवसेना के कुल 55 विधायक हैं। इससे एक बात तो साफ है कि बाकी 42 विधायक अब शिंदे गुट के साथ हैं। हालांकि, इसमें 38 विधायक ही एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी पहुंचे हैं। इसका मतलब है कि अब एकनाथ शिंदे और उनके गुट पर दल-बदल कानून लागू नहीं होगा।

वहीं शिवसेना की अगुवाई में महाविकास अगाडी (MVA) गठबंधन के कुल 169 विधायक हैं, जबकि महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 145 है। ऐसे में एकनाथ शिंदे द्वारा शिवसेना के 50 से अधिक विधायकों को पार्टी से तोड़कर अपने खेमे में जोड़ने के बाद एमवीए सरकार अल्पमत में आ जाएगी तथा शिवसेना के पास आधा दर्जन से भी कम विधायक बचेंगे। आपको बता दें कि हाल ही में गुवाहाटी में बागी विधायकों की बैठक में सर्वसम्मिति के साथ एकनाथ शिंदे को गुट का नेता चुनते हुए महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को चिट्ठी लिख सूचित कर दिया गया है।

अभीतक एकनाथ शिंदे के संपर्क में शिवसेना के करीब 46 विधायक बताए जा रहे हैं वहीं सूत्रों से प्राप्त हालिया जानकारी की मानें तो यह संख्या 50 से अधिक है। बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे सही समय का इंतज़ार कर रहे हैं और वक़्त आने पर उनके द्वारा सदन में शिवसेना और एमवीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। आपको बता दें कि अभीतक गुवाहाटी में मौजूद शिवसेना विधायकों के अतिरिक्त अन्य और शिवसेना विधायक अपना बागी रूख दिखाते हुए आज गुवाहाटी पहुंच रहे हैं, जिसके बाद कुल एकनाथ शिंदे गुट में कुल विधायकों की संख्या 50 से अधिक होने के आसार हैं।

भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन

साथ ही यह सूचना भी सामने आ रही है कि एकनाथ शिंदे द्वारा सभी विधायकों को लेकर भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन किया जाएग, जिसमें एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का नया डिप्टी बनाए जाने के पूर्ण आसार नजर आ रहे हैं। फिलहाल, एकनाथ शिंदे ने अपने अगले कदम को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है।



Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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