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Maharashtra Violence: महाराष्ट्र के संभाजीनगर में जबरदस्त हिंसा, दो युवकों के बीच कहासुनी ने लिया सांप्रदायिक रंग, जमकर
Maharashtra Violence: पुलिस की गाड़ियों को खास तौर पर निशाना बनाया गया। हिंसा में अभी तक किसी के हताहत होने या जख्मी होने की खबर सामने नहीं आई है।
Maharashtra Violence: महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में बुधवार देर रात भारी बवाल हो गया। एक राम मंदिर के बाहर दो युवकों के बीच कहासुनी ने सांप्रदायिक रंग अख्तियार लिया। देखते ही देखते मामूली विवाद हिंसक झड़प में तब्दील हो गई। बलवाईयों ने जमकर आगजनी, तोड़फोड़ और पत्थरबाजी की। घटनास्थल पर बमबाजी की भी खबर है। पुलिस की गाड़ियों को खास तौर पर निशाना बनाया गया। हिंसा में अभी तक किसी के हताहत होने या जख्मी होने की खबर सामने नहीं आई है।
घटना संभाजीनगर जिले के किराडपुरा इलाके की है। यहां मौजूद एक राम मंदिर के बाहर दो भिन्न समुदाय के युवकों के बीच किसी बात पर विवाद हो गया और देखते ही देखते पूरा मामला सांप्रदायिक हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में भारी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे और आगजनी कर रहे उपद्रवियों को खदेड़ा। पुलिस के मुताबिक, फिलहाल हालत कंट्रोल में है।
कैसे शुरू हुआ विवाद ?
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, बुधवार रात साढ़े 12 बजे किराडपुरा स्थित राम मंदिर के बाहर दो युवकों में बहस के बाद हिंसा शुरू हो गई। दोनों पक्षों की तरफ से भारी संख्या में लोगों की भीड़ वहां जमा हो गई और पत्थरबाजी शुरू हो गया। एक-दूसरे पर हमला करने के बाद वहां पड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। इस दौरान जमकर बमबाजी भी की गई।
घटना की जानकारी मिलते ही वरीय पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को कंट्रोल किया। पुलिस ने उपद्रवियों पर आंसू गैस के गोले पर छोड़े। आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां भेजी गईं। इलाके में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिसफोर्स तैनात किया गया है। शहर के अन्य संवेदनशील इलाकों में भी पुलिसफोर्स की तैनाती की गई है।
मौके पर पहुंचे धर्मगुरू और लोकल सांसद
हिंसा के बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुस्लिम धर्मगुरू घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने राम मंदिर में आगजनी की बात को अफवाह करार देते हुए कहा कि हिंसक झड़प मंदिर परिसर के बाहर हुई है। स्थानीय एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील भी किराडपुरा स्थित राम मंदिर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मंदिर में कोई घटना नहीं हुई है, जो हुआ है मंदिर परिसर के बाहर हुआ है।
बता दें कि छत्रपति संभाजीनगर का पुराना नाम औरंगाबाद है। हाल में महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने केंद्र को औरंगाबाद का नाम छत्रपति संभाजीनगर करने का प्रस्ताव भेजा था, जिसे स्वीकर कर लिया गया। दरअसल, महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना और मनसे जैसी राइट विंग पार्टियों की लंबे समय से यह मांग रही है। हालांकि, सरकार के इस फैसले का एआईएमआईएम नेता और लोकल एमपी इम्तियाज जलील ने काफी विरोध किया था।