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Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में बिना CM फेस के चुनाव लड़ेगा सत्तारूढ़ खेमा, शिंदे को बड़ा झटका
Maharashtra Politics: भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि काफी सोच-विचार के बाद या फैसला लिया गया है कि महायुति गठबंधन की ओर से किसी भी नेता को सीएम फेस के रूप में पेश नहीं किया जाएगा।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए सियासी हलचल तेज हो गई है। सभी दलों के नेता अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं और इस बीच भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने स्पष्ट कर दिया है कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन की ओर से इस बार राज्य में कोई भी सीएम चेहरा नहीं बनाया जाएगा। इसके साथ ही भाजपा की ओर से राज्य की 288 में से 160 सीटों पर दावेदारी भी की जा रही है।
भाजपा का यह कदम मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। शिंदे खेमा अपने नेता को ही मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में पेश करने पर जोर देता रहा है। शिंदे की अगुवाई में शिवसेना में हुई बगावत के बाद ही राज्य में सत्ता बदली थी और उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। अब सीएम फेस और सीटों को लेकर महायुति गठबंधन में खींचतान तेज हो गई है।
सीएम फेस के बिना चुनाव लड़ेगा सत्तारूढ़ खेमा
भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि काफी सोच-विचार के बाद या फैसला लिया गया है कि महायुति गठबंधन की ओर से किसी भी नेता को सीएम फेस के रूप में पेश नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने फैसला लिया है कि महायुति गठबंधन के तीन वरिष्ठ नेताओं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार में से किसी भी नेता को सीएम फेस नहीं बनाया जाएगा। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसला किया जाएगा।
भाजपा नेता ने कहा कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी भाजपा की ओर से किसी भी नेता को सीएम फेस नहीं बनाया गया था। मुख्यमंत्री पद का फैसला चुनाव नतीजे आने के बाद ही किया गया था। महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी यही रणनीति अपनाई जाएगी।
भाजपा की ओर से 160 सीटों पर दावेदारी
सीट बंटवारे को लेकर भी सत्तारूढ़ गठबंधन में खींचतान तेज होती दिख रही है क्योंकि भाजपा की ओर से 160 सीटों पर दावेदारी की जा रही है। भाजपा का कहना है कि इससे कम सीटों पर हम समझौता नहीं करेंगे। हमें उम्मीद है कि हम सबसे अधिक सीटों पर जीत हासिल करते हुए सीएम पद पर दावेदारी करेंगे। भाजपा की ओर से इससे पूर्व भी बयान दिया जा चुका है कि अगर वह सबसे ज्यादा सिम जीतने में कामयाब रही तो महाराष्ट्र में भाजपा का ही मुख्यमंत्री होगा।
सीएम फेस पर शिंदे गुट झुकने को तैयार नहीं
भाजपा का यह रुख मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। शिंदे गुट अपने नेता को सीएम फेस बनाने पर जोर देता रहा है। शिंदे गुट के एक नेता का कहना है कि सीएम पद को लेकर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। शिंदे की अगुवाई में शिवसेना में हुई बगावत के बाद ही राज्य में महायुति गठबंधन की सरकार बनी थी। ऐसे में शिवसेना चाहे जितनी भी सीटें जीते,आगे भी शिंदे ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
सीटों को लेकर भी गठबंधन में खींचतान तेज होती दिख रही है क्योंकि एनसीपी की ओर से भी 100 सीटों की डिमांड की गई है। अजित पवार गुट का कहना है कि उनकी पार्टी सौ सीटों की डिमांड करेगी जबकि दूसरी ओर शिवसेना भी इतनी ही सीटें मांगेगी। ऐसे में सीटों को लेकर तालमेल बैठाना भी एक बड़ी समस्या बनता दिख रहा है।
अमित शाह आज करेंगे पार्टी नेताओं से चर्चा
इस बीच भाजपा की रणनीति पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को पुणे पहुंचे। राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले समेत अन्य पार्टी नेताओं ने उनका स्वागत किया। पुणे में अमित शाह आज पार्टी नेताओं के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी की रणनीति पर चर्चा करने वाले हैं। इस बैठक को सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है।
लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा को उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में सबसे बड़ा झटका लगा है और ऐसे में पार्टी महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में अपनी ताकत दिखाने के लिए बेताब है। एमएलसी चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए महाविकास अघाड़ी गठबंधन को करारा झटका दिया था और अब विधानसभा चुनाव में भी भाजपा अपनी रणनीति को लेकर मंथन में जुट गई है।