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ऋषिकेश में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का 29वां आयोजन 1 मार्च से, जानें और क्या-क्या
प्रति वर्ष ऋषिकेश में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का 29वां आयोजन इस बार अपनी कुछ खासियत के साथ आगामी एक मार्च से शुरू होगा। यूं तो ऋषिकेश अनादि काल से योगियों की तपोभूमि रहा है लेकिन महर्षि महेश योगी के आश्रम की 84 गुफाओं की तरफ बीटल्स के बढ़ते रुझान और विदेशी सैलानियों के रच बस जाने के बाद से ये योग की अंतर्राष्ट्रीय राजधानी बनता चला गया।
देहरादून: प्रति वर्ष ऋषिकेश में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का 29वां आयोजन इस बार अपनी कुछ खासियत के साथ आगामी गुरुवार (1 मार्च) से शुरू होगा। यूं तो ऋषिकेश अनादि काल से योगियों की तपोभूमि रहा है लेकिन महर्षि महेश योगी के आश्रम की 84 गुफाओं की तरफ बीटल्स के बढ़ते रुझान और विदेशी सैलानियों के रच बस जाने के बाद से ये योग की अंतर्राष्ट्रीय राजधानी बनता चला गया।
योग का संदेश ऋषिकेश से दुनिया तक पहुंचाने के लिए यूपी और केंद्र सरकार ने मिलकर योगी भारत भूषण के नेतृत्त्व में 1990 से अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की शुरूआत करके इसे वार्षिक आयोजन बना दिया। इस बार बीटल्स ग्रुप के भारत आने की 50वीं वर्षगांठ पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की पहल पर पर्यटन मंत्रालय उत्तराखंड सरकार व गढ़वाल मंडल विकास निगम ने मात्र एक हफ्ते की तैयारी में ही आयोजन को बड़ा रूप देने के लिए कमर कस ली है, जिसके लिए अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की परिकल्पना करने वाले योग गुरु स्वामी भारत भूषण को आयोजन समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
बीटल्स फैस्टिवल
ये पहला अवसर है जब सबसे कम समय की तैयारी में अंतरराष्ट्रीय ख्याति के बीटल्स बैंड की 50 साल पुरानी धुनों को सुनने, भारतीय गुरुओं बाबा रामदेव, योगी भारत भूषण और हॉलैंड में पूर्व राजदूत सीएम भंडारी और सुरक्षित गोस्वामी के अलावा अपना भारतीय नाम रख चुके ब्राजील के प्रेम बाबा, जर्मनी की शांति माई, फ्रांस के विज्ञानानंद व इंग्लैंड की लूसी दिव्य प्रभा आदि विदेशी योग गुरुओं के साथ 84 गुफाओं में योग करने का अवसर महोत्सव में शिरकत कर रहे योग प्रेमियों को दिया जाएगा। जिसमें बीटल्स के आगमन से 10 से 15 हजार लोगों की शिरकत का अनुमान लगाया है। महेश योगी की ये गुफाएं तभी से बंद पड़ी हुई थी, जो पहली बार इस आयोजन के लिए खोलने की इजाजत वन मंत्री हरक सिंह रावत ने दी है।
योग गुरु भी रहेंगे मौजूद
इस बार आयोजन की अवधि भी एक दिन बढ़ा कर 8 मार्च सवेरे आमजन के लिए भी नि:शुल्क सामूहिक योग शिविर की व्यवस्था जीएमवीएन से सटे बड़े मैदान पर की गई है जिसमें बाबा रामदेव, स्वामी भारत भूषण, आचार्य बाल किशन समेत देश विदेश के ख्यातिप्राप्त योग गुरु मौजूद रहेंगे।
होली पर्व बीच मे पड़ने के कारण देश विदेश के योग प्रेमियों के लिए फूलों और प्राकृतिक रंगों से भारतीय होली के रंग में डूबने और गढ़वाली और बृजमण्डली द्वारा होली के रास का आनंद लेने के साथ साथ प्रतिदिन गंगा आरती द्वारा भारतीय संस्कृति के समग्र दर्शन की माकूल व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। आयोजन को गंगा रेसॉर्ट तक सीमित न रख कर गंगा पार वानप्रस्थ आश्रम और 84 गुफाओं समेत कई स्थानों तक विस्तार दिया गया है। जिसमें विदेशियों को योग सिखा रहे स्थानीय योग स्कूलों और आश्रमों के अलावा उत्तराखंड के सभी विश्वविद्यालयों की भी सहभागिता रहेगी।