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Mainpuri By election 2022: डिंपल यादव ने मैनपुरी उप चुनाव के लिए भरा नामांकन, पति अखिलेश के साथ 'नेताजी' को नमन
Mainpuri By election 2022: मुलायम सिंह यादव की बहू डिंपल यादव चार सेटों में नामांकन दाखिल करेंगी। डिंपल अपने पति अखिलेश यादव के साथ नामांकन दाखिल करने कलेक्ट्रेट पहुंचेंगी।
Mainpuri By election 2022: उत्तर प्रदेश में मैनपुरी उप चुनाव (Mainpuri By-election 2022) के लिए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की प्रत्याशी डिंपल यादव (Dimple Yadav) ने सोमवार (14 नवंबर) को नामांकन किया। डिंपल यादव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के साथ दोपहर एक बजे के करीब मैनपुरी कलेक्ट्रेट पहुंचीं।इसके बाद उन्होंने नामांकन किया।
नामांकन भरने से पूर्व डिंपल यादव और अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव को नमन किया। बोलीं, मैनपुरी उपचुनाव में सपा प्रत्याशी के रूप में दरअसल नेताजी की समाजवादी आस्थाओं का ही नामांकन हो रहा है। जिस प्रकार दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों के लोगों और जनमानस ने सैफई आकर नेताजी को श्रद्धांजलि दी है, उसका सच्चा परिणाम ये होगा कि सपा प्रत्याशी की ऐतिहासिक जीत होगी। नामांकन के दौरान यादव कुनबा साथ दिखा। धर्मेंद्र यादव, राम गोपाल यादव, अभय राम यादव और तेज प्रताप सिंह यादव भी मौजूद रहे। नामांकन से पहले डिंपल यादव ने राम गोपाल यादव का पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
'नेताजी' के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी सीट
बता दें कि, मैनपुरी लोकसभा सीट से सांसद रहे मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी सीट पर उप चुनाव में सपा द्वारा डिंपल यादव को प्रत्याशी घोषित किया गया है। डिंपल यादव, मुलायम सिंह यादव की बड़ी बहू और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी भी हैं। डिंपल आज पति अखिलेश यादव के साथ कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंच नामांकन किया। दोनों नेताओं की सुरक्षा के मद्देनजर कलेक्ट्रेट ऑफिस पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए।
बीजेपी में मंथन का दौर जारी
बीजेपी द्वारा मैनपुरी में प्रत्याशी को लेकर शनिवार शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में कालिदास मार्ग स्थित आवास पर गहन मंथन चला। जिसके बाद तीन नाम केंद्रीय पैनल को भेजे गए हैं। जानकारी के अनुसार, भाजपा मैनपुरी सीट पर पिछड़े चेहरों को उतार सकती है। इसमें शाक्य, सैनी और सक्सेना हो सकते हैं।
साल 2019 लोकसभा चुनाव में मैनपुरी सीट से मुलायम सिंह यादव लोकसभा सदस्य के रूप में चुने गए थे। 10 अक्टूबर को उनका निधन हो जाने से सीट खाली हो गई है। चुनाव आयोग ने इस सीट पर 5 दिसंबर को उप चुनाव की घोषणा की गई थी। जबकि नामांकन प्रक्रिया 10 नवंबर से शुरू है।
जनसभा और रोड शो नहीं होगा
नामंकन से पहले डिंपल यादव ने अपने ससुर मुलायम सिंह यादव की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहे। अखिलेश ने ट्वीट कर डिंपल की ऐतिहासिक जीत का दावा किया है।
इस मौके पर कोई रोड शो या जनसभा का आयोजन नहीं किया जाएगा। मुलायम के निधन के चलते ये निर्णय लिया गया है। डिंपल का अभियान पूरी तरह सादगीपूर्ण होगा।
डिंपल के सामने परिवार की लाज बचाने की चुनौती
चुनावी राजनीति से किनारा करने वाली डिंपल यादव को परिस्थिति ने एकबार फिर उसी मोड़ पर ला दिया है। अखिलेश ने उन्हें मैनपुरी से उम्मीदवार बना बड़ा राजनीतिक दांव चला है। शिवपाल यादव की नाराजगी के बीच उनके लिए ये सीट निकालना बड़ी चुनौती होगी। सपा का ये मजबूत किला 2014 और 2019 के प्रचंड मोदी लहर में भी नहीं ढ़हा। हालांकि, ये दरकने जरूर लगा, जीत का मार्जिन 1 लाख वोटों से नीचे पहुंच चुका है।
डिंपल यादव फिरोजाबाद, कन्नौज के बाद अब तीसरी बार मैनपुरी से लोकसभा का चुनाव लड़ रही हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें कन्नौज से हार का सामना करना पड़ा था। यादव मतदाता के दबदबे वाले इस सीट पर अभी तक सत्ताधारी बीजेपी ने अपने कैंडिडेट का ऐलान नहीं किया है। बीजेपी किसी मजबूत उम्मीदवार की तलाश में है ताकि आजमगढ़ और रामपुर उपचुनाव के परिणाम को यहां दोहराया जा सके।