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Mallikarjun Kharge Statement: खड़गे का हिन्दुत्व संगठनों से सवाल, क्या अब आप लाल किला, ताज महल, गोल गुंबज को ध्वस्त करेंगे

Mallikarjun Kharge Statement: अदालत ने हाल के हफ्तों में उत्तर प्रदेश के संभल और राजस्थान के अजमेर में मस्जिद परिसरों के सर्वेक्षण का आदेश दिया, जिससे विवाद और कानून व्यवस्था के लिए संकट की स्थिति पैदा हो गई है।

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Newstrack Network
Published on: 1 Dec 2024 8:24 PM IST
Mallikarjun Kharge ( Photo- Social Media )
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Mallikarjun Kharge ( Photo- Social Media )

Mallikarjun Kharge Statement: कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को हिन्दुत्व संगठनों से पूछा है कि क्या आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का हर मस्जिद में 'शिवलिंग' न देखने का निर्देश दोगलापन है, क्या हिंदुत्व संगठन अब लाल किला, ताज महल, कुतुब मीनार, चारमीनार और गोल गुम्बज को निशाना बनाएंगे? क्योंकि इन्हें मुसलमानों ने बनवाया था।

खड़गे ने यहां 'संविधान बचाओ रैली' में यह टिप्पणी की, जहां वह मंदिर के अवशेषों की तलाश में मस्जिदों के सर्वेक्षण के लिए हिंदुत्व संगठनों की बढ़ती मांगों के लिए भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश की मौखिक टिप्पणी को भी जिम्मेदार ठहराते दिखे।

अदालत ने हाल के हफ्तों में उत्तर प्रदेश के संभल और राजस्थान के अजमेर में मस्जिद परिसरों के सर्वेक्षण का आदेश दिया, जिससे विवाद और कानून व्यवस्था के लिए संकट की स्थिति पैदा हो गई है। उनका यह बयान कांग्रेस द्वारा पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 1991 के प्रति अपनी "दृढ़ प्रतिबद्धता" दोहराए जाने के कुछ दिनों बाद आया है, जिसके बारे में उन्होंने कहा था कि भाजपा द्वारा इसका "खुलेआम उल्लंघन" किया जा रहा है। खड़गे ने पूछा “क्या अब आप लाल किले को ध्वस्त करेंगे, जिसे मुसलमानों ने बनाया था? क्या आप कुतुब मीनार को गिरा देंगे? क्या आप ताज महल को तोड़ देंगे? क्या आप हैदराबाद जायेंगे और चारमीनार को ध्वस्त कर देंगे? क्या आप गोल गुम्बज को तोड़ने बीजापुर जायेंगे?”

उन्होंने कहा कि मोहन भागवत ने जून 2022 में टिप्पणी की थी कि उनका उद्देश्य राम मंदिर बनाना है, और अब, "हर 'शिवलिंग' के नीचे एक मस्जिद की तलाश करने की कोई आवश्यकता नहीं है।" “लेकिन उनके लोग अभी भी इसकी तलाश में हैं। कानून यथास्थिति बनाये रखने को कहता है। वे परेशानी क्यों पैदा कर रहे हैं? वे कहते हैं सुरक्षित रहने के लिए एकजुट रहें। वे लोगों को सुरक्षित नहीं रहने दे रहे हैं। भागवत दुनिया को दिखाने के लिए एक बात कहते हैं, लेकिन अन्य लोग रास्ता अलग अपना रहे हैं।''

यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह उस आरएसएस की बात सुन रहे हैं, जिसके समर्थन से भाजपा को सत्ता मिली है, उन्होंने कहा कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ता सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश द्वारा लिखे गए फैसले का उपयोग करके एक नई बात लेकर आए हैं, जिसने एक "पेंडोरा बॉक्स" खोला। कांग्रेस अध्यक्ष ने हिन्दू संगठनों को निशाना बनाते हुए कहा कि वे हर जगह सर्वेक्षण चाहते हैं। टीमें मस्जिदों में जाकर यह कहकर सर्वे कर रही हैं कि ये पहले मंदिर थे। यह एक या दो नहीं बल्कि कई मांगें उठाई जा रही हैं।

खड़गे ने मई 2022 में तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की मौखिक टिप्पणी का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि 1991 का कानून किसी संरचना के धार्मिक चरित्र का पता लगाने से नहीं रोकता है। 1991 के कानून ने 15 अगस्त, 1947 की धार्मिक संरचनाओं की यथास्थिति का आश्वासन दिया।खड़गे ने दोहराया कि अगर संविधान बच गया, तो हम सब बच गये। हमें एकजुट होने की जरूरत है, उन्होंने जाति जनगणना के लिए कांग्रेस की प्रतिबद्धता को भी दोहराया।



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Shalini singh

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