TRENDING TAGS :
Kharge Statement: मणिपुर ना तो एक है और ना ही सुरक्षित, मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिंसाग्रस्त राज्य में न जाने पर मोदी को घेरा
Kharge Statement: खड़गे ने कहा, " मोदी जी, आपकी डबल इंजन वाली सरकारों में, 'ना मणिपुर एक है, ना मणिपुर सुरक्षित है'। उन्होंने कहा कि मई 2023 से, यह अकल्पनीय दर्द, विभाजन और उबलती हिंसा से गुजर रहा है।
Kharge Statement: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को मणिपुर के मुद्दे पर एक बार फिर से घेरने का प्रयास किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से मोदी सरकार पर आरोप लगाया है।
खड़गे ने कहा, " मोदी जी, आपकी डबल इंजन वाली सरकारों में, 'ना मणिपुर एक है, ना मणिपुर सुरक्षित है'। " इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने कहा कि मई 2023 से, यह अकल्पनीय दर्द, विभाजन और उबलती हिंसा से गुजर रहा है, जिसने इस राज्य के लोगों के भविष्य को नष्ट कर दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने मणिपुर हिंसा मामले पर प्रधानमन्त्री मोदी की बीजेपी सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा, " हम पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहे हैं कि ऐसा लगता है जैसे भाजपा जानबूझकर मणिपुर को जलाना चाहती है, क्योंकि ऐसा करने से उसकी घृणित विभाजनकारी राजनीति को बढ़ावा मिलता है।
बता दें कि जहां महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में भी विधानसभा उपचुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि सात नवम्बर से अब तक कम से कम 17 लोगों की जानें जा चुकी है। वे आगे लिखते हैं कि संघर्षग्रस्त क्षेत्रों की सूची में नये ज़िले जोड़े जा रहे हैं और इसकी आग सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्यों तक फैल रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को मणिपुर मुद्दे पर नसीहत देते हुए कहा कि आपने मणिपुर को निराश किया है। यह एक ख़ूबसूरत सीमावर्ती राज्य है। खड़गे ने कहा कि मोदी जी आप भले ही भविष्य में मणिपुर जायें, लेकिन वहां के लोग आपको कभी माफ़ नहीं करेंगे। वे यह भी नहीं भूलेंगे कि आपने किस तरह उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया था।
मणिपुर हिंसा पर बवाल
बता दें कि पीएम मोदी के मणिपुर हिंसा के बाद वहां न जाने को लेकर विपक्षी दलों ने ख़ूब बवाल मचाया था। इसी मुद्दे को ध्यान में रखकर खड़गे ने पीएम नरेन्द्र मोदी को इशारा करते हुए आगे कहा कि आपने मणिपुर वालों के दुःखों को दूर करने और इस मुद्दे पर समाधान खोजने के लिए कभी उनके राज्य में क़दम नहीं रखा।
बता दें कि मणिपुर में रह-रहकर हिंसात्मक वारदातों की ख़बरें मीडिया में आती रहती हैं। मणिपुर हिंसा को शुरू हुए क़रीब डेढ़ सालों से अधिक का वक्त गुज़र चुका है। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने मणिपुर हिंसा को लेकर बीजेपी और मोदी सरकार को बार-बार सवालों के घेरे में खड़ा करने का प्रयास किया है। विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के अभी तक मणिपुर न जाने को लेकर बड़ा मुद्दा बनाया है।