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Lok Sabha Elections 2024: INDIA गठबंधन को ममता ने दिया बड़ा झटका, पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान, कांग्रेस पर प्रस्ताव ठुकराने का आरोप
Lok Sabha Elections 2024: ममता बनर्जी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे में हो रही देरी पर खासी नाराजगी जताते हुए कांग्रेस की तीखी आलोचना की थी।
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव से पहले ही विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया बिखरने लगा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका दिया है। ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी सूबे में अकेले चुनाव लड़ेगी। टीएमसी मुखिया ने बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग के मेरे प्रस्ताव को कांग्रेस ने ठुकरा दिया है। ऐसी स्थिति में हम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेंगे।
इससे पहले ममता बनर्जी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे में हो रही देरी पर खासी नाराजगी जताते हुए कांग्रेस की तीखी आलोचना की थी। पश्चिम बंगाल में टीएमसी की ओर से कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें देने का प्रस्ताव दिया गया था जबकि कांग्रेस की ओर से 10-12 सीटों की डिमांड की जा रही थी। इसे लेकर पिछले कई दिनों से दोनों दलों के बीच तीखी बयानबाजी हो रही थी जिसके बाद ममता ने अब अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
ममता ने कहा-मेरे सारे प्रस्ताव ठुकरा दिए गए
ममता ने तल्ख अंदाज में कहा कि मैंने जो भी सुझाव दिए, सारे सुझाव नकार दिए गए। मेरे सारे प्रस्तावों को कांग्रेस की ओर से ठुकरा दिया गया। यही कारण है कि मैंने पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। राहुल गांधी का नाम लिए बिना ममता ने कहा कि वे पश्चिम बंगाल में यात्रा करने जा रहे हैं मगर शिष्टाचार के नाते भी उन्हें यह जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि कई मुद्दों पर हमसे कोई चर्चा नहीं की गई और यह पूरी तरह गलत है।
ममता ने कहा कि मैंने पहले ही साफ तौर पर कहा था कि कांग्रेस को 300 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए और विभिन्न राज्यों में क्षेत्रीय दलों को चुनाव लड़ने का मौका देना चाहिए। क्षेत्रीय दल भाजपा का मुकाबला करने में पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने गठबंधन का नेतृत्व कांग्रेस को सौंपने के फैसले पर भी सवाल उठाए।
कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें देने को तैयार थी टीएमसी
पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेताओं की ओर से लगातार अपनी ताकत की नजीर दी जा रही थी। टीएमसी नेताओं का कहना था कि राज्य में भाजपा की चुनौतियों का मुकाबला करने में टीएमसी ही सक्षम है। टीएमसी की ओर से कांग्रेस को दो सीटें देने की पेशकश की गई थी।टीएमसी का कहना था कि हमने कांग्रेस को मालदा दक्षिण और बरहामपुर की लोकसभा सीटें देने का प्रस्ताव रखा है। पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं मगर पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ इन्हीं दो सीटों पर 30 फीसदी से अधिक वोट पाने में कामयाब हुई थी।
दूसरी ओर टीएमसी के इस प्रस्ताव पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा था कि कांग्रेस को राज्य में टीएमसी की दया की जरूरत नहीं है। सीटों को लेकर दोनों दलों के बीच काफी खींचतान चल रही थी क्योंकि कांग्रेस 10-12 सीटों की डिमांड कर रही थी।
पहले भी किया था अकेले चुनाव लड़ने का संकेत
ममता बनर्जी ने इससे पहले भी सीट बंटवारे में देरी पर नाराजगी जताते हुए राज्य के सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का संकेत दिया था। शुक्रवार को पार्टी की आंतरिक बैठक के दौरान ममता बनर्जी ने संकेत किया था कि पार्टी राज्य की सभी लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। मुर्शिदाबाद के पार्टी पदाधिकारी के साथ बैठक के दौरान ममता ने यह संकेत किया था।
कांग्रेस की डिमांड को बताया अनुचित
मंगलवार को बीरभूम में पार्टी इकाई की संगठनात्मक बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से राज्य में 10-12 सीटों की डिमांड की जा रही है और यह मांग पूरी तरह अनुचित है। पार्टी की ओर से कांग्रेस को दो सीटें दिए जाने का प्रस्ताव रखा गया है। पार्टी मुखिया ने साफ तौर पर कहा कि हमें कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे की बातचीत के बारे में ज्यादा नहीं सोचना चाहिए बल्कि अपनी चुनावी तैयारी में जुट जाना चाहिए। पार्टी सूत्रों ने बताया कि ममता बनर्जी ने बीरभूम जिले की दोनों लोकसभा सीटों पर चुनावी तैयारी में जुट जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हम अकेले लड़ने के लिए तैयार हैं और इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव अभियान में जुट जाना चाहिए।