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INDIA Alliance Meeting: ममता ने खड़गे का नाम उछालकर मामले को उलझाया, नीतीश और लालू भी खफा, संयोजक पर भी नहीं हो सका फैसला
INDIA Alliance Meeting: ममता के इस प्रस्ताव पर खड़गे भी असहज स्थिति में दिखे और सोनिया व राहुल की ओर देखने लगे। बाद में उन्होंने कहा कि पहले हमें बीजेपी को हराना है।
INDIA Alliance Meeting: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की मंगलवार को हुई बैठक के दौरान तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम चेहरे के तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रस्तावित करके हर किसी को चौंका दिया। मजे की बात यह है कि ममता के इस प्रस्ताव का दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भी समर्थन किया। ममता के इस प्रस्ताव पर खड़गे भी असहज स्थिति में दिखे और सोनिया व राहुल की ओर देखने लगे। बाद में उन्होंने कहा कि पहले हमें बीजेपी को हराना है। पीएम चुनने का मुद्दा चुनाव के बाद तय किया जाना चाहिए।
सियासी जानकार ममता की ओर से उठाए गए इस कदम को सोची समझी रणनीति का हिस्सा मान रहे हैं। राहुल गांधी का नाम छोड़कर खड़गे के नाम पर सहमति बनना कांग्रेस में भी मुश्किल माना जा रहा है। कांग्रेस नेताओं की नजर में राहुल गांधी ही विपक्ष का सबसे उपयुक्त चेहरा हो सकते हैं। राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी ममता के प्रस्ताव पर खफा बताया जा रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि ममता ने पीएम चेहरे का मुद्दा सुलझाने की जगह और उलझा दिया है। भाजपा का तो यहां तक कहना है कि राहुल गांधी को दौड़ से हटाने के लिए ममता ने खड़गे का नाम आगे किया है।
ममता ने सबको चौंकाया,लालू-नीतीश भी खफा
बैठक में ममता बनर्जी ने सबको चौंकाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को विपक्ष का चेहरा बनाने का प्रस्ताव रखा। उनका कहना था कि उन्होंने इस बाबत अरविंद केजरीवाल उद्धव ठाकरे और अन्य नेताओं से चर्चा की है। ममता की ओर से प्रस्ताव रखे जाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने खड़गे के दलित पहलू का जिक्र करते हुए प्रस्ताव का समर्थन किया। मजे की बात यह है कि ममता नीतीश कुमार के बगल में बैठी हुई थीं मगर उन्होंने नीतीश का नाम सामने रखने से परहेज किया।
ममता की ओर से खड़गे का नाम आगे किए जाने से नीतीश और लालू खफा की दिखे। हालांकि उन्होंने अपनी नाराजगी सार्वजनिक तौर पर जाहिर नहीं की मगर बैठक के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों नेताओं ने हिस्सा नहीं लिया। इसके पीछे ममता की ओर से खड़गे का नाम प्रस्तावित किए जाने को बड़ा कारण माना जा रहा है। हालांकि जदयू का कहना है कि आज की बैठक के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताने को ज्यादा कुछ नहीं था और इसी कारण नीतीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा नहीं लिया।
टीएमसी उछालती रही है ममता का नाम
ममता का यह कदम इसलिए भी चौंकाने वाला माना जा रहा है क्योंकि टीएमसी की ओर से पूरी मजबूती के साथ ममता को विपक्ष का सबसे बड़ा चेहरा बताया जा रहा है। इंडिया गठबंधन की बैठक से पूर्व टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष का कहना था कि कांग्रेस को भाजपा के हाथों कई बार हार का मुंह देखना पड़ा है जबकि ममता लगातार पश्चिम बंगाल में भाजपा को पटखनी देती रही हैं।
टीएमसी पहले से ही यह तर्क देती रही है कि यदि विपक्ष के पास ममता से कोई बेहतर चेहरा हो तो विपक्षी दलों को जरूर बताना चाहिए। हालांकि विपक्ष के किसी भी नेता की ओर से अभी तक किसी भी चेहरे को सामने नहीं रखा गया है जबकि ममता ने खुद ही खड़गे को विपक्ष के चेहरे के रूप में सबके सामने रख दिया।
कांग्रेस को राहुल के अलावा कोई मंजूर नहीं
ममता की ओर से उठाया गया यह कदम कांग्रेस को भी उलझाने वाला है। खड़गे को भले ही पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया हो मगर कांग्रेस में अभी भी गांधी परिवार का ही प्रभुत्व पूरी तरह बना हुआ है। खड़गे किसी भी फैसले के लिए अभी भी गांधी परिवार का ही मुंह देखते हैं।
कांग्रेस नेताओं को भी राहुल गांधी के अलावा अपना कोई दूसरा नेता नजर नहीं आता। ऐसे में कांग्रेस के तमाम नेताओं के लिए खड़गे के नाम पर तैयार होना काफी मुश्किल माना जा रहा है। पार्टी के नेता समय-समय पर राहुल गांधी का नाम पीएम चेहरे के रूप में उछलते रहे हैं। ऐसे में गांधी परिवार के वफादारों को राहुल के सिवा कोई दूसरा नाम मंजूर नहीं होगा।
संयोजक पद पर भी नहीं हो सका फैसला
दिल्ली में मंगलवार को इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक हुई मगर अभी तक गठबंधन के संयोजक को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो सकी है। गठबंधन की पटना में हुई पहली बैठक के समय से ही नीतीश कुमार को संयोजक पद का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है मगर चौथी बैठक में भी इस बाबत कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया।
अब लोकसभा चुनाव भी ज्यादा दूर नहीं है मगर विपक्षी गठबंधन संयोजक पद को लेकर कोई फैसला नहीं कर सके हैं। दरअसल संयोजक पद को लेकर किसी एक नाम पर सहमति बनना मुश्किल माना जा रहा है। सियासी जानकारों का मानना है कि इसी कारण इस मुद्दे को हर बैठक में टाला जा रहा है।
राहुल को दौड़ से हटाने की तैयारी
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने 2024 की सियासी जंग में राहुल गांधी को दौड़ से बाहर रखने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव रखा है।
उन्होंने कहा कि दरअसल ममता बनर्जी और केजरीवाल दोनों इस बात को बखूबी जानते हैं कि राहुल गांधी के रहते खड़गे कभी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हो सकते हैं। इसीलिए उन्होंने खड़गे का नाम रखते हुए मामले को और उलझा दिया है।