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West Bengal: CAA- UCC पर ममता का मोदी सरकार को कड़ा जवाब, ईद कार्यक्रम में बोलीं- अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे
हम सीएए, एनआरसी और यूनिफॉर्म सिविल कोड को स्वीकार नहीं करेंगे। अगर हम एकजुट रहे तो कोई भी हमें नुकसान नहीं पहुंचा सकता। टीएमसी की लड़ाई भाजपा से है।
CM Mamata Banerjee: 2024 के लोकसभा चुनाव में नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। मुद्दों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हम देश के लिए खून बहाने के लिए तैयार हैं, अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे, उनका इशारा सीएए कानून लागू होने पर था।
हम अत्याचार नहीं बर्दाश्त करेंगे
पश्चिम बंगाल में गुरुवार को ईद कार्यक्रम की एक जनसभा को करते हुए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह खुशी की ईद है, ताकत देने वाली ईद है। हम देश के लिए खून बहाने के लिए तैयार हैं, लेकिन अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे। वह राज्य में सीएए, एनआरसी और समान नागरिक संहिता को लागू नहीं होने देंगी। उन्होंने कहा कि कुछ 'कुछ लोग चुनाव में दंगा कराने की कोशिश करेंगे, लेकिन आपको सवाधान रहना है। उनके झांसे में नहीं फंसना है।
दंगा भड़काने आए तो शांत रहना, वरना वो...
उन्होंने कहा कि देश में और राज्य में समान नागरिक संहिता (सीएए) को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं सभी धर्मों के बीच सद्भाव चाहती हूं। हम देश के लिए खून बहाने के लिए तैयार हैं, लेकिन अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कोई दंगा भड़काने आए तो आप शांत रहना क्योंकि अगर कोई विस्फोट होगा तो वे एनआईए को भेजेंगे और सभी को गिरफ्तार कराएंगे। उनका मोदी सरकार की तरफ था।
सीएए, यूसीसी स्वीकार नहीं'
सीएम बनर्जी ने कहा कि 'हम सीएए, एनआरसी और यूनिफॉर्म सिविल कोड को स्वीकार नहीं करेंगे। अगर हम एकजुट रहे तो कोई भी हमें नुकसान नहीं पहुंचा सकता। टीएमसी की लड़ाई भाजपा से है। उन्होंने लोगों से कहा कि हम INDIA गठबंधन पर बाद में तय करेंगे, लेकिन बंगाल में किसी अन्य पार्टी को वोट नहीं जाना चाहिए।' टीएमसी चीफ ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्षी पार्टियों के खिलाफ कर रही है। बता दें कि इंडिया गठबंधन बनने के समय टीएमसी साथ में थी, लेकिन कुछ समय बाद ममता ने गठबंधन से दूरी बना ली। बाद में ऐलान कर दिया कि टीएमटी लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के साथ नहीं। वह राज्य में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ रही है। टीएमसी को चुनाव में सीधी टक्कर भाजपा से मिली रही है। भाजपा ने टीएमसी के प्रत्याशियों के खिलाफ अपने मजबूत उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।