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Manipur Violence Update: क्या BJP को इस क्राइसिस से पार लगा पाएंगे असम सीएम? हिमंत सरमा के दौरे के बीच केंद्र का ये कदम
Manipur Violence Update: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा आज यानी शनिवार 10 जून को मणिपुर के दौरे पर आ रहे हैं। मणिपुर में हिंसा के कारण हजारों की संख्या में शरणार्थी असम के सीमावर्ती इलाकों में शरण लिए हुए हैं।
Manipur Violence Update: भाजपा शासित उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर में लाख कोशिशों के बावजूद हिंसा पूरी तरह से काबू में नहीं आ सका है। राज्य में सेना, अर्द्धसैनिक बल और पुलिस की कई टीमें बीते एक माह से हथियारबंद उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी तीन दिन से अधिक समय इस हिंसाग्रस्त राज्य में गुजार चुके हैं। इसके बावजूद मैतेई और आदिवासी समुदाय कुकी के बीच शुरू हुआ हिंसा का दौर थमता नजर नहीं आ रहा है।
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ऐसे हिंसक माहौल के बीच पड़ोसी राज्य असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा आज यानी शनिवार 10 जून को मणिपुर पहुंचे। मणिपुर में हिंसा के कारण हजारों की संख्या में शरणार्थी असम के सीमावर्ती इलाकों में शरण लिए हुए हैं। राजधानी इंफाल पहुंचे सरमा ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच राज्य में जारी हिंसा पर बात हुई। इसके अलावा उन्होंने स्थानीय अधिकारियों के साथ मीटिंग की।
क्या मणिपुर संकट से बीजेपी को निकाए पाएंगे असम सीएम?
उत्तर-पूर्व में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को बीजेपी का ट्रबलशूटर माना जाता है। पूर्वोतर में बीजेपी की ओर से हर सियासी दांवपेंच की पटकथा वही तैयार करते हैं। इस रीजन में बीजेपी को स्थापित करने में कांग्रेस से बीजेपी में आए स्वा सरमा का बड़ा रोल रहा है। वे एनडीए के उत्तर पूर्वी संस्करण नेडा (नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस) के संयोजक हैं, जिसमें इस क्षेत्र की कई छोटी-बड़ी सियासी पार्टियां बीजेपी के साथ गठजोड़ में है।
मणिपुर में भी कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर राज्य में बीजेपी को स्थापित करने में सरमा का बड़ा योगदान है। ऐसे में बीजेपी आलाकमान उत्तर – पूर्व के हालात से भली-भांति परिचित हिमंत बिस्वा सरमा को अब इस क्राइसिस से पार्टी और सरकार को निकालने की जिम्मेदारी देती नजर आ रही है।
सरमा के दौरे के बीच केंद्र ने उठाया बड़ा कदम
असम सीएम के मणिपुर दौरे के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। बीते एक माह से जातिय हिंसा की आग में झुलस रहे इस पूर्वोतर राज्य में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का तबादला किया गया है। जानकारी के मुताबिक, राज्य के 11 आईएएस और आईपीएस अधिकारियों का तबादला हुआ है। इससे पहले राज्य के डीजीपी पी.डोंगल को हटाकर उनकी जगह राजीव सिंह को नया पुलिस प्रमुख बनाया गया था।
इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिंसाग्रस्त राज्य में शांति बहाल करने के लिए राज्यपाल के नेतृत्व में एक शांति समिति का गठन किया है। समिति के सदस्यों में मुख्यमंत्री, कुछ मंत्री, सांसद, विधायक और विभिन्न सियासी दलों के नेता शामिल हैं। समिति में सिविल सोसाइटी के लोगों को भी शामिल किया गया है। दरअसल, मणिपुर में इन दिनों आर्टिकल 355 लगा हुआ है, इसलिए कानून व्यवस्था से जुड़े सारे फैसले फिलहाल केंद्र सरकार ले रही है।
बता दें कि मणिपुर में हिंसा का दौर जारी है। शुक्रवार को भी राजधानी इंफाल के पास कुकी बहुल खोकेन गांव में अलग-अलग हिंसक घटनाओं में तीन लोगों की मौत हुई। इससे पहले गुरूवार को बीजेपी विधायक के आवास पर उग्रवादियों ने बम से हमला किया था।