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Manipur Violence: 'हम मूकदर्शक बनकर नहीं रह सकते'...मणिपुर में ताजा हिंसा पर सरकार में सहयोगी NPP की BJP को दो टूक
Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। राजधानी इंफाल में उग्र भीड़ और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई। बिष्णुपुर जिले के क्वाकटा और चुराचंदपुर जिले के कंगवई में गोलीबारी की खबर है। बीजेपी नेताओं के घरों को निशाना बनाया जा रहा है।
Manipur Violence Update : मणिपुर में हिंसा फिर सुलग चुकी है। हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। कहीं गोलियों की आवाज सुनाई दे रही तो कहीं आगजनी और झड़प जारी है। मणिपुर में जारी तनाव के बीच राजधानी इंफाल में एक बार फिर हिंसा का भयावह दौर देखने को मिल रहा है। शनिवार (17 जून) को यहां उग्र भीड़ और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसमें दो नागरिक घायल हुए हैं।
ताजा हिंसक वारदातों में एक बार फिर उपद्रवियों ने बीजेपी नेताओं के घरों और दफ्तर को आग लगाने की कोशिश की। दरअसल, पिछले महीने यानी मई की शुरुआत में राज्य में भड़की हिंसा के बाद यहां सुरक्षा बलों की तैनाती की गई। लगातार स्थिति सामान्य करने की कोशिश जारी है। मगर, उपद्रवी हैं कि अपनी हरकतों से बात नहीं आ रहे।
NPP की बीजेपी को दो टूक- नहीं बने रहेंगे मूकदर्शक
इस बीच, नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वाई जॉय कुमार सिंह (Yumnam Joykumar Singh) ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, 'अगर आने वाले दिनों में स्थिति में सुधार नहीं आया तो हम भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ अपने गठबंधन पर फिर से विचार करेंगे। आपको बता दें कि, NPP मणिपुर में बीजेपी के साथ सत्ता में है। नेशनल पीपुल्स पार्टी ने बीजेपी के साथ अपने समीकरणों पर फिर से विचार करने की बात कही है। उनका कहना है, 'हम मूकदर्शक बनकर नहीं रह सकते।'
'हालात लगातार बिगड़ते जा रहे'
NPP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वाई जॉय कुमार सिंह ने कहा कि, 'मणिपुर में अनुच्छेद- 355 लागू है। इसलिए यहां के लोगों की सुरक्षा राज्य और केंद्र की जिम्मेदारी है। लेकिन, हिंसा से निपटने के लिए कोई उचित योजना नहीं बनाई जा रही। लाख कोशिशों के बाद भी हालात में सुधार के आसार नजर नहीं आ रहे। उन्होंने कहा, प्रदेश में सुरक्षा-व्यवस्था के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।'
कल फिर हो सकते हैं नेताओं के घर पर हमले
आपको पता है कि, हाल ही में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह (Rajkumar Ranjan Singh) के घर पर उग्र भीड़ ने हमला बोल दिया था। उनके घर पर बम से हमले हुए। जिसमें संपत्ति को काफी नुकसान हुआ। राजकुमार रंजन को निशाना बना से ये हमला हुआ था। जॉय कुमार सिंह ने कहा, आगे भी सभी विधायकों, बीजेपी के मंत्रियों तथा सहयोगी दलों के नेताओं को निशाना बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) के दौरे के बाद भी मणिपुर के हालात में कोई खास बदलाव नजर नहीं आ रहा।
'लोग हमसे सवाल पूछ रहे'
NPP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा, 'पार्टी की साख दांव पर है। लोग हमसे सवाल पूछ रहे हैं। मणिपुर में अभी दोहरा नियंत्रण है। यहां राज्य या केंद्र सरकार, किसका नियंत्रण जैसी कोई बात नहीं है। बावजूद राज्य में भ्रम की स्थिति है। कौन प्रभारी है, ये भी स्पष्ट होना चाहिए। नहीं तो स्थिति में सुधार नहीं आएगा।'
कल फिर हो सकते हैं नेताओं के घर पर हमले
आपको पता है कि, हाल ही में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह (Rajkumar Ranjan Singh) के घर पर उग्र भीड़ ने हमला बोल दिया था। उनके घर पर बम से हमले हुए। जिसमें संपत्ति को काफी नुकसान हुआ। राजकुमार रंजन को निशाना बना से ये हमला हुआ था। जॉय कुमार सिंह ने कहा, आगे भी सभी विधायकों, बीजेपी के मंत्रियों तथा सहयोगी दलों के नेताओं को निशाना बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) के दौरे के बाद भी मणिपुर के हालात में कोई खास बदलाव नजर नहीं आ रहा।
'लोग हमसे सवाल पूछ रहे'
NPP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा, 'पार्टी की साख दांव पर है। लोग हमसे सवाल पूछ रहे हैं। मणिपुर में अभी दोहरा नियंत्रण है। यहां राज्य या केंद्र सरकार, किसका नियंत्रण जैसी कोई बात नहीं है। बावजूद राज्य में भ्रम की स्थिति है। कौन प्रभारी है, ये भी स्पष्ट होना चाहिए। नहीं तो स्थिति में सुधार नहीं आएगा।'
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