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Manish Sisodia Open Letter: 'देश शिक्षा से आगे बढ़ेगा, जेल भेजने से नहीं..', तिहाड़ में बंद सिसोदिया का राष्ट्र के नाम पत्र
Manish Sisodia Open Letter: सिसोदिया ने पत्र में लिखा, बीजेपी लोगों को जेल में डालने की राजनीति करती है, जबकि हम बच्चों को पढ़ाने की राजनीति कर रहे। राष्ट्र शिक्षा से आगे बढ़ेगा।
Manish Sisodia Open Letter : दिल्ली शराब घोटाले (Delhi Liquor Scam) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार (09 मार्च) को पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से लंबी पूछताछ की। 8 घंटे से अधिक समय तक चले सवाल-जवाब के बाद ईडी ने सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया। आबकारी घोटाला (Delhi excise scam) केस में गिरफ़्तारी के बाद मनीष सिसोदिया का एक पत्र सामने आया है। सिसोदिया ने ये पत्र जेल से देश के नाम लिखा है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने मनीष सिसोदिया का पत्र ट्वीट किया है। 'देश के नाम खुले पत्र' में AAP नेता मनीष सिसोदिया ने लिखा, 'बीजेपी लोगों को जेल में डालने की राजनीति कर रही है। जबकि हम बच्चों को पढ़ाने की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने लिखा, दिल्ली के मुख्यमंत्री का गुनाह सिर्फ इतना है कि प्रधानमंत्री मोदी की राजनीति के सामने उन्होंने वैकल्पिक राजनीति खड़ी कर दी। इसी वजह से आज केजरीवाल सरकार के दो मंत्री जेल में बंद हैं।
'BJP जेल में डालने की राजनीति करती है'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपने पूर्व मंत्री सिसोदिया के पत्र को ट्वीट किया। केजरीवाल ने ट्वीट में लिखा, 'सिसोदिया ने जेल से देश के नाम पत्र लिखा है। बीजेपी लोगों को जेल में डालने की राजनीति करती है लेकिन हम बच्चों को पढ़ाने की राजनीति कर रहे हैं। राष्ट्र शिक्षा से आगे बढ़ेगा, जेल भेजने से नहीं।'
सिसोदिया के पत्र में क्या?
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने पत्र में लिखा है कि, भारतीय जनता पार्टी (BJP) भले ही आज 'जेल की राजनीति' करने में सफल होती दिख रही है। मगर, देश का भविष्य 'स्कूल की राजनीति' में है। सिसोदिया लिखते हैं, अगर पूरे देश की राजनीति लगन से शिक्षा के काम में जुट जाती, तो आज देश में हर बच्चे के लिए अच्छे स्कूल बन गए होते। ठीक वैसे ही जैसा कि विकसित देशों में होता है। AAP नेता सिसोदिया ने बीजेपी पर तंज भी कसा। तंज भरे लहजे में उन्होंने लिखा, राजनीति में सफलता जेल चलाने से मिल जा रही है तो स्कूल चलाने की राजनीति की क्या ही जरूरत है? सत्ता के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को जेल भेजना, बच्चों के लिए अच्छे स्कूल-कॉलेज खोलने से कहीं ज्यादा आसान है। मनीष ने पत्र में आगे लिखा, एक बार शिक्षा की राजनीति राष्ट्रीय फलक पर आ गई, तो जेल की राजनीति हाशिए पर ही नहीं जाएगी, बल्कि जेलें भी बंद होने लगेंगी।
सिसोदिया- मन में कई सवाल उठते रहे
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने खुले पत्र में लिखा है कि, दिल्ली के शिक्षा मंत्री के रूप में काम करते हुए बहुत बार ये सवाल मन में उठता रहा कि देश और राज्य की सत्ता तक पहुंचे नेताओं ने देश के हर बच्चे के लिए शानदार स्कूल और कॉलेज का इंतजाम क्यों नहीं किया’?
'जेल में हूं तो सवालों के जवाब खुद मिल रहे'
AAP नेता मनीष सिसोदिया ने राष्ट्र के नाम अपने पत्र में लिखा, 'एक बार अगर पूरे देश में पूरी राजनीति तन, मन और धन से शिक्षा के काम में जुट गई होती, तो आज हमारे देश में हर बच्चे के लिए विकसित राष्ट्र की तरह अच्छे से अच्छे स्कूल होते। फिर क्यों शिक्षा को सफल राजनीति ने हमेशा हाशिए पर रखा? उन्होंने लिखा, आज जब कुछ दिनों से जेल में हूं तो इन सवालों के जवाब खुद मिल रहे हैं।