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संघ की टिप्पणी- खत्म हो आरक्षण, इससे बढ़ता है अलगाववाद, बढ़ सकती है BJP की मुश्किलें

aman
By aman
Published on: 20 Jan 2017 7:58 PM IST
संघ की टिप्पणी- खत्म हो आरक्षण, इससे बढ़ता है अलगाववाद, बढ़ सकती है BJP की मुश्किलें
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जयपुर: यूपी सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने बड़ा बयान दिया है। शुक्रवार 20 जनवरी को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में उन्होंने आरक्षण को खत्म करने की वकालत की। मनमोहन वैद्य के इस बयान के बाद ये अनुमान लगाया जा रहा है कि इसे लेकर एक बार फिर चुनावी अखाड़े में विपक्षी दल बीजेपी पर जोरदार हमला कर सकते हैं।

जयपुर लिटरेचर फेस्ट में मनमोहन वैद्य ने कहा कि 'आरक्षण से अलगाववाद बढ़ता है।' उन्होंने कहा कि एक वक्त के बाद आरक्षण को खत्म कर देना चाहिए।

वैद्य ने ये कहा:

-संघ प्रचारक की मानें तो सबको सामान अधिकार और सामान शिक्षा मिलनी चाहिए।

-इसलिए एक वक्त के बाद आरक्षण को खत्म कर देना चाहिए।

-इसके लिए उन्होंने बाकायदा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का जिक्र भी किया।

-वैद्य बोले, अंबेडकर भी हमेशा के लिए आरक्षण के पक्ष में नहीं थे।

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बीजेपी के लिए बन सकता है मुसीबत

-वैद्य का ये बयान बीजेपी के लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है।

-यूपी चुनाव में विपक्षी दल इसे बड़ा मुद्दा बना सकते हैं।

-गौरतलब है कि इससे पहले बिहार चुनाव से ठीक पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी आरक्षण को लेकर ऐसा ही बयान दिया था।

-भागवत के उस बयान को आरजेडी और जेडीयू ने चुनावी सभाओं में खूब भुनाया था।

-बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने में उन्हें मदद मिली थी।

-इसके बाद बीजेपी को बिहार चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ा था।

लालू ने किया पलटवार:

-संघ की इस टिप्पणी से आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव भड़क गए।

-लालू ने ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर संघ और पीएम मोदी पर हमला बोला।

-आरजेडी सुप्रीमो ने कहा, 'आरक्षण संविधान प्रदत्त अधिकार है। आरएसएस जैसे जातिवादी संगठन की खैरात नहीं।

-इसे छीनने की बात करने वालों को औकात में लाना मेरे वर्गों को आता है।'



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aman

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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