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BSP: मायावती की 4 राज्यों के नेताओं संग बैठक, बीजेपी के साथ ममता, नीतीश, हेमंत सोरेन को घेरा

Bahujan Smaaj Party: मायावती ने पहले राज्यवार एक एक नेता से जानकारी ली फिर नेताओं को अब आगे कैसे कार्य करना है इस बारे में दिशा निर्देश दिए. उन्होंने सभी से बहुजन समाज पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्य करने को कहा है.

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 29 July 2022 7:36 PM IST
BSP Supremo Mayawati
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BSP Supremo Mayawati held meeting (Image: Newstrack)

Bahujan Smaaj Party: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को चार राज्यों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान बीएसपी सुप्रीमो ने राज्यवार संगठन के नेताओं और पदाधिकारियों से उनके राज्य में पार्टी की क्या तैयारी चल रही है उसका फीडबैक लिया. नेताओं की बातें सुनकर मायावती ने पार्टी और संगठन को मजबूत करने के संबंध में जरूरी दिशा निर्देश दिए. बसपा सुप्रीमो ने जिन 4 राज्यों के नेताओं के साथ आज बैठक की उसमें बिहार, झारखंड, उड़ीसा, और पश्चिम बंगाल के नेता शामिल थे.


मायावती ने पहले राज्यवार एक एक नेता से जानकारी ली फिर नेताओं को अब आगे कैसे कार्य करना है इस बारे में दिशा निर्देश दिए. उन्होंने सभी से बहुजन समाज पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्य करने को कहा है. मायावती ने नेताओं से कहा की पार्टी का जनाधार कैसे बढ़ाया जाए इस कार्य करें. उन्होंने बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि वहां शिक्षा का बुरा हाल है. सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. बिहार की मुख्य विपक्ष दल आरजेडी पर भी मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह भी कांग्रेस की तरह कमजोर साबित हो रही है. यही नहीं उन्होंने बंगाल और झारखंड सरकार पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. जिस तरह से पहले झारखंड उसके बाद पश्चिम बंगाल में मंत्री और उनके करीबियों के घर करोड़ों का कैश और जेवरात बरामद हुआ उसको लेकर मायावती ने इन दोनों राज्यों की सरकार पर सवाल खड़ा किया है.


इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा की वह भी कांग्रेस जैसा रवैया अपना रहे हैं. यूपी की योगी सरकार पर उन्होंने नफरत, सांप्रदायिक एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही बढ़ती महंगाई से गरीब जनता की परेशानियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाइए. माया ने संसद ना चलने पर भी अपनी राय रखी उन्होंने कहा राष्ट्रीय मुद्दों पर संसद में बहस नहीं होना गंभीर विषय है. संसद को सुचारू ढंग से चलाने में सभी को सहयोग करना चाहिए.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में मायावती की पार्टी का एक बार फिर से बेहद निराशाजनक प्रदर्शन रहा. उनके सिर्फ एक विधायक जीत कर आए. उसके बाद से ही मायावती अपनी पार्टी और संगठन को मजबूत करने को लेकर लगातार बैठक कर उसे मजबूत करने का काम कर रही हैं. यूपी के दूसरे राज्यों में भी वह अपनी पार्टी का तेजी से विस्तार कर आगे बढ़ाने में लगी हुई हैं. उत्तर प्रदेश के साथ ही दूसरे राज्यों में भी उनकी पार्टी का ग्राफ लगातार गिर रहा है और संगठन कमजोर होता जा रहा है. इसी को चुस्त और दुरुस्त करने के लिए मायावती ने एक बार फिर से अपनी कमर कसी हुई है.



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Rakesh Mishra

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