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CM बोले मीडिया की विश्वसनीयता 50-55, बहस करता हूं तो इसे दबाव के तौर पर न लें

Rishi
Published on: 1 Aug 2017 2:16 PM GMT
CM बोले मीडिया की विश्वसनीयता 50-55, बहस करता हूं तो इसे दबाव के तौर पर न लें
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पणजी : गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को कहा कि भारतीय मीडिया की विश्वसनीयता वर्तमान में 50-55 पर टिकी है और यह पहले से इसमें गिरावट हो रही है। पर्रिकर ने मीडिया से समाचार की विश्वसनीयता की आवश्यकता पर जोर देने की बात कही।

पर्रिकर ने गोवा पत्रकार संघ द्वारा स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि पर आयोजित एक समारोह में कहा कि 2002 में मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान समाचार की विश्वसनीयता लगभग 75 प्रतिशत थी, जिसके बाद से यह घटकर 50 से 55 प्रतिशत रह गई है।

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पर्रिकर ने कहा कि यह आंकड़े 2002 और वर्तमान समय की खबरों की वास्तविकता पर आधारित है जो सरकार की पूछताछ के कारण सामने आए।

पर्रिकर ने कहा, "सरकार की आलोचना की जानी चाहिए। मैं हमेशा कहता हूं कि एक आलोचक का घर आपके पड़ोस में होना चाहिए। समाचार पत्र मेरे लिए उपयोगी होते हैं क्योंकि हम इससे जान पाते हैं कि हमारे आसपास क्या हो रहा है। एक मुख्यमंत्री यह नहीं जान सकता कि 60,000 कर्मचारी क्या कर रहे हैं।"

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उन्होंने कहा कि पत्रकारों के साथ बहस करने की उनकी रुचि का मतलब यह नहीं है कि वह उन पर दबाव डाल रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रेस हमारी आंख और कान हैं। मैं अगर लड़ता हूं, तो इसके पीछे कोई द्वेष नहीं है। मैं जो महसूस करता हूं वह कहता हूं। कुछ लोग कहते हैं कि मुख्यमंत्री दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर मैं आपके साथ बहस करता हूं तो इसे दबाव के तौर पर न लें।"

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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