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Indo-China Face Off: संसद में रक्षा मंत्री बोले- चीन ने 9 दिसंबर को घुसपैठ की कोशिश की, भारतीय सेना ने खदेड़ा

Indo-China Face Off: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मीटिंग बुलाई। इस बैठक में विदेश मंत्री एस.जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख समेत तमाम वरीय अधिकारी मौजूद रहे।

Krishna Chaudhary
Published on: 13 Dec 2022 12:36 PM IST (Updated on: 13 Dec 2022 12:42 PM IST)
Rajnath Singh
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Rajnath Singh (Photo: Social Media)

Indo-China Face Off: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तवांग में हुई हिंसक झड़प पर मंगलवार (13 दिसंबर) को संसद में अपना बयान दिया। रक्षा मंत्री ने कहा कि, '9 दिसंबर को यथास्थिति बदलने की कोशिश हुई थी। राजनाथ बोले, कि 'हमारा एक भी सैनिक शहीद नहीं हुआ है। न ही हमारा कोई सैनिक गंभीर रूप से घायल है।'

आपको बता दें, तवांग में हुई हिंसक झड़प पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज संसद में अपना बयान दिया। उन्होंने कहा कि, '9 दिसंबर को यथास्थिति बदलने की कोशिश की गई थी। उन्होंने बताया कि, चीन ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी। मगर, भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को पीछे खदेड़ दिया। जिसके बाद चीनी सैनिकों को पीछे हटना पड़ा। राजनाथ सिंह ने आगे कहा, दोनों देशों के बीच 'फ्लैग मीटिंग' भी हुई। राजनाथ सिंह बोले, हम सेना के शौर्य का अभिनंदन करते हैं।'

हाथापाई हुई, कोई हताहत नहीं

संसद में गृह मंत्री ने कहा,'पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA ) के जवानों ने वहां व्याप्त यथास्थिति को बदलने की कोशिशें की थी। हमारी सेना ने दृढ़ता से उसका सामना किया। इस दौरान हाथापाई भी हुई। इंडियन आर्मी ने चीनी सैनिकों को अतिक्रमण से रोका। भारतीय सेना ने उन्हें उनकी पोस्ट में वापस भेज दिया। इस दौरान हमारी सेना (भारतीय सेना) के किसी जवान की न तो मौत हुई और न ही कोई घायल हुआ। इस घटना के बाद क्षेत्र के स्थानीय कमांडर ने 11 दिसंबर 2022 को अपने चीनी समकक्ष के साथ स्थापित व्यवस्था के तहत एक फ्लैग मीटिंग (Flag Meeting) की। वार्ता में ताजा हालातों पर भी बातचीत हुई। हालिया घटना को भी उठाया गया। चीन की तरफ से सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए कहा गया। इस मुद्दे को चीनी पक्ष के साथ कूटनीतिक स्तर पर भी उठाया गया है।'

'सेनाएं हमारी भौमिक अखंडता के लिए प्रतिबद्ध'

राजनाथ सिंह ने सदन को बताया कि, 'मैं इस सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं, कि हमारी सेनाएं हमारी भौमिक अखंडता (Terrestrial Integrity) को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। इसके खिलाफ किसी भी प्रयास को रोकने के लिए सदैव तत्पर हैं। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है, कि ये सदन हमारी सेनाओं की वीरता तथा साहस को एक स्वर से समर्थन देगा।'

गृह मंत्री - एक इंच भूमि पर किसी का कब्जा नहीं

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने तवांग मसले पर कांग्रेस के रुख पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस पार्टी ने 2006-07 में चीनी दूतावास (Chinese Embassy) से शोध के लिए पैसा लिए थे। अमित शाह ने आगे कहा, 'जिस वक्त गलवान में हमारे जवान चीनी सेना के साथ लड़ रहे थे तब वो (कांग्रेस) चीनी नेताओं के साथ भेंट-मुलाकात कर रहे थे। अमित शाह ने आगे कहा, कि कांग्रेस के समय हजारों किलोमीटर की हमारी जमीन हमीं से हड़प ली गई थी। अब बीजेपी सरकार एक इंच जमीन पर भी कोई कब्जा नहीं होने देगी।'

अरूणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए हिंसक झड़प का मुद्दा गरमा गया है। विपक्षी दल इसे लेकर आज संसद में सरकार को घेरने के मूड में हैं। इस बीच सरकार भी विपक्ष को जवाब देने के लिए अपनी तैयारियों में जुटी हुई है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अरूणाचल मुद्दे पर हाईलेवल मीटिंग बुलाई। इस बैठक में विदेश मंत्री एस.जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख समेत तमाम वरीय अधिकारी मौजूद रहे।

दरअसल, 9 दिसंबर को अरूणाचल प्रदेश में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी एलएसी पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। सैंकड़ों की संख्या में चीनी जवान भारतीय पोस्ट को हटाने आए थे। लेकिन वहां पहले से तैयार भारतीय जवानों ने चीनी सेना के मंसूबों पर पानी फेर दिया। दोनों सेनाओं के बीच हिंसक झड़प भी हुई। जिसमें भारत के 6 सैनिक घायल हो गए। सैन्य सूत्रों के मुताबिक, चीनी पक्ष को अधिक नुकसान पहुंचा है। हालाकिं, अभी तक चीन ने अपने घायल सैनिकों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।

अरूणाचल भारत का हिस्सा

अरूणाचल प्रदेश से आने वाले भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि अरूणाचल प्राचीन काल से ही भारत का हिस्सा है। पूरा भारत एकजुट हो गया है और शक्तिशाली हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत एक मजबूत राष्ट्र के तौर पर आगे बढ़ रहा है।

विपक्ष मोदी सरकार पर गरम

चीनी सैनिकों के साथ झड़प को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर सीमा के मसले को दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से चीन का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस समेत बाकी विपक्षी दलों ने संसद के दोनों सदनों में तत्काल बहस कराने की मांग की है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने स्थगन प्रस्ताव पेश किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दोपहर 12 बजे लोकसभा में और 2 बजे राज्यसभा में अरूणाचल मुद्दे पर बोलेंगे।



Shashi kant gautam

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