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पद से उतरते ही पूर्व राष्ट्रपति कोविंद पर भड़कीं महबूबा, लगाया बीजेपी का एजेंडा आगे बढ़ाने का आरोप
Former President Ram Nath kovind: महबूबा मुफ्ती ने इससे पहले केंद्र सरकार के 'हर घर तिरंगा अभियान' की तीखी आलोचना की थी।
Former President Ram Nath kovind: रामनाथ कोविंद की राष्ट्रपति पद से विदाई हो चुकी है, नई राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (New President Draupadi Murmu) का राष्ट्रपति भवन में आगमन हो चुका है। इसी के साथ पूर्व राष्ट्रपति अब विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती (Mehbooba mufti) ने रामनाथ कोविंद पर निशाना साधा है। महबूबा ने कहा कि निवर्तमान राष्ट्रपति अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़कर जा रहे हैं, जिसमें केवल अल्पसंख्यकों और दलितों का दमन हुआ।
महबूबा ने ट्वीट कर साधा निशाना
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, निवर्तमान राष्ट्रपति अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जहां भारतीय संविधान को कई बार कुचला गया था। चाहे वह अनुच्छेद 370, सीएए को खत्म करना हो या अल्पसंख्यकों और दलितों को बेधड़क निशाना बनाना हो, उन्होंने भारतीय संविधान की कीमत पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया।
इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार के 'हर घर तिरंगा अभियान' की तीखी आलोचना की थी। पूर्व सीएम ने ट्वीट कर कहा था, जिस तरह से जम्मू-कश्मीर प्रशासन छात्रों, दुकानदारों और कर्मचारियों को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए भुगतान करने के लिए मजबूर कर रहा है, ऐसा लगता है कि कश्मीर एक दुश्मन क्षेत्र है जिसे कब्जा करने की जरूरत है। देशभक्ति स्वाभाविक रूप से आती है और इसे थोपा नहीं जा सकता। जम्मू कश्मीर के एक और पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला भी मोदी सरकार के इस अभियान की आलोचना कर चुके हैं।
महबूबा मुफ्ती मोदी सरकार पर हमलावर
बता दें कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35ए की समाप्ति के बाद से महबूबा मुफ्ती मोदी सरकार पर हमलावर रही हैं। महबूबा कुछ समय के लिए राज्य में बीजेपी के साथ सरकार भी चला चुकी हैं। कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद लंबे समय तक उन्हें भी अन्य नेताओं की तरह नजरबंद कर दिया था। पीडीपी प्रमुख ने प्रतिज्ञा ले रखी है कि जब तक कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा बहाल नहीं हो जाता, तब तक वह कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी।