Mehrauli Murder Case: महरौली हत्याकांड और टीवी शो 'डेक्सटर'

Mehrauli Murder Case: इस शो के सीज़न 1 के अधिकांश भाग में दिखाया गया है कि डेक्सटर का काम करने का तौर-तरीका क्या है। इसके तहत दिखाया गया है कि किस तरह वह अपने शिकारों के शरीर को काटता है और कचरे के काले थैलों में जिस्म के टुकड़े भरता है।

Neel Mani Lal
Published on: 16 Nov 2022 12:55 PM GMT
Shraddha Murder Case
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Shraddha Murder Case (photo: social media )

Mehrauli Murder Case: दिल्ली के भयानक महरौली हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला ने पुलिस को बताया है कि वह टीवी क्राइम ड्रामा सीरीज 'डेक्सटर' से प्रेरित था। पूनावाला ने कथित तौर पर अपने लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की हत्या कर दी, उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए और उन्हें महरौली के जंगली इलाके में फेंक दिया। आफताब पूनावाला ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि वह श्रद्धा के शरीर काटने और उसे डिस्पोज करने में डेक्सटर शो के मुख्या किरदार डेक्सटर मॉर्गन से प्रेरित था।

इस साल मई में 28 वर्षीय पूनावाला ने अपनी 27 वर्षीय लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की कथित तौर पर हत्या कर दी थी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि बाद में उसने श्रद्धा के शरीर को आरी और चाकू से काट दिया और छोटे काले पॉली बैग में भर कर जंगल में फेंक दिया।

इस टीवी शो में, डेक्सटर एक फोरेंसिक तकनीशियन है जो मियामी मेट्रो पुलिस विभाग में काम करता है। दिन में वह अपराधों को सुलझाने में मदद करता है लेकिन साथ ही वह एक सतर्क सीरियल किलर के समानान्तर जीवन व्यतीत करता है। वह उन हत्यारों का शिकार करता है जो न्यायिक सिस्टम की खामियों से बच निकलते हैं। डेक्सटर सीरियल के आठ सीजन आ चुके हैं।

इस शो के सीज़न 1 के अधिकांश भाग में दिखाया गया है कि डेक्सटर का काम करने का तौर-तरीका क्या है। इसके तहत दिखाया गया है कि किस तरह वह अपने शिकारों के शरीर को काटता है और कचरे के काले थैलों में जिस्म के टुकड़े भरता है। फिर वह इन बैगों को अपनी गाड़ी में ले जाता है और अपनी नाव पर लाद देता है। बैगों को वजन देने के लिए वह बड़े बड़े पत्थर उनमें बांध देता है और टेप से सील करने के बाद, डेक्सटर उन्हें एक समुद्री खाई में डंप कर देता है।

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब डेक्सटर टीवी शो किसी हत्या से जुड़े होने के कारण बदनाम हुआ है। अप्रैल 2011 में एक कनाडाई फिल्म निर्माता मार्क एंड्रयू ट्विचेल को 38 वर्षीय व्यक्ति की हत्या का दोषी ठहराया गया था। 2008 में ट्विचेल ने पीड़ित को फुसला कर एक गैरेज में बुलाया फिर उसे कुचल कर मार दिया और उसके टुकड़े टुकड़े कर दिए। शरीर के टुकड़ों को आंशिक रूप से जलाने के बाद ट्विचेल ने उन्हें कचरे के थैलों में भर कर सीवर में फेंक दिया। मुकदमे के दौरान, अदालत ने डेक्सटर मॉर्गन के चरित्र के साथ ट्विटचेल की पहचान को जोड़ा, जिसके बाद, कई मीडिया आउटलेट्स ने उसे डेक्सटर किलर' करार दिया। ट्विटचेल ने एक 'किल रूम' भी बनाया था, जो एक काल्पनिक चरित्र की हत्या की तैयारी का हिस्सा था, जिसमें किसी भी फोरेंसिक सबूत को मिटा देने का इंतजाम था।

इसी तरह, 2014 में एक अमेरिकी किशोर लड़के को अपनी 17 वर्षीय प्रेमिका की हत्या करने और उसे अलग करने के लिए 25 साल की जेल हुई थी। वह लड़का भी डेक्सटर को अपना पसंदीदा किरदार मानता था।

इसके पहले 2011 में नॉर्वे में 28 वर्षीय शमरेज़ खान ने पाकिस्तानी मूल की महिला फ़ैज़ा अशरफ़ को मारने के लिए हॉवर्ड न्यफ़्लॉट को सुपारी दी थी। न्यफ़्लॉट ने दावा किया कि डेक्सटर से प्रेरित शमरेज़ "बुराई को रोकने" के लिए डेक्सटर सीरियल के तरह फ़ैज़ा के सामने अपने आप को मरवाना चाहता था।

2013 में बाल रोग पत्रिका में प्रकाशित अध्ययनों ने हिंसक टीवी शो को बच्चों में अत्यधिक आक्रामकता और असामाजिक व्यवहार से जोड़ा था। 2021 के एक शोध पत्र में यह भी कहा गया है कि मीडिया में दिखाई गयी हिंसा के अत्यधिक संपर्क में आने से युवा कम भावुक हो जाते हैं और वास्तविक जीवन की हिंसा के प्रति उदासीन हो जाते हैं, जिससे आक्रामक व्यवहार और मस्तिष्क पर नकारात्मक दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है।

Rakesh Mishra

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