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Mehul Choksi : भगोड़े मेहुल चोकसी को मिली बड़ी राहत, इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस लिया वापस, कांग्रेस हुई हमलावर

Mehul Choksi: इंटरपोल के इस कदम से सीबीआई को बड़ा झटका लगा है। अभी तक केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

Krishna Chaudhary
Published on: 21 March 2023 1:10 PM GMT
Mehul Choksi : भगोड़े मेहुल चोकसी को मिली बड़ी राहत, इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस लिया वापस, कांग्रेस हुई हमलावर
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Mehul Choksi (फोटो: सोशल मीडिया )

Mehul Choksi : पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को 13 हजार करोड़ रूपये का चूना लगाने वाला भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बड़ी राहत मिली है। इंटरपोल ने उसका रेड कॉर्नर नोटिस वापस ले लिया है। इसका मतलब है कि यह भगोड़ा कारोबारी अब दुनिया के किसी भी हिस्से में आराम से घूम सकता है। इंटरपोल के इस कदम से सीबीआई को बड़ा झटका लगा है। अभी तक केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

जानकारी के मुताबिक, फरार हीरा कारोबारी ने रेड कॉर्नर नोटिस के खिलाफ इंटरपोल के लियोन मुख्यालय में अपील की थी। जिसके बाद इंटरपोल की ओर से ये कार्रवाई की गई। मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने इस मामले पर कहा कि हमारी टीम पिछले काफी समय से इस नोटिस के खिलाफ अपील कर रही थी। अब उनका रेड कॉर्नर नोटिस रद्द कर दिया गया है।

नोटिस रद्द होने की वजह ?

मेहुल चोकसी साल 2018 में देश छोड़कर भागा था। उसने एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता हासिल कर ली थी। 10 महीने बाद उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ था। चौकसी ने इसके खिलाफ इंटरपोल में अपील की थी। जिसमें उसने कहा था कि भारत में जेलों की हालत बहुत खराब है। वहां उसे जान का खतरा हो सकता है। इसके अलावा उसने अपनी खराब सेहत का भी जिक्र किया। इंटरपोल की पांच सदस्यों की कमेटी ने इस पर सुनवाई करते हुए चोकसी के नाम जारी हुआ रेड कॉर्नर नोटिस रद्द कर दिया।

क्या होता है रेड कॉर्नर नोटिस ?

इंटरपोल के अनुसार, रेड कॉर्नर नोटिस दुनियाभर के लॉ एनफोर्समेंट के नाम एक अपील होती है, जिसमें किसी व्यक्ति को ढूंढ़ने या अस्थाई तौर पर गिरफ्तार करने की मांग होती है। रेड नोटिस उन लोगों के नाम जारी होता है जिनका सरेंडर, प्रत्यर्पण या इसके जैसे कोई कार्रवाई बाकी होती है। यहां यह साफ करना जरूरी है कि इसका मतलब अरेस्ट वारंट बिल्कुल नहीं होता है।

इंटरपोल के सदस्य देश अपने मुल्क के कानून के मुताबिक ही यह फैसला करते हैं कि संबंधित शख्स को गिरफ्तार किया जाए या नहीं। जानकारों की मानें तो रेड कॉर्नर नोटिस रद्द होने से मेहुल चोकसी के भारत प्रत्यर्पण कवायद को झटका लग सकता है। वह एंटीगुआ में इसे अपने बचाव के लिए इस्तेमाल कर सकता है।

विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर

मेहुल चोकसी का रेड कॉर्नर नोटिस जारी होते ही विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर हो गया है। कांग्रेस ने कहा कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जाता है मगर चोकसी को राहत दिलवाई जाती है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि मेहुल चोकसी पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी हैं, इसलिए इंटरपोल ने उनके नाम से जारी रेड कॉर्नर नोटिस को वापस ले लिया है।

Krishna Chaudhary

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