TRENDING TAGS :
कंपनियों में मेंटर कल्चर को मिल रहा बढ़ावा, जानें कंपनी कैसे बनाती है ऐसा माहौल
एक वक्त था जब कम्पनियां अपने कर्मचारियों का मूड अच्छा रखने और हेल्दी माहौल में उन्हें काम करने का मौका देने के लिए हॉलीडेज पर भेजती थीं। अब कंपनियां इससे दो कदम अलग और कुछ नया करने के लिए मेंटर कल्चर को विकसित करने में जुटी हुई हैं। मेंटर कल्चर से कंपनी के टॉप सीनियर एम्प्लॉइज अपनी कंपनी के नए एम्प्लॉइज को गाइड करते हैं और उन्हें ट्रेनिंग देकर कंपनी की ग्रोथ में उपयोग करते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे कोई कंपनी ऐसा माहौल बनाती है।
ये भी पढ़ें : सक्सेसफुल एंटरप्रेन्योर बनना है तो भूल कर भी न करें ये बातें
परिणाम पर खुलकर करें बात
अगर आप किसी मेंटर प्रोग्राम को हेड करना चाहते हैं तो कंपनी के लक्ष्यों के बारे में आपके पास अच्छी जानकारी होना जरूरी है। आपको पता होना चाहिए कि आने वाले ५ साल में कंपनी खुद को कहां देखना चाहती है। आप कोई नयी स्कीम को लेकर अपने सीनियर्स से लेकर सब ऑॢडनेट्स से उसके परिणाम पर बात करें। इससे आपको नए आइडियाज भी मिलते हैं।
तय करें एक खाका
हर कंपनी में अपने आपको टॉप पोजीशन पर देखना चाहती है, इसलिए वह मेंटर कल्चर को विकसित करती है। अगर आपको अपनी कंपनी में मेंटर कल्चर को विकसित करने के लिए कहा जाए तो एक फॉर्मल स्ट्रक्चर तैयार करना इसकी पहली शर्त है। कंपनी के हर सेक्शन के लिए अलग मेंटर और उनकी यूनिकेनेस कर्मचारियों को बताएं। इससे कर्मचारी खुद अपने लिए उपयोगी मेंटर को खोज पाएंगे। जरूरी नहीं कि सभी कर्मचारी मेंटरिंग लेना चाहें, लेकिन कहा जाता है कि जो अपनी क्षमताओं को विकसित करना चाहता है उसे मेंटरिंग मिल जाए तो वह कंपनी के लिए लाभकारी साबित होता है।
ये भी पढ़ें : प्रोफेशनल कोर्स : एप डवलपर-तेजी से उभरता हुआ कॅरियर, ऐसे करें तैयारी
ऐसे करें इंट्रोड्यूस
ट्रेनिंग के नाम पर कई बार कर्मचारी चिढ़ जाते हैं। इसलिए इससे जुड़ी ट्रेनिंग को अलग से इंट्रोड्यूस न करें। इसे सफल बनाने के लिए जरूरी है कि इसे कंपनी के ट्रेनिंग और डेवलपमेंट प्रोग्राम के एजेंडे में शामिल किया जाए। इसमें स्किल ट्रेनिंग और शैक्षिक अवसर भी शामिल करें ताकि कर्मचारियों को लगे कि वह कुछ एक्स्ट्रा करने जा रहे हैं।
करें बेहतर संवाद
अगर आप मेंटरिंग कल्चर शुरू करना चाहते हैं तो संवाद इसमें बेहतर भूमिका निभा सकता है। इस दौरान जीवन के नैतिक मूल्यों के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए। कर्मचारियों को बताना चाहिए कि नैतिक मूल्यों के पालन करने से लॉन्ग टर्म में क्या-क्या फायदे हो सकते हैं। संवाद करने से उनमें सकरात्मक सोच पैदा होगी और वे सीखने के लिए अपना १00 प्रतिशत देंगे।
बनें अच्छा इंसान
अगर आप मेंटर हैं तो यह जान लें कि इंसान गलती करता है और सबक सीखता है। अच्छा मेंटर सिखाता है कि जीवन को ज्यादा गंभीरता से लेना अच्छा नहीं है। जीवन का हर दौर बीत जाता है। जिंदगी में जो सबक मिले हैं, उन्हें सहेजना जरूरी हंै। अच्छा मेंटर जीवन में अच्छाइयां भर देता है। इसलिए आपको जब भी मौका मिले आप खुद को साबित करें।