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मंत्रियों के दरबार फ्लॉप: न उम्मीद हुए फरियादी, आना किया बंद

raghvendra
Published on: 17 Nov 2017 8:09 AM GMT
मंत्रियों के दरबार फ्लॉप: न उम्मीद हुए फरियादी, आना किया बंद
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देहरादून: प्रदेश में मंत्रियों के जनता दरबार फ्लॉप साबित हो रहे हैं। भाजपा दफ्तर और विधानसभा में सरकार ने मंत्रियों की ड्यूटी जन सुनवाई के लिए लगाई थी, लेकिन यहां फरियादियों की संख्या कम ही रही। जिलों में भी मंत्रियों ने कुछ खास नहीं किया और फरियादी शासन के चक्कर काटते रहे। इसलिए अब जिलों में शिकायत निवारण शिविर लगाने का फैसला किया गया है। मंगलवार देर शाम मुख्य सचिव ने इस बारे में आदेश जारी किया और यह संयोग नहीं है कि बीते शनिवार को बीजेपी ऑफिस में लगने वाले मंत्री के जनता दरबार में सिर्फ दो फरियादी थे।

यह स्थापित तथ्य है कि प्रदेश के लगभग सभी जिलों में सामान्य समस्याओं का भी निस्तारण नहीं हो रहा है। आम जनमानस की समस्याओं का निस्तारण स्थानीय स्तर पर न होने से उन्हें शासन के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। मुख्य सचिव ने जिला स्तर पर बरती जा रही इस लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है और हर सोमवार को शिकायत निवारण शिविर लगाने को कहा है।

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मुख्य सचिव ने जताई नाराजगी

दरअसल उत्तराखंड के जिलों में अफसरों का जन सुनवाई से मोह भंग हो गया है। अधिकारियों की अनदेखी के चलते ही लोगों को देहरादून में शासन स्तर पर अपनी फरियाद लेकर जाना पड़ रहा है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने इस मामले पर नाराजगी जाहिर करते हुए मंगलवार को कड़े निर्देश जारी किए। सभी जिलाधिकारियों को जारी निर्देश में मुख्य सचिव ने कहा कि ऐसी शिकायतों का निस्तारण विकासखंड, तहसील, जिला स्तर पर ही किया जाए। हर सोमवार को सुबह 10 बजे से शिकायत निवारण शिविर लगाने का निर्देश भी दिया गया है। माना जा रहा है कि इसके बाद मंत्रियों के दरबार खाली रह जाने की बात को सरकार सही साबित कर पाएगी।

नहीं पहुंचे फरियादी

इससे पहले बीते शनिवार को राजधानी देहरादून में प्रदेश भाजपा कार्यालय में लगे जनता दरबार में फरियादी पहुंचे ही नहीं थे। शनिवार को महिला बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य को जनता की समस्याएं सुननी थीं। वह तो पहुंच गयीं मगर फरियादी नहीं। लोगों के लिए रखी गयीं दर्जनों कुर्सियां खाली ही रहीं। रेखा आर्य के साथ उनके समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता भी थे, लेकिन रजिस्टर में सिर्फ दो ही फरियादियों के नाम दिखे। खैर उन दोनों की ही फरियाद सुनी गई और आश्वासन दिया गया कि समस्या जल्द दूर कर दी जाएगी।

इस बारे में पूछे जाने पर रेखा आर्य ने कहा कि यह हिमाचल और गुजरात चुनाव का असर है। मंत्री लगातार दौरे पर हैं, इसलिए जनता नहीं आ रही। ऊपर से अभी त्योहार का भी सीजन है, इसलिए भी लोग कम ही घर से निकल रहे हैं। हालांकि इसकी एक वजह यह भी है कि जनता दरबार में मंत्री निर्देश तो दे दे रहे हैं, अधिकारियों को हडक़ाते भी दिख रहे हैं लेकिन न तो पार्टी और न ही मंत्री का स्टाफ उस निर्देश का फॉलो अप ले रहे हैं। नतीजतन बहुत से ऐसे काम भी नहीं हो पा रहे हैं जिनके आदेश मंत्री जनता दरबार से दे रहे हैं।

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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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