TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Kashmir: रक्षा मंत्रालय 40 साल से ऊपर की महिलाओं के लिए आयोजित करा रहा साइकिल राइडिंग कंपटीशन

Jammu and Kashmir: रक्षा मंत्रालय की ओर से 11 सितंबर को कश्मीर के बारामूला मे एक साइकिल राइडिंग कंपटीशन का आयोजन किया जा रहा है।

Syed Raza
Report Syed Raza
Published on: 3 Sept 2022 11:47 AM IST
Jammu and Kashmir
X

साइकिल राइडिंग कंपटीशन में भाग लेती महिलाएं (न्यूज नेटवर्क)

Jammu and Kashmir: रक्षा मंत्रालय की ओर से 11 सितंबर को कश्मीर के बारामूला मे एक साइकिल राइडिंग कंपटीशन का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन की खास बात यह है कि यह आयोजन महिलाओं के लिए रखा गया है और इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिए उम्र सीमा भी रखी गई है। 40 साल के ऊपर की महिलाएं इस साइकिल रैली में हिस्सा ले सकती हैं। आजादी की 75 वी वर्षगांठ के साथ साथ महिला सशक्तिकरण का संदेश भी इस आयोजन के माध्यम से रक्षा मंत्रालय देने का प्रयास कर रहा है । इसी कड़ी में संगम नगरी प्रयागराज की 9 महिलाएं भी हिस्सा ले रही हैं।



अधिकतर महिलाएं जिले की प्रसिद्ध डॉक्टर हैं। यह सभी महिलाएं प्रयागराज पेसर ग्रुप से जुड़ी हुई हैं । प्रतियोगिता में भाग लेने वाली महिलाओं का कहना है कि यह उनकी जिंदगी का बेहद खास पल है क्योंकि 65 किलोमीटर लंबी दूरी तय करना किसी रोमांच से कम नहीं है। यह यात्रा बारामुला से उरी तक प्रस्तावित की गई है। कंपटीशन में भाग लेने वाली डॉ ऋतु जैन का कहना है कि इस प्रतियोगिता में देश भर से महिलाएं हिस्सा लेंगी ऐसे में 11 सितंबर को होने वाली प्रतियोगिता की तैयारी पिछले कई हफ्तों से कर रही हैं।



डॉ जीतू ने कहा कि आने वाली 8 सितंबर को सभी महिलाएं कश्मीर के लिए रवाना होंगी जिसके बाद सभी महिलाओं के ठहरने और खाने की व्यवस्था भी रक्षा मंत्रालय द्वारा किया जाएगा। जब यह प्रतियोगिता शुरू होगी तो सभी महिलाओं को मंत्रालय द्वारा ही साइकिल दी जाएगी। उधर दूसरी तरफ डॉक्टर सुमिता का कहना है कि इससे पहले भी सभी 9 महिलाओं ने प्रयागराज से चित्रकूट तक का सफर साइकिल से ही किया था। ऐसे में सभी नौ महिलाओं का कॉन्फिडेंस ऊंचा है और सभी महिलाएं बेसब्री से 11 सितंबर का इंतजार कर रही हैं।



आपको बता दें बीते 2 सालों से रक्षा मंत्रालय हर साल इस प्रतियोगिता का आयोजन करा रहा है ।इस साल प्रयागराज की महिलाएं भी बढ़-चढ़कर के भागीदारी ले रही हैं। महिलाओं का कहना है कि वह ये संदेश भी देना चाहती हैं की महिला कमजोर नहीं बल्कि एक ऐसी ताकत है जो हर स्थिति को संभाल सकती है। महिलाओं ने सरकार का धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह का आयोजन से महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है साथ ही साथ कई अन्य महिलाएं भी प्रेरित होती हैं।





\
Prashant Dixit

Prashant Dixit

Next Story