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T. Raja Singh: विवादास्पद व्यक्तित्व रहा है विधायक राजा सिंह का, पहले भी दे चुके हैं कई विवादित बयान
T. Raja Singh: तेलंगाना (Telangana) के हिंदुवादी नेता और बीजेपी विधायक टी. राजा सिंह (BJP MLA T. Raja Singh) एकबार फिर अपने विवादित बयान को लेकर चर्चाओं में हैं।
MLA T Raja Singh: तेलंगाना (Telangana) के हिंदुवादी नेता और बीजेपी विधायक टी. राजा सिंह (BJP MLA T. Raja Singh) एकबार फिर अपने विवादित बयान (controversial statement) को लेकर चर्चाओं में हैं। हालांकि, इस बार उनकी मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) को लेकर कथित अपमानजनक टिप्पणी (derogatory remarks) के मामले में पुलिस ने मंगलवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अब पार्टी भी उनसे दूरी बनाती नजर आ रही है। नूपुर शर्मा प्रकरण (Nupur Sharma Case) से सीख लेते हुए बीजेपी (BJP) ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। राजा सिंह को पार्टी से निलंबित किए जाने के साथ –साथ कारण बताओ नोटिस जारी कर 10 दिन के अंदर जवाब मांगा गया है।
वैसे आपको बता दें कि राजा सिंह का विवादित बयानों का लंबा इतिहास रहा है। उनके द्वारा दिए गए बयानों की फेहरिस्त काफी लंबी है। तेलुगु देशम पार्टी (Telugu Desam Party) से अपना सियासी सफर शुरू करने वाले राजा बीजेपी में आते ही जल्द अपनी छवि एक फायरब्रांड हिंदू लीडर (Firebrand Hindu Leader) के तौर पर बना ली। असदुद्दीन ओवैसी के गढ़ हैदराबाद से आने के कारण उनके बयानों को मीडिया में काफी प्रमुखता भी मिलती रहती है।
तो आइए एक नजर उनके विवादित बयानों के सफर पर डालते हैं –
कौन हैं टी. राजा सिंह (Who is T. Raja Singh)
ठाकुर राजा सिंह का जन्म 15 अप्रैल 1977 को हैदराबाद में हुआ। अविभाजित आंध्र प्रदेश के दौरान तेलुगु देशम पार्टी से अपना सियासी सफर शुरू करने वाले राजा के लिए साल 2014 एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। इस साल आंध्र प्रदेश का विभाजन हुआ था और हैदराबाद नए राज्य तेलंगाना का हिस्सा बन गया। इस बदले सियासी माहौल में उन्होंने भी अपना सियासी ठिकाना बदला और बीजेपी में शामिल हो गए। इसका उन्हें फायदा भी मिला, साल 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने गोशामहल सीट से जीत हासिल की।
सिंह ने इस दौरान आक्रमक हिंदुत्व की राजनीति करनी शुरू कर दी। उनके बयान मीडिया में खूब छपने लगे। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का कोई अन्य उम्मीदवार केसीआर की आंधी में अपनी सीट नहीं बचा सका, लेकिन राजा ने अपनी सीट जीतकर पार्टी को विधानसभा में शून्य पर बोल्ड होने से बचा लिया। इस चुनाव में उन्हें 45 प्रतिशत से अधिक मत प्राप्त हुए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ उनके प्रचार के लिए हैदराबाद आए हुए थे। वर्तमान में राजा सिंह तेलंगाना के लिए पार्टी व्हिप के पद पर भी हैं।
विवादित बयानों की फेहरिस्त (list of controversial statements)
1. बीजेपी से निलंबति किए जा चुके विधायक टी राजा सिंह ने कहा था अगर रोहिंग्या (Rohingya) और बांग्लादेशी (Bangladeshi) देश नहीं छोड़ते हैं तो उन्हें गोली मार देनी चाहिए। इसी तरह उन्होंने एक बार कहा था कि वोटों की भीख मांगने वाले ही इफ्तार पार्टी का आयोजन करते हैं।
2. टी राजा सिंह ने पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के उत्पीड़न को लेकर कहा था कि वहां बांग्लादेशी आतंकवादी हिंदुओं को मार रहे हैं मगर सरकार कुछ नहीं कर रही है। ऐसे में मजबूरन बंगाल के हिंदुओं को तलवार और हथियार उठाने पड़ेंगे। उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल में अब विरोध –प्रदर्शन से काम नहीं चलेगा, अब ऐक्शन लेने का समय है।
3. साल 2017 में फिल्म पद्मावती को लेकर देश में हो रहे विरोध प्रदर्शन को राजा सिंह ने सही ठहराया था। उन्होंने यहां तक धमकी दी थी कि इस फिल्म को लगाने वाले थिएटरों को आग के हवाले कर दिया जाएगा। गुजरात के उना में साल 2016 में दलितों की हुई पिटाई का भी उन्होंने समर्थन किया था।
4. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर राजा सिंह ने कहा था कि राम मंदिर बनना हर हिंदू का संकल्प है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई कोई भी अगर राम मंदिर के निर्माण में बाधा डालेगा तो हम हमारे प्राण दे भी सकते हैं और जान ले भी सकते हैं।
5. साल 2020 को सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक और इंस्टाग्राम ने राजा सिंह का अकाउंट बैन कर दिया था। फेसबुक ने राजा को खतरनाक व्यक्ति का लेबल दिया था।
6. गोशामहल विधायक का एक बयान उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी काफी वायरल हुआ था। इसमें उन्होंने कहा था कि जिन लोगों ने बीजेपी को वोट नहीं दिए उनके घर तोड़े जाएंगे और उन्हें राज्य से बाहर कर दिया जाएगा।
राजा सिंह पर दर्ज हैं कई मुकदमें
पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) पर कथित अपमानजनक टिप्पणी करके मुश्किलों में घिरे राजा सिंह पर 43 मुकदमें दर्ज हैं। इसमें से 16 में चार्जशीट फाइल हो चुकी है। राजा के खिलाफ 17 मामले ऐसे हैं, जिनमें उनपर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप है। गोशामहल विधायक पर धार्मिक उन्माद फैलाने, आगजनी और दंगा समेत कई तरह के गंभीर आरोप हैं।