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राशन के लिए मोदी सरकार की नई पहल, नहीं करनी पड़ेंगी अब अनाज की फिक्र

केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार 'एक देश एक राशन कार्ड' की ओर बढ़ रही है, ताकि उपभोक्ताओं को देश के किसी भी हिस्से में मौजूद किसी भी राशन की दुकान से अपने हिस्से का अनाज मिले सके।

Vidushi Mishra
Published on: 28 Jun 2019 7:22 AM GMT
राशन के लिए मोदी सरकार की नई पहल, नहीं करनी पड़ेंगी अब अनाज की फिक्र
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नई दिल्ली : देश में राशन कार्ड के लेकर बड़ी खुशखबरी मिल रही हैं। उपभोक्ताओं को अब नही करनी पड़ेगी प्रवजन करने पर राशन की चिंता।

केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार 'एक देश एक राशन कार्ड' की ओर बढ़ रही है, ताकि उपभोक्ताओं को देश के किसी भी हिस्से में मौजूद किसी भी राशन की दुकान से अपने हिस्से का अनाज मिले सके। उन्होंने कहा कि सरकार उपभोक्ताओं के हितों के लिए हरसंभव कोशिश करेगी।

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इस योजना से उपभोक्ताओं को किसी एक दुकान से बांधकर नहीं रखा जा सकता है। उपभोक्ता को किसी एक देश की राशन दुकान से बंध कर रहने की जरुरत नही होगी। वे देश की किसी भी राशन दुकान में जाकर राशन कार्ड के जरिए राशन खरीद सकते हैं।

खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार 'एक देश एक राशन कार्ड' की ओर बढ़ रही है, जिससे लाभार्थी देश में कहीं भी किसी भी राशन की दुकान से अपने हिस्से का अनाज प्राप्त कर सकेंगे। सुरक्षा के मुद्दों पर राज्य के खाद्य सचिवों के साथ एक सम्मेलन में रामविलास ने ये बात कही। इस सम्मेलन में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई), केंद्रीय भंडारण निगम (सीडब्ल्यूसी) और राज्य भंडारण निगम (एसडब्ल्यूसी) के अधिकारीगण भी उपस्थित थे।

एक सरकारी बयान में कहा गया है कि पासवान ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के कुशल क्रियान्वयन, पूर्ण कम्प्यूटरीकरण, खाद्यान्नों के भंडारण और वितरण में पारदर्शिता और एफसीआई, सीडब्ल्यूसी और एसडब्ल्यूसी डिपो के डिपो ऑनलाइन सिस्टम (डॉस) के साथ समन्वय सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। बयान में कहा गया है कि बैठक में, 'एक राष्ट्र एक राशन कार्ड' की ओर बढ़ने का निर्णय लिया गया, जो सभी लाभार्थियों, विशेष रूप से प्रवासियों को सुनिश्चित करेगा कि वे अपनी पसंद के किसी भी राशन की दुकान से देश भर में पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) का उपयोग कर सकें।

बयान में कहा गया है कि यह कदम लाभार्थियों को स्वतंत्रता प्रदान करेगा क्योंकि वे किसी एक राशन की दुकान से बंधे नहीं होंगे और दुकान के मालिकों पर अपनी निर्भरता कम करेंगे और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएंगे। पासवान ने कहा कि इसके सबसे बड़े लाभार्थी वे प्रवासी मजदूर होंगे जो बेहतर रोजगार के अवसर तलाशने के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं, वे अपनी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित रेकर पाएंगे।

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पीडीएस (आईएमपीडीएस) प्रणाली का एकीकृत प्रबंधन आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना और त्रिपुरा में पहले से ही चालू है, जिसमें एक लाभार्थी राज्य के किसी भी जिले से अपने हिस्से का खाद्यान्न प्राप्त कर सकता है। अन्य राज्यों ने भी आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द आईएमपीडीएस को लागू किया जाएगा।

बयान में कहा गया है, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग वन नेशन वन राशन कार्ड के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए बड़े स्तर पर काम कर रहा है और अगले दो महीनों में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के लाभार्थी पीडीएस की दुकानों का उपयोग कर पाएंगे। विभाग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इसे समयबद्ध तरीके से राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया जाए।

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

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