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Money Laundring Case : कौन हैं IFS अधिकारी निहारिका सिंह और उनके पति, जिनके खिलाफ ED ने दर्ज किया धोखाधड़ी का केस
Money Laundring Case : ईडी ने आईएफएस अधिकारी निहारिका सिंह के पति अजीत कुमार गुप्ता और उनकी कंपनियों के खिलाफ 110 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी और जालसाजी के लिए दर्ज की गई 33 एफआईआर का संज्ञान लिया है।
Money Laundring Case : भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी निहारिका सिंह की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में IFS अधिकारी निहारिका सिंह, उनके पति अजीत कुमार गुप्ता और उनकी कंपनियों खिलाफ चार्जशीट दाखिल गई है। ईडी ने यह कार्रवाई उनके खिलाफ यूपी पुलिस द्वारा दर्ज 33 एफआईआर का संज्ञान लेने के बाद की है। ईडी ने आरोपी निहारिका सिंह और उनके पति से पूछताछ भी की गई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आईएफएस अधिकारी निहारिका सिंह, उनके पति अजीत कुमार और उनकी कंपनियां, एनी बुलियन एंड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, एनी कमोडिटी ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड और एनी सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। ईडी के अधिकारियों ने आईएफएस अधिकारी निहारिका सिंह से पूछताछ भी की है।
क्या है पूरा मामला
ईडी ने इस मामले की जांच तब शुरू की, जब यूपी पुलिस ने आईएफएस अधिकारी निहारिका सिंह के पति अजीत कुमार गुप्ता और उनकी कंपनियों के खिलाफ 110 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी और जालसाजी के लिए दर्ज की गई 33 एफआईआर का संज्ञान लिया। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने फर्जी योजनाओं में निवेश के लिए कई लोगों को लुभाया है। इनका एकमात्र उद्देश्य धन उगाही करना था। ईडी ने कहा कि धोखाधड़ी फरवरी 2020 और अक्टूबर 2020 के बीच हुई है। इस मामले में पुलिस ने कथित रूप से 12 मामलों में 25 चार्जशीट दाखिल की है।
अजीत गुप्ता ने रची पूरी साजिश
ईडी ने कहा कि अजीत कुमार गुप्ता ने कथित रूप से अपने सहयोगियों के साथ मिलकर ये पूरी साजिश रची और भोले-भाले निवेशकों को दैनिक जमा और सावधि जैसी फर्जी योजनाओं के जाल में फंसाकर भारी मात्रा में धन उगाही की है। ये फर्जी योजनाएं अजीत कुमार गुप्ता की कंपनी एनी बुलियन ट्रेडर के माध्यम से चलाई गईं। निवेशकों को निवेश के समय बताया गया था कि उन्हें 40 फीसदी से अधिक प्रतिवर्ष की दर से रिटर्न किया जाएगा, लेकिन वापस नहीं किया गया है।
इसके बाद आईएफएस अधिकारी निहारिका सिंह के पति ने कथित रूप से आई विजन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के खाते की मदद से निवेशकों से धन एकत्र करना शुरू कर दिया। ईडी की जांच में पाया गया कि अजीत कुमार गुप्ता ने अपने सहयोगियों के माध्यम से नई रिटर्न-लिंक्ड निवेश योजनाओं के नाम पर यह धन लिया। उनके कुछ सहयोगी भी सहकारी समिति के पदाधिकारी थे। ईडी ने बताया कि निवेशकों से करीब 60 करोड़ रुपए की ठगी की गई है।
ईडी ने कहा कि अजीत गुप्ता ने निवेशकों को लुभाकर जो धन अर्जित किया है, उसे एनी ग्रुप की विभिन्न कंपनियों में निवेश किया। उन्होंने धोखाधड़ी के पैसे का इस्तेमाल खुद के लिए और अपनी आईएफएस पत्नी नीहारिका सिंह व अन्य के नाम पर घर, कृषि भूमि जैसी विभिन्न अचल संपत्तियों की खरीद में किया है। ईडी ने इस मामले में 9 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति को भी जब्त किया है।
कौन हैं निहारिका सिंह?
निहारिका सिंह, 2006 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं। वह टोक्यो और एशियाई देशों में काम कर चुकी है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका डिवीजन की डिप्टी चीफ के रूप में काम किया है। वह फाइनेंस कंपनी एनी बुलियन इंडस्ट्रीज (एबीआई) के डायरेक्टर अजीत कुमार गुप्ता की पत्नी हैं। अजीत कुमार गुप्ता के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज होने के बाद वह भी जांच के दायरे में आ गई हैं।