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Monsoon Session 2022: मॉनसून सत्र के तीसरे दिन भी जोरदार हंगामा, दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित
Monsoon Session 2022: मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि वो लोकसभा में चर्चा से भाग रही है।
Monsoon Session 2022: संसद में मॉनसून सत्र (Monsoon Session 2022) का आज यानी बुधवार को तीसरा दिन है। सदन की कार्यवाही आज भी सुचारू रूप से नहीं चल सकी, विपक्ष के भारी हंगामे के कारण लोकसभा (loksabha) और राज्यसभा (Rajyasabha) दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। विपक्ष लगातार महंगाई को लेकर मोदी सरकार (Modi Governemnt) पर हमलावर है। विपक्षी सांसदों ने महंगाई के मुद्दे पर संसद भवन परिसर में मौजूद महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। इसमें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हुए।
वहीं लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने सदन में नारेबाजी कर रहे विपक्षी सांसदों से कहा कि वो नारेबाजी करने की बजाय चर्चा में हिस्सा में लें। जनता चाहती है कि संसद काम करें। लेकिन उनके इस अपील का भी विपक्षी सांसदों पर कोई असर नहीं हुआ और आखिरकार संसद की कार्यवाही को स्थगति करना पड़ा।
राहुल गांधी ने साधा था केंद्र सरकार पर निशाना
मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि वो लोकसभा में चर्चा से भाग रही है। उन्होंने कहा था, तेल के दाम बढ़ रहे, महंगाई बढ़ रही है, मगर सरकार इस पर चर्चा नहीं करना चाहती है। कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए कहा कि संसद में बहस न कराना भी असंसदीय है।
स्मृति ईरानी ने किया था पलटवार
इस पर उन्हें अमेठी में परास्त करने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जवाब दिया था। ईरानी ने कहा- राहुल की संसद में 40 प्रतिशत उपस्थिति है और वो दूसरों पर चर्चा न कराने का आरोप लगा रहे हैं। राहुल गांधी, जिनका राजनीतिक इतिहास इस बात से भी दिखता है कि वह देश में कब हैं और कब नहीं हैं। ये उनकी पार्टी के लिए भी चिंता का विषय बनता जा रहा है। मैं उनसे कहना चाहती हूं कि वह बार – बार संसद की उत्पादकता पर अंकुश लगाने की कोशिश न करें।
बता दें कि बीते दो दिनों से विपक्षी पार्टियां महंगाई पर चर्चा को लेकर सदन में हंगामा कर रही हैं, जिस कारण से अभी तक एक दिन भी सदन नहीं चल सका है। दूध दही जैसे रोजमर्रा के खाने – पीने की चीजों पर जीएसटी लगाने के फैसले को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा है।