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लखनऊ समेत देश के सर्वाधिक प्रदूषित तीन शहर UP के, दिल्ली में बारिश से राहत

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Published on: 18 Nov 2017 1:20 PM IST
लखनऊ समेत देश के सर्वाधिक प्रदूषित तीन शहर UP के, दिल्ली में बारिश से राहत
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दिल्ली /लखनऊ: बारिश के कारण स्मॉग से दिल्ली वालों को तो राहत मिल गई है, लेकिन लखनऊ में प्रदूषण की दशा बहुत ख़राब हो गई है। देश के सर्वाधिक प्रदूषित तीन शहर उत्तर प्रदेश के ही है। कानपुर, गाजियाबाद के बाद प्रदेश की राजधानी का ही नंबर है। यहां प्रदेश सरकार की सारी कवायद अभी तक बेकार साबित हो रही है। यह कवायद हकीकत में काम कागज में ज्यादा चल रही है।

इस बीच पश्चिमी विक्षोभ के कारण दिल्ली में आज हुई बारिश ने वह के लोगों को काफी राहत दी है। इस बारिश के कारण तापमान तो गिरा ही है, प्रदूषण का लेवल भी कम हुआ है और स्मॉग काफी हद तक ख़त्म दिख रहा है। खबरों के मुताबिक़ राजस्थान और जम्मू-कश्मीर की ओर बने पश्चिमी विक्षोभ के असर से दिल्ली में शनिवार को मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया। कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी भी हुई। इस बारिश की वजह से दिल्ली-एनसीआर को जहरीली हवा से भी राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार यहां हवा की रफ्तार भी 8 से 13 किलोमीटर प्रति घंटे रही। इसकी वजह से प्रदूषण के स्तर में काफी कमी आ गई है। तापमान में भी दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। दिल्ली में फिलहाल आंशिक रूप से बादल छाए रहने और हल्की बारिश के आसार हैं।

इधर लखनऊ की दशा काफी ख़राब होती जा रही है। अभी तक मिले आंकड़ों के मुताबिक़ शुक्रवार को 24 घंटे के भीतर लखनऊ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 238 से बढकर 352 माइक्रोग्राम पर पहुंच गया था। कानपुर और गजियाबाद के बाद देश में तीसरा सबसे प्रदूषित शहर लखनऊ रिकॉर्ड किया गया। यह तब की स्थिति है, जब राजधानी में बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए सीएम योगी आदित्य नाथ ने विभागीय अधिकारियों के साथ हाईलेवल मीटिंग की थी। जिसमें प्रदूषण की रोकथाम के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए थे।

खबर के अनुसार लखनऊ में बीते मंगलवार को प्रदूषण का लेवल बढ़कर 424 माइक्रोग्राम तक पहुंच गया था। इसके बाद सीएम योगी ने विभागीय अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की थी। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि आईआईटी कानपुर के एक्सपर्ट के साथ मिलकर इसके कृत्रिम बारिश के लिए प्लानिंग बनाई जाए। इस पर यह भी विचार किया जाए कि आर्टिफिशियल बारिश का तरीका कितना बेहतर है। निर्देश के अनुसार , गुरुवार को हजरतगंज, गोमती नगर, महानगर, निरालानगर, आलमबाग़ और चारबाग में पानी से पेड़ों में बौछार कराई गई थी।

उल्लेखनीय है कि राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए नगर आयुक्त उदय राज सिंह ने निर्देश देते हुए कहा था, ''शहर के किसी भी क्षेत्र, गली और मोहल्ले में कूड़ा न जलाया जाए। अगर आदेश के बाद भी कोई कूड़ा जलाता है, तो पर्यावरण विभाग के नियम के आधार पर उस पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।" वहीं, डीएम कौशलराज शर्मा ने शादी और समारोह में आतिशबाजी पर रोक लगाते हुए ऐसा करने वालों पर मुक़दमा दर्ज करने का आदेश दिया है। इस आदेश का प्रभाव 16 नवंबर से 15 जनवरी तक रहेगा। बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए निर्माण स्थलों पर डीजल जनरेटरों का प्रयोग न करने के लिए भी कहा गया है। मिट्टी खुदाई के बाद पानी का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे स्थानों पर राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के आदेशों के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण ने सभी ठेकेदारों को इस संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

प्रमुख शहरों में प्रदूषण की स्थिति

शहर - AQI (एयर क्वॉलिटी इंडेक्स)

कानपुर 386 माइक्रोग्राम

गाजियाबाद 378 माइक्रोग्राम

लखनऊ 352 माइक्रोग्राम

मुरादाबाद 324 माइक्रोग्राम

दिल्ली 310 माइक्रोग्राम

नोएडा 286 माइक्रोग्राम

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