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MP New Chief Secretary: क्या अनुराग जैन होंगे नये मुख्य सचिव, राजेश राजोरा का भी नाम नहीं है पीछे

Madhya Pradesh New Chief Secretary: नये मुख्य सचिव के काउंट डाउन के दौर में मुख्यतः अनुराग जैन और राजेश राजोरा के अलावा मो.सुलेमान व एस एन मिश्रा का नाम सुर्ख़ियाँ हासिल करने में कामयाब हुआ है।

Yogesh Mishra
Written By Yogesh Mishra
Published on: 28 Sept 2024 7:00 AM IST (Updated on: 28 Sept 2024 7:00 AM IST)
Madhya Pradesh New Chief Secretary
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Madhya Pradesh New Chief Secretary

MP New Chief Secretary: मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव का कार्यकाल इस महीने की अंतिम तारीख़ को पूरा हो रहा है। लिहाज़ा मध्यप्रदेश को नये मुख्य सचिव की दरकार पहली तारीख़ को होगी। इसी गुत्थी को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव दिल्ली दरबार में कई दिन पड़े रहे। माना जा रहा है दिल्ली दरबार ने चार दावेदारों में से अनुराग जैन के नाम पर मुहर लगा दी है। क्योंकि अनुराग जैन चारों दावेदारों में इकलौते ऐसे शख़्स है, जिनका दिल्ली दरबार से निकट का रिश्ता रहा है। क्योंकि वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। हालाँकि अनुराग जैन केंद्र में सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के सचिव हैं। साथ ही आवास व शहरी मामलों का अतिरिक्त प्रभार भी है। उनकी तैनाती के महत्व को देखते हुए यह अटकल भी तैर रही है कि जैन को राज्य के लिए अवमुक्त ही न किया जाये। ऐसे में कुछ लोग राजेश राजोरा पर भी दांव लगाये बैठे हैं।

सबसे प्रबल दावेदार राजेश राजोरा

नये मुख्य सचिव के काउंट डाउन के दौर में मुख्यतः अनुराग जैन और राजेश राजोरा के अलावा मो.सुलेमान व एस एन मिश्रा का नाम सुर्ख़ियाँ हासिल करने में कामयाब हुआ है। इसी के साथ विनोद कुमार व जेएन कंसोटिया को भी मुख्य सचिव के रेस का हिस्सा बताया जा रहा था। दरअसल मिश्रा 90 के बैच के आईएएस हैं। पर उनका कार्यकाल जनवरी तक यानि चार महीने ही शेष है। ऐसे में उनके बनने की गुंजाइश काफ़ी कम दिखती है। दूसरे यदि वे मुख्य सचिव बनने में कामयाब हो गए तो इसी बैच के सबसे प्रबल दावेदार राजेश राजोरा सुपरसीड हो जाएंगे। राजोरा मुख्यमंत्री सचिवालय में अपर मुख्य सचिव हैं। ऐसे में उनके सुपरसीड होने की गुंजाइश भी कम दिखती है। 90 के बैच में मिश्रा के ठीक ऊपर राजोरा हैं। राजोरा के पास मई 2027 तक कार्यकाल है।


मुख्यमंत्री सचिवालय में होने की वजह से लोग इनके नाम को काफ़ी अहमियत दे रहे हैं। मध्य प्रदेश में यह परंपरा रही है कि जो मुख्य मंत्री कार्यालय में रहा हो उसके लिए मुख्य सचिव बनने का मार्ग ज़्यादा तेज खुलता रहा है। ताकि मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री के बीच तालमेल बेहतर हो। पर धीरे-धीरे यह परंपरा टूटती गई। बीस महीने का लंबा कार्यकाल उनके लिए जहां मील के पत्थर की तरह काम कर रहा है, वहीं वह उनके गले की फाँस भी बन रहा है।

अनुराग जैन (MP New Chief Secretary Name Anurag Jain)

अनुराग जैन केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं। ये वर्ष 89 बैच के अफ़सर हैं। जबकि इसी बैच के सुलेमानी भी है। अनुराग जैन का कार्यकाल अगस्त, 2025 तक है। इसी बैच के विनोद कुमार के पास मई व कंसोटिया के पास अगस्त तक का सेवाकाल है। वर्तमान मुख्य सचिव वीरा राणा हैं। यह मध्य प्रदेश की दूसरी महिला मुख्य सचिव हैं। हालाँकि इनसे पहले जो महिला मुख्य सचिव बनी थी वह तीस साल पहले का समय था। वीरा राणा को केंद्र सरकार पहले ही छह माह की सेवावृद्धि दे चुकी है। क्योंकि राज्य सरकार नहीं चाहती थी कि नई मुख्य सचिव के चयन का फ़ैसला निर्वाचन आयोग के हाथ में जाये। इनसे पहले इक़बाल सिंह बैंस को शिवराज सिंह के कार्यकाल में सेवावृद्धि मिल चुकी है। इन्हें यह अवसर दो बार मिला है। वीरा राणा निर्वाचन आयोग के फ़ैसले के चलते प्रभारी मुख्य सचिव भी रह चुकी हैं।


ऐसे में वीरा राणा के भी दूसरे सेवावृद्धि को लेकर भी मध्य प्रदेश में चर्चा तेज है। लेकिन इसकी उम्मीद नहीं की जानी चाहिए क्योंकि वीरा राणा के सेवा विस्तार के बाद सुलेमान, विनोद कुमार, कसोटिया व मिश्रा लगभग खेत रहेंगे। अलका उपाध्याय, मनोज गोविल अशोक वर्णवाल की नई उम्मीदें बनेगी।



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Shashi kant gautam

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