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Ramesh Bidhuri: रमेश बिधूड़ी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें,लोकसभा स्पीकर ने दिया टिप्पणी की जांच का आदेश,एथिक्स कमेटी को सौंपा जा सकता है मामला
Ramesh Bidhuri: अब इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एक्शन के मूड में दिख रहे हैं। उन्होंने लोकसभा सचिवालय को इस मामले से जुड़े सारे तथ्य इकट्ठा करने का निर्देश दिया है।
Ramesh Bidhuri: लोकसभा में बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वाले भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर बिधूड़ी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। विपक्षी दलों की ओर से इस बाबत स्पीकर को चिट्ठी लिखी गई थी।
अब इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एक्शन के मूड में दिख रहे हैं। उन्होंने लोकसभा सचिवालय को इस मामले से जुड़े सारे तथ्य इकट्ठा करने का निर्देश दिया है। जानकार सूत्रों का कहना है कि सारे तथ्य और वीडियो फुटेज इकट्ठा होने के बाद स्पीकर इस मामले की गहराई से जांच पड़ताल करेंगे और इसके बाद इस मामले को लोकसभा की एथिक्स कमेटी के पास भेजा जा सकता है।
विपक्षी दलों ने बढ़ाया कार्रवाई का दबाव
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने गुरुवार को चंद्रयान-3 की कामयाबी पर चर्चा के दौरान बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी। बिधूड़ी के संबोधन के दौरान बसपा सांसद दानिश अली ने कुछ टोकाटाकी की तो बिधूड़ी ने उग्र तेवर दिखाते हुए बसपा सांसद को उग्रवादी और आतंकवादी तक बता डाला। इसके अलावा उन्होंने बसपा सांसद को लेकर अन्य आपत्तिजनक बातें भी कहीं।
उनकी टिप्पणी के बाद सदन में भारी हंगामा हुआ था। बाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले में दखल दिया और उन्होंने भाजपा सांसद की टिप्पणी के लिए खेद जताया था। बिधूड़ी की टिप्पणी को संसदीय रिकॉर्ड से भी हटा दिया गया था।
इस मामले में विपक्षी दलों ने पूरी एकजुटता का परिचय देते हुए बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर स्पीकर पर दबाव बढ़ा दिया है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के अलावा कई अन्य विपक्षी नेताओं ने भी स्पीकर को चिट्ठी लिखकर इस मामले की जांच करने और बिधूड़ी के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है।
निशिकांत दुबे के दावे से मामले में नया मोड़
वैसे रविवार को इस मामले में उस समय नया मोड़ आ गया जब भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया कि बसपा सांसद दानिश अली की ओर से पीएम मोदी पर असंसदीय टिप्पणी करके बिधूड़ी को उकसाने का प्रयास किया गया था। दुबे ने आरोप लगाया है कि दानिश अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए नीच शब्द का इस्तेमाल किया था। उन्होंने भी इस मामले में स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी लिखी है और पूरे प्रकरण की गहराई से जांच पड़ताल करने और मामले को एथिक्स कमेटी के पास भेजने की मांग की है।
स्पीकर का सारे सबूत इकट्ठा करने का निर्देश
अब इस मामले में स्पीकर ओम बिरला पर एक्शन लेने का दबाव बढ़ गया है। जानकार सूत्रों का कहना है कि स्पीकर ने लोकसभा सचिवालय को निर्देश दिया है कि लोकसभा के विशेष सत्र के आखिरी दिन चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा के दौरान पैदा हुए विवाद से जुड़े सारे सबूत इकट्ठा किए जाएं। स्पीकर ने निर्देश दिया है कि उस समय के सारे रिकॉर्ड को इकट्ठा करके उनके सामने पेश किया जाए।
उन्होंने घटना से जुड़ा हुआ वीडियो फुटेज भी पेश करने का निर्देश दिया है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले की गहन जांच पड़ताल के बाद स्पीकर इस प्रकरण को एथिक्स कमेटी के पास भेज सकते हैं। स्पीकर का यह रुख भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की मुश्किलें बढ़ने वाला साबित हो सकता है।
एथिक्स कमेटी का क्या है काम
लोकसभा में एथिक्स कमेटी को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है और इस कमेटी में 15 सदस्य होते हैं। लोकसभा में विभिन्न दलों की संख्या के आधार पर कमेटी में उन्हें प्रतिनिधित्व दिया जाता है। एथिक्स कमेटी सांसदों के अमर्यादित आचरण और उनके खिलाफ होने वाले अत्याचार से जुड़े प्रकरणों की जांच करके कार्रवाई की अनुशंसा करती है।
अब इस मामले में सबकी निगाहें स्पीकर के अगले कदम पर टिकी हुई हैं। स्पीकर ओम बिरला की ओर से यदि मामले को एथिक्स कमेटी के पास भेजने का फैसला किया गया तो निश्चित रूप से आने वाले दिनों में बिधूड़ी के खिलाफ कोई एक्शन लिया जा सकता है।