TRENDING TAGS :
Mulayam Singh Yadav Asthi Visarjan: मुलायम सिंह की अस्थियां हरिद्वार में विसर्जित, अखिलेश ने गंगा में लगाई डुबकी
Mulayam Singh Yadav Asthi Visarjan Update: सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर को गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था।
Mulayam Singh Yadav Asthi Visarjan Update: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की अस्थियां सोमवार (17 अक्टूबर 2022) को हरिद्वार में गंगा में विसर्जित कर दी गई। नेताजी की अस्थियों का विसर्जन उनके पुत्र अखिलेश यादव ने किया। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव भी मौजूद रहे। प्रोफेसर रामगोपाल पहले ही हरिद्वार पहुंच चुके थे। इस अवसर पर पूरा यादव परिवार उपस्थित रहा। अस्थि विसर्जन के बाद अखिलेश ने गंगा में डुबकी भी लगाई।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर को गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। अगले दिन सैफई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ नेताजी का अंतिम संस्कार किया गया था। अस्थि विसर्जन के मौके पर समाजवादी पार्टी के कई अन्य महत्वपूर्ण नेता भी मौजूद रहे।
हरिद्वार में हर की पौड़ी पर अस्थियों का विसर्जन
समाजवादी पार्टी के हरिद्वार महानगर अध्यक्ष सुमित तिवारी ने बताया था कि समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता मुलायम सिंह की अस्थियां अब हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर गंगा में विसर्जित होंगी। पहले अस्थि विसर्जन वीआईपी घाट पर किया जाना था, मगर धार्मिक मान्यता के अनुसार कार्यक्रम में बदलाव किया गया। अस्थि विसर्जन के लिए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव आज पूरे परिवार के साथ हरिद्वार पहुंचे। मुलायम के निधन के बाद से ही पूरा परिवार सैफई में जुटा हुआ है। अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में अखिलेश यादव के साथ उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव भी मौजूद रहे।
मुलायम के निधन के बाद से ही देश भर की प्रमुख सियासी हस्तियां समाजवादी दिग्गज को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सैफई पहुंच रही हैं। देश भर से सपा नेता और कार्यकर्ता भी नेताजी को श्रद्धांजलि देने के लिए लगातार सैफई पहुंच रहे हैं। मुलायम के अंतिम संस्कार में भी विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं और अन्य दिग्गज हस्तियों ने हिस्सा लिया था।
21 अक्टूबर को होगा शांति हवन का कार्यक्रम
सपा संस्थापक की आत्मा की शांति के लिए 21 अक्टूबर को सैफई में शांति हवन का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसी दिन ब्राह्मण भोज का कार्यक्रम भी रखा गया है। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार किसी व्यक्ति का निधन होने पर 13वें दिन तेरहवीं का कार्यक्रम होता है, मगर नेताजी की तेरहवीं नहीं होगी। सपा से जुड़े नेताओं ने बताया कि तारहवीं की जगह 21 अक्टूबर को शांति हवन और ब्राह्मण भोज का कार्यक्रम होगा।
सपा नेताओं के मुताबिक सैफई और आसपास के कुछ जिलों में तेरहवीं की परंपरा न होने के कारण नेताजी की भी तेरहवीं नहीं होगी। सैफई और आसपास के इलाकों में पहले तेरहवीं का कार्यक्रम आयोजित किया जाता था मगर बाद में गरीबों पर आर्थिक बोझ के कारण इस परंपरा को खत्म कर दिया गया। मुलायम सिंह यादव खुद तेरहवीं किए जाने के पक्षधर नहीं थे। यही कारण है कि नेताजी का भी तेरहवीं का कार्यक्रम नहीं होगा।
10 अक्टूबर को हुआ था नेताजी का निधन
82 वर्षीय समाजवादी दिग्गज मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर को गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था। उनके गंभीर रूप से बीमार होने की खबर पाकर ही देश भर से प्रमुख नेता गुरुग्राम पहुंचने लगे थे। उनकी हालत लगातार नाजुक बनी हुई थी और आखिरकार 10 अक्टूबर को उनका निधन हो गया था।
नेताजी की याद में देश भर में श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया जा रहा है। देशभर के प्रमुख नेताओं ने नेताजी के निधन को समकालीन राजनीति की अपूरणीय क्षति बताया है।